Chhattisgarh State Class 7 Hindi Chapter 15 शतरंज में मात Solution
Chhattisgarh State Board Class 7 Hindi Chapter 15 शतरंज में मात Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
शतरंज में मात
1.)भरी सभा मे मुडन? इससे बढ़कर है कोई अपमान!” ये वाक्य किसने किससे और क्यों कहे?
यह बात तेनालीराम ने अपने आप से कही थी। तेनालीराम राजा से शतरंज के खेल में हार गया था। इसीलिए राजा ने तेनालीराम का दरबारियों के सामने मुंडन करने का निश्चित किया। तभी यह वाक्य तेनालीराम के मुंह से निकल गया।
2.) मुडन किसका और क्यों हो रहा था?
मुंडन तेनालीराम का हो रहा था क्योंकि वह राजा से शतरंज के खेल में हार गया था।
3.) तेनालीराम ने कैसे दंड से मुक्ति पाई और साथ ही पाँच हजार अशर्फियाँ प्राप्त की?
मुंडन करवाने के वक्त पहले तेनालीराम ने कहा कि मैंने अपने बालों पर पांच हजार अशरफिया उधार ली है। मैं इन्हें नहीं काट सकता। तब राजा ने पांच हजार अशरफिया तेनालीराम को देने का बंदोबस्त किया। उसके बाद तेनालीराम कहता है कि हमारे यहां बाल तभी कटवाए जाते हैं जब माता पिता गुजर गए हो। लेकिन मैंने माता पिता का स्थान अब आपको दिया है, महाराज अगर मैं यह बाल काट दूंगा तो आप स्वर्ग सिधार हो जाएंगे। मैं यह बाल कैसे कटवाए सकता हूं। इस तरह की चालाकी करके तेनालीराम ने अपने दंड से मुक्ति पाई और साथ ही पांच हजार अशरफिया भी प्राप्त कर ली।
4.) दरबारी तेनालीराम से क्यों चिढ़ते थे? कारणों को लिए।
तेनाली रामन बोहोत होशियार थे। उनके पास किसी भी प्रश्न का उत्तर रहता था। वह हाजिर जवाबी थे। अपनी बुद्धि से वह किसी पर भी मात कर सकते थे।इस कारणों के लिए दरबारी तेनालीराम से चिढ़ते थे।
भाषा से
1.) ‘सिर पढ़ना प्रस्तुत एकाकी में आपने यह मुहावरा पढ़ा। ऐसे ही सिर से संबंधित भार और मुहावरे लिखिए तथा वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
सर ओखली में देना – संकट को बुला लेना।
रामू ने जान बूझकर गांव न जाके संकट को बुला लिया।
तू तू मैं मैं – झगड़ा होना।
घरमे रोज छोटी के साथ मेरी तू तू मैं मैं होती थी।
तंग हाल – गरीबी में रहना
राजू के घर की हालत बहुत खराब थी। उन्हें गरीबी में रहना पड़ता था।
सर पर तलवार लटकना – हमेशा खतरा रहना
चोरों के सर पर तलवार लटकती रहती है।
ढोल पिटना – सबको बताते रहना
नंदन को बढ़ती मिलगई यह बात उन्होने सबको बताई।
2.) नीचे कुछ संज्ञाएँ दी गई है। आपको इनसे विशेषण बनाने हैं।
शिक्षा, अपमान, दोष, ढोंग, क्रोध, ज्ञान ।
शिक्षा- शिक्षित
अपमान – अपमानित
दोषी – दोषी
ढोंग- ढोंगी
क्रोध- क्रोधी
ज्ञान – ज्ञानी
3.) विलोमार्थी शब्दों की जोड़ी बनाइए
प्रशंसा अव्यवस्था
चतुराई सज्जन
पराजय खुश
दुष्ट निंदा
उत्तम नाखुश
जय मूर्खता
व्यवस्था अधम
सही उत्तर
प्रशंसा* निंदा
चतुराई* मूर्खता
पराजय *जय
दुष्ट* सज्जन
उत्तम * अधम
व्यवस्था* अव्यवस्था
Read Previous Chapters:
- Chapter 1 कुछ और भी दूं
- Chapter 2 प्रेरणा के पुष्प
- Chapter 3 विद्रोही शक्ति सिंह
- Chapter 4 मौसी
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- Chapter 6 सदाचार का तावीज
- Chapter 7 रात का मेहमान
- Chapter 8 भिखारिन
- Chapter 9 त्यागमूर्ति ठाकुर प्यारेलाल सिंह
- Chapter 10 सितारों से आगे
- Chapter 11 कोई नहीं पराया
- Chapter 12 प्रेरणा स्त्रोत मेरी मां
- Chapter 13 सुभाषचंद्र बोस का पत्र
- Chapter 14 भारत बन जाही नंदनवन
- Chapter 16 काव्य माधूरी
- Chapter 17 वर्षा – बहार
- Chapter 18 मितानी
- Chapter 19 शहीद बकरी
- Chapter 20 लक्ष्य – बेध
- Chapter 21 सुवागीत
- Chapter 22 सुब्रह्मण्य भारती
- Chapter 23 राजीव गांधी