Chhattisgarh State Class 7 Hindi Chapter 14 भारत बन जाही नंदनवन Solution
Chhattisgarh State Board Class 7 Hindi Chapter 14 भारत बन जाही नंदनवन Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
भारत बन जाही नंदनवन
1.) कवि ह भीम, भगीरथ, अउ महावीर कोन ल केहे हे ?
नहीं भारत के युवाओं को कवीने भीम भगीरथ और महावीर कहां है।
2.) कवि देश के नवजवान मन ले का माँगत है ?
जब हम परिश्रम करते हैं तभी हमारा विकास होता है और जब हमारा विकास होता है तो उस देश का विकास अपने आप हो जाता है। इसीलिए कवि नौजवान से कहते हैं कि परिश्रम करो, मेहनत करो कभी नौजवानों से श्रमदान मांगते हैं।
3.) खंडहर मा रच अब रंग महल के भाव ल समझावव ।
कवि नोवजवानों से यही आवाह्न करते है के अपने देश के आर्थिक, सामाजिक स्थिति सुधारो। ऐसे करने से ही सबका विकास होगा। ऐसा ही करने से भारत के हर व्यक्ति का भी विकास होगा।
5.) भारत नंदनवन कब बन जाहि ?
नौजवान जो होते हैं उनमें जो सोता है कुछ कर दिखाने की हिम्मत और ताकत होती है। इनसे ही देश का विकास होगा। जब देश के नौजवान मेहनत करके फसल उगाएंगे, देश को आगे ले जाएंगे, देश की आर्थिक सामाजिक उन्नति करेंगे, तभी भारत नंदनवन कहलाएगा।
6.) खाल्हे लिखाय कविता के पंक्ति मन के अर्थ लिखक–
क. झन भुला अपन पुरुसारथ बल
खंडहर मा रच अब रंगमहल ।
नवयुवक, नवजवानों में जोश उत्साह और ताकत होती हैं। यह अपनी ताकत से खंडर को भी घर बना सकते हैं।
ख. हे स्वतंत्र भारत के नरेस
जन-जन के जल्दी हर कलेस
यहां पर कवि भारत के राजा से कहते है कि तुम इस देश के राजा हो तुम्हें ही मेहनत करनी चाहिए और लोगों के सामने जो नई नई परेशानी आती है उन्हे दूर करना चाहिए। यह जिम्मेदारी तुम्हारी हैं।
पाठ से आगे
1.) तुमन ल अपन जीवन म कभू भीम, भगीरथ, महावीर के पात्र के किरदार निभाय के मौका मिलही त तीनों में से काकर किरदार निभाना पसंद करहु अउ काबर ? सोचके लिखय।
अगर हमें भीम, भगीरथ, महावीर इनमें से एक कोई पात्र निभाने का मौका मिल जाए तो हम भीम का किरदार निभाना पसंद करेंगे। क्योंकी भीम का बलशाली था उसमे सौ हाथियों से लड़ने की ताकद थी।
2.) जउन घर के मुखिया आलसी होथे वो घर परिवार के लोगन म ओकर का का परभाव पढ़थे। अपने घर के मन ला पूछ के लिखव।
जिस घर के लोग या फिर मुखिया आलसी होते हैं उस घर की हानि होती है। क्योंकि अगर घर के मुखिया ही अपने घर को संभल नहीं पाए तो घर के लोगों को, घर के छोटों को यह समझ में नहीं आता कि घर कैसे चलाएं। कामों का विभाजन कैसे करें..? घर संभाले कैसे..? इसी के लिए घर के मुखिया का होना बहुत जरूरी है।
3.) तुमन ल कभू जीवन में एक दिन बर अपन राज्य के मुख्यमंत्री बना दिए जाही त अपन राज्य के विकास वर का का काम करहू ? अपने साथी मन संग चर्चा करके विकास बर करे काम के सूची बनावय।
अगर हमें जीवन में एक बार मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल जाए तो हम अपना सारा लक्ष खेती पर केंद्रित करेंगे। पहले हम खेती का विकास करने के लिए प्रयत्न करेंगे। क्योंकी खेती का विकास जब हो जायेगा तो बाकी सारे क्षेत्रों का भी विकास होगा।
4.) देश के नौजवान मन ले कवि बहुत उम्मीद करत है। नौजवान मन काका कर सकत है? अपन साथी मन संग चर्चा करके विकास काम के सूची बनावय।
देश के नौजवान देश के भविष्य होते हैं। उनमें जोश, ताकत और उत्साह भरपूर होता है। इसीलिए कवि नौजवानों से कहते हैं कि तुम बहुत मेहनत करो, परिश्रम करो और देश को आगे ले जाओ। देश देश का विकास करो और अपनी जिंदगी ही खुशहाल और बनाओ।
भाषा से
1.) ये शब्द मन के हिंदी रूप लिखय–
पुरुसारथ, अगोर, कलेस, झन, पिछवा, पुरुस, भूमि, विसुद्ध ।
पुरुसारथ-पुरुषार्थ
आगोर – राह देखना
कलेसही- क्लेश
झन- जनता
पिछवा- पीछे
पुरुस- पुरुष
भूमि- भूमी
विसुद्ध – विशुद्ध
2.) कविता में नरेस कलेस, ज्ञान–महान जइसन तुक ले तुक मिले शब्द आय है। अइसन शब्द मन ल समानोच्यरित शब्द कहिये।
खाल्टे सिखाय शब्द मन के दो-दो समानोच्चरित शब्द लिखय-
स्वदेश, वीर, तोर, विशुद्ध, महल
स्वदेश – परदेश, भारत देश
वीर -तीर, धीर
तोर- ओर, जोर
विशुद्ध- रुद्ध, क्रुद्ध
महल- चहल, बहल
खाना खायके उल्ट अर्थाला शब्द लिखव-
गुन, आगु, कठोर, खंडहर, नरेस, विशुद्ध
गुन- अवगुण
आगु- पीछे
कठोर- मृदु
खंडहर- आबाद
नरेस- गरीब
विशुद्ध- मिलावटी
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