Chhattisgarh State Class 7 Hindi Chapter 4 मौसी Solution
Chhattisgarh State Board Class 7 Hindi Chapter 4 मौसी Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
मौसी
1.) बच्चों को मौसी ने सितारों जड़ा आसमान कैसे दिखाया ?
एक बार मौसी आंगन में बैठे-बैठे नीले रंग के पल्ले पर सितारे टाक रही थी। तभी उसने बच्चों को बुलाया और उनसे कहा आओ तुम्हें सितारे दिखाती हूं और उनके सामने वह सितारों से जड़ा हुआ पल्ला फैला दिया। तब बच्चों को ऐसा लगा कि सचमुच उनके सामने सितारे झिल मिला रहे हैं।
2.) नन्हे बच्चे मौसी का दामन कब छोड़ देते थे ?
नन्हे बच्चे जब बड़े हो जाते, छोटे स्कूल को छोड़कर मिडिल स्कूल में जाने लगते तब वह मौसी का दामन छोड़ देते थे।
3.) मौसी के न रहने पर मुहल्ला कैसा लग रहा था और क्यों ?
मौसी के ना रहने पर मोहल्ला बड़ा खाली-खाली लगने लगा था, पेड़ के नीचे भी सबको सुना सुना लगता था।
4.) मौसी अचानक गायब क्यों हो गई ?
मौसी इसीलिए गायब हुई थी क्योंकि उसकी तबीयत बहुत बिगड़ गई थी।
5.) मौसी अपने बारे में सवाल पूछने पर क्या–क्या जवाब देती थी ?
मौसी को कोई अपने बारे में सवाल पूछता, जैसे कोई बच्चा उसे पूछता कि तुम कहां रहती हो? तुम कौन हो? तो वह कहती मैं तो तुम्हारी मौसी हूं। मेरा नाम यही है ।
6.) मौसी पुल पर बैठकर क्यों रो रही थी ?
जब मौसी की तबीयत खराब हो गई थी। तब बिज्जू की मां ने मौसी से कहा कि तुम मेरे घर से चले जाओ। उस वक्त मौसी का कोई नहीं था। इसीलिए मौसी पुल पर बैठ कर रो रही थी।
7.) लड़कों ने मौसी के लिए क्या–क्या किया ?
मौसी की तबीयत खराब थी इसीलिए लड़कों ने डॉक्टर का इंतजाम किया, किसी बच्चे ने अपने घर से चद्दर लाइ, कोई लैंप लेकर आ गया, मौसी बहुत भूखी होगी इसीलिए उसे कोई बच्चा दूध लेकर आ गया।
पाठ से आगे
1.) लेखक की माँ अपने बच्चे से कहती है कि उस गरीबिनी से लेकर क्यों खाते हो ? यह थोड़ा सा चना–चबेना अपने लिए रखती होगी‘ इन पंक्तियों में लेखक की मी का कौन सा भाव मौसी के लिए छिपा है? आपस में विचार कर लिखिए।
लेखक की मां अपने बच्चे से कहती थी उस गरीबी ने से लेकर क्यों खाते हो? इसके पीछे लेखक की मां का यह भाव ही था के मौसी बहुत गरीब थी। वह अपने लिए मूंगफली और चने का इंतजाम कर पाती। यह सब अगर वह बच्चों में बांट देती तो उसे खुद के लिए कुछ नहीं बचता। इसीलिए मां कहती थी कि अगर यह भी तुम को बांट दिया तो वह क्या खाएगी।
2.) मैं बूढी हूँ न बेटे, अब फिर से जवान होकर में आऊँगी। मौसी ने ऐसा क्यों कहा होगा ?.
मौसी की तबीयत खराब थी और उसका खुद का कोई रिश्तेदार नहीं था। जब मौसी उस गांव से जा रही थी तो सभी बच्चों ने उसे जाने से मना कर दिया। तो बच्चों का मन रखने के लिए वह कहने लगी कि अब मैं बीमार हूं। मेरे शरीर में ताकत नहीं है। मैं बुढी हो गई हूं। आज मैं यहां से जा रही हूं, लेकिन मैं स्वस्थ होने के बाद, फिर से जवान होने के बाद यहां पर फिर आऊंगी।
3.) बिज्जू की माँ ने मौसी के साथ जिस तरह का व्यवहार किया. बुजुर्गों के साथ आपने इस तरह का व्यवहार होते देखा होगा। इस तरह की घटनाओं को देखकर आप क्या महसूस करते हैं ? चर्चा कर लिखिए।
गुर्जरों को उनके साथ कोई भी ऐसा व्यवहार नहीं करता। वह हमसे बड़े होते हैं हमें उन्हें आदर और सम्मान देना चाहिए। बिज्जू की मां ने मौसी को उसकी तबीयत खराब होते हुए भी जाने के लिए कहा। इस तरह का व्यवहार हमें उनके साथ कभी नहीं करना चाहिए।
4.) बच्चों के लगाव से मौसी ने यह क्यों कहा ‘अब मैं मर भी जाऊँ तो तुम लोगों को छोड़कर कहीं नहीं जाऊँगी मौसी का यह वाक्य बच्चों के प्रति उसके किन भावों को प्रकट करता है ? अपनी समझ को लिखिए।
अब मैं मर भी जाऊं तो तुम लोगों को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगी ऐसा मौसी ने कहा क्योंकि बच्चों को मौसी से बहुत प्यार था। बच्चे मौसी के साथ और मौसी से बच्चों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार करती थी। मौसी की तबीयत खराब थी, उसे कोई रिश्तेदार नहीं था तब बच्चों ने मौसी की बहुत सेवा की। इसीलिए बच्चों ने ऐसा कहा कि अब मैं मर भी जाऊं तो तुम लोगों को छोड़कर कभी नहीं जाऊंगी।
भाषा से
1.) इन वाक्यों को देखें–
- मौसी प्रतिदिन बच्चों को कहानियाँ सुनाती थी।
- उसे भरपेट भोजन मिल पाता था।
- उपरोक्त वाक्यों में आए प्रतिदिन और भरपेट दोनों शब्द सामासिक पद हैं जो अव्ययीभाव समास के उदाहरण हैं। इस समास में पहला पद प्रधान होता है और इससे बना समस्त पद अव्यय होता है अर्थात् उसका रूप कभी नहीं बदलता। इसके साथ विभक्ति चिह्न भी नहीं लगता है। जैसे हाथों-हाथ, बेशक – शक के बिना, निडर-डर के बिना, निस्संदेह संदेह के बिना। पाठ में आए अन्य अव्ययीभाव समास के पद ढूँढकर लिखें।
योगराज, कुशल, कोठरी, चना- चबेना
2.) मैं यहाँ से जा रही हूँ बेटा कहते हुए मौसी की आँखे भर आई। आँखे भर आना एक मुहावरा है, जिसका अर्थ है आँखों में आँसू आना विछोह की पीडा झलकना । इसी तरह आँखों से संबंधित बहुत सारे मुहावरे प्रचलित है। उन्हें खोजकर अर्थ सहित लिखिए।
आंखें बिछाना – राह देखना
आंखों में खून उतरना – बहुत गुस्सा आना
आंखें फाड़ कर देखना- आश्चर्य से देखना
आंखें निकालना- गुस्से से देखना
आंखों में पानी होना- लज्जित होना
3.) यहाँ क्यों बैठी ही मौसी ?
- तबीयत कैसी है?
- तू क्यों जा रही है मौसी ?
उपर्युक्त तीनो वाक्य प्रश्नवाचक (?) है। पाठ में बहुत सारे स्थानों पर प्रश्न वाचक वाक्यों का प्रयोग हुआ है। उन्हें खोज कर लिखिए और स्वयं से प्रश्न याचक शब्दों (क्या, क्यो. कैसे, कब कहाँ) का प्रयोग करते हुए इस प्रकार के वाक्यों का निर्माण कीजिए।
पाठ से संबंधित प्रश्न
मौसी कहां कहां नजर आती थी?
मौसी कौन थी? वह कहां की रहने वाली थी?
तबीयत बिगड़ने पर मौसी किसके घर गई थी?
मौसी के साथ बच्चे क्या क्या करते थे?
मौसी का कोई सगा संबंधी था या नहीं?
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- Chapter 6 सदाचार का तावीज
- Chapter 7 रात का मेहमान
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- Chapter 9 त्यागमूर्ति ठाकुर प्यारेलाल सिंह
- Chapter 10 सितारों से आगे
- Chapter 11 कोई नहीं पराया
- Chapter 12 प्रेरणा स्त्रोत मेरी मां
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- Chapter 18 मितानी
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