Chhattisgarh State Class 7 Hindi Chapter 2 प्रेरणा के पुष्प Solution
Chhattisgarh State Board Class 7 Hindi Chapter 2 प्रेरणा के पुष्प Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
प्रेरणा के पुष्प
1.) बुजुर्ग को परिश्रम करते देख कर उनसे नौजवान के क्या सवाल थे ?
बाबा आप यह क्या कर रहे हो, यह सवाल नौजवान ने बुजुर्ग से परिश्रम करते देख पूछा।
2.) रेल से सफर करती बुजुर्ग महिला मुट्टी से बाहर क्या बिखेर रही थी और क्यों ?
सुंदर फुल और फलोंके बीज रेल से सफर करती बुजुर्ग महिला मुट्टी से बाहर बिखेर रही थी।
3.) अमरीकी वैज्ञानिक फ्रेंकलिन बेंजामिन के बारे में अनुकरणीय बात क्या सुनी जाती है।
अमरीकी वैज्ञानिक फ्रेंकलिन ने एक बार किसी जरुरतमंद विद्यार्थी को उसकी शिक्षा पूरी करने के लिए कुछ पैसे दे दिए। जब विद्यार्थी की शिक्षा का पूरी हुई तो वह विद्यार्थी फ्रैंकलीन बेंजामिन को पैसे लौटाने के लिए आ गया। तब उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि मुझे याद नहीं है मैंने कब पैसे दिए थे। तुम एक काम करो तुम यह पैसे किसी जरूरतमंद को दे दो। आज वही पैसे जरूरतमंदों के लिए घूम रहे हैं। वैज्ञानिक फ्रैंकलीन बेंजामिन के बारे में अनुकरणीय बात सुनी जाती है।
4.) महाप्राण विवेकानन्द क्यों अस्थिर चित्त हो गए ?
कोलकाता में प्लेन व्यापक रूप से फैल गया है। हर रोज लोगों की मृत्यु हो रही है। यह सुनकर महाप्राण विवेकानंद अस्थिर हो गए।
5.) विवेकानन्द ने सन्यासी जीवन के बारे में क्या बताया ?
हम सन्यासी है आवश्यकता पड़ने पर हम वृक्षों के नीचे रहेंगे। भिक्षा मांग कर अपने अन्न वस्त्र की व्यवस्था करेंगे। इतना हमारे लिए काफी होगा। यह बात चलने से जीवन के बारे में विवेकानंद जी ने बताई।
6.) अपने काम से विवेकानन्द स्वदेशवासियों को क्या शिक्षा देने लगे ?
नर नारायण कुमार सेवा करना उचित है। जिन डोम, चांडाल, मोची आदि से ऊंची जाति के लोग घृणा करते थे उन लोगों को विवेकानंद जी ने गले लगाया। यहां पर विवेकानंद जी ने मानवता इस धर्म को अपनाया है।
7.) प्लेग पीड़ितों की सहायता के लिए विवेकानन्द ने क्या–क्या किया ?
स्वामी विवेकानंद जी ने क्लिक पीड़ितों के लिए एक किराए पर जमीन खरेदी। वहां पर एक कुटिया बांधी और हर जाति धर्म के लोग जो पीड़ित है उनकी उन्होंने सेवा की। स्वामी जी अपने शिष्यों को यही काम लगाते थे और खुद भी इस काम में शामिल होते थे ।
पाठ से आगे
1.) आपके आस–पास ऐसे लोग होंगे जो दूसरों की सेवा के लिए बार–बार प्रयास करते हैं ऐसे लोगों के बारे में पता कर लिखिए।
हमारे आसपास ऐसे बहुत से लोग हैं जो दूसरों की मदद करते हैं। कई लोग ऐसे हैं जो हर साल अनाथ आश्रम जाकर धान्य कुछ पैसे और कपड़े देकर आते हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जो बच्चों की शिक्षा के लिए जो किताबे लगती है उनका पूरा खर्च उठाते हैं।
2.) पाठ का शीर्षक प्रेरणा के पुष्प रखा गया है इस पाठ को पढ़ने से आपको क्या अनुभूति हुई दस पत्तियों में लिखने का प्रयास कीजिए।
पाठ का शीर्षक प्रेरणा के पुष्प रखा गया है। जैसे फुल अपना सुगंध चारों तरफ फैलाता है और दूसरों को आनंद देता है। हमें भी ऐसे कार्य करने चाहिए जो दूसरों को आनंद दे सकें। एक बुजुर्ग जो पेड़ लगा रहा है वह यह कहना चाहता है कि मेरे अब कुछ साल जीने के लिए रह गए हैं लेकिन मेरे बाद आने वाली पीढ़ी को इसका स्वाद चखने मिलेगा। एक वृद्ध महिला अपने मुट्ठी में कुछ फूल और फलों के बीज लेकर रेलगाड़ी से उन्हें बाहर सकती है। इस घटना से भी हमें यही संदेश मिलता है कि हमें दूसरों के लिए अगर कुछ करना है वह हम किसी भी माध्यम से कर सकते हैं। बेंजामिन फ्रैंकलीन इन्होंने एक ऐसे विद्यार्थी की मदद की जरूरतमंद था।बादमे वह भूल गए। हमें दूसरों की भलाई करनी चाहिए लेकिन वह बात हमें किसी को भी पता नहीं चाहिए यह सीख मिलती है। स्वामी विवेकानंद जी ने भी जात पात धर्म यह बातें छोड़कर सभी लोगों की सेवा की। उन्होंने मानव में ही भगवान को देख लिया। इससे हमें दूसरों की सेवा करनी चाहिए यह संदेश मिलता है।
3.) बुजुर्ग व्यक्ति अपनी आने वाली पीढ़ी के प्रति कितने संवेदनशील होते हैं, यह पाठ से पता चलता है। आपके आस–पास के बुजुर्ग क्या चाहते हैं? इस पर उनसे बात कीजिए और बातचीत के अंश संक्षेप में लिखिए।
बुजुर्ग व्यक्ति अपनी आने वाली पीढ़ी के प्रति संवेदनशील होते हैं। वह सिर्फ अपने बारे में नहीं सोचते दूसरों के बारे में, अपनी आने वाली पीढ़ियों के बारे में भी सोचते हैं। उन्हें पशु, पक्षियों से भी लगा होता है। वह उनके बारे में भी विचार करते हैं। वह ऐसे कार्य करते हैं जिससे किसी को भी हानि ना पहुंच पाए।
4.) किसी बुजुर्ग व्यक्ति के प्रति हम नई पीढ़ी के लोगों का क्या कर्तव्य होना चाहिए ? मित्रोंसे इस विषय पर बातचीत कर अपने विचार रखिए।
बुजुर्ग व्यक्ति घर की हो या बाहर की हमें उन को सम्मान देना चाहिए। उनका आदर करना चाहिए। वह हमसे बहुत बड़े हैं। उनका ज्ञान हम से कहीं ज्यादा है। इसीलिए हमेशा उनकी बातों का ध्यान रखना चाहिए। उनकी हमेशा मदद करनी चाहिए। जाने अनजाने में हमारी तरफ से उनको चोट ना पहुंच पाए इसका ध्यान रखना चाहिए।
5.) पाठ में जाति सूचक शब्द का उल्लेख है। क्या आपको लगता है कि कहीं से भी ऐसे प्रयोग मानवीय समानता या किसी सभ्य समाज का बोध कराते है। आपस में विचार कर लिखिए।
हमें कभी भी जाति सूचक शब्दों का उल्लेख करके सामने वाले का अपमान नहीं करना चाहिए। हमारे देश में सभी जाती धर्मों को समान स्थान दिया है। सबसे बड़ा धर्म है मानवता और हमें उसे ही अपनाना चाहिए। आज हम शिक्षित है और अगर हम इस तरह से बर्ताव करेंगे तो हमारे शिक्षा का कोई उपयोग नहीं रहेगा।
भाषा से
1.) पाठ में सहयात्री शब्द का अर्थ है साथ–साथ यात्रा करनेवाला. इस शब्द की रचना यात्री में सह शब्द को जोड़कर की गई है इसी तरह से आप सह शब्द को जोड़कर कुछ अन्य शब्दों की रचना कीजिए।
सहचारी
सहपाठी
सहकर्मी
सहगामी
सहकार
सहसंबध
2.) पाठ में सफेद बाल, वृद्ध महिला सुंदर फूल, गरीब विद्यार्थी अनुकरणीय ।व्यक्ति, असहनीय दुःख असहाय मरीज आदि शब्द विशेषण और विशेष्य के उदाहरण है इसमें से विशेष्य और विशेषण को पहचान कर लिखिए और पाठ में प्रयुक्त हुए ऐसे ही अन्य शब्द प्रयोग को खोजकर लिखिए।
सुंदर फूल
कठिण श्रम
असहनीय दुःख
असहाय प्लेग
सफेद बाल
3.) पाठ में इस तरह के प्रयोग आप देख सकते हैं जिनके बाल उस बुजुर्ग इस उम्र इस उम्मीद इस रास्ते यह छोटी रकम रेखांकित शब्दों को हम सार्वनामिक विशेषण कहते है. अर्थात यहां पर सर्वनाम शब्द संज्ञा या सर्वनाम के संकेत या निर्देश के रूप में आये है अत सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण है। पाठ से इस प्रकार के और भी सार्वनामिक विशेषणों के उदाहरण ढूंढ कर लिखिए।
जिनके, उनके, इन्हें, इनमें, उन्होंने, उनसे, उन्हें
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