Chhattisgarh State Board Class 9 Hindi Chapter 1 जीवन नही मरा करता है Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
Chhattisgarh State Class 9 Hindi Chapter 1 जीवन नही मरा करता है Solution
1.) कववता मे कौन कौन सी पंक्तीया है जो हमारे अंदर आशा का संचार करती है?
1.) कुछ सपनो के मर जाने से जीवन नही मरताI
2.) खोता कुछ भी नहीं यहा पर
के वल जजल्द बदलती पोथी
जैसे रात उतार चांदनी
पहने सुबह धूप कक धोती
3.) चंद खखलौनों के खोने से बचपन नही मरताI
4.) लाखो बार गगररयों फूटी
शशकन न आई पनघट पर
लाखों बार कजततयो डूबी
चहल पहल वही है तट पर
5.) लाख कारे पतझर कोशशश पर उपवन नही मरा करता हैI
6.) लूट शलया माली ने उपवन
लुटी न लेकीन गंध फूल की
तुफानो तक ने छेडा पर
खखडकी बंद न हुई धूल की
7.) कूछ मुखडो की नाराजी से दपण नही मरा करता है प I
2.) ‘मोती व्यथप लुटाने वालों!’ पंक्ती मे मोती से क्या आशय है?
कवी कहते हैकी हम हमारे जीवन मे बहोत सारे सपने देखते है| उनमें से कंुछ सपने पुरे होते हैं, तो कुछ सपने अधुरे रहते हैं| लेकीन इस वजह से हमे हर वक़्त आंसुनहीं बहाने चहहए| हमें कठीनाईयों का सामना डटकर करना चहहए| इस कववता मे मोती मतलब आंसू| कवी कहते हैंकी, कूछ सपने टूट जाने की वजह से हमारा जीवन समाप्त नही होता, इसीशलये हमे व्यथप ही मोटी रुपी आंसुनाही गवाने चहहए|
3.) ‘तम की उम्र बढाने वालों! लौ की आयुघटाने वालों!’ कववता की इन पंजक्तयो में ककस तरह के लोगों को संबोधधत ककया गया हैंऔर इनकी तुलना ककससे की गई हैं?
तम मतलब अंधेरा| जो लोग ननराशावादी होते हैं, वह हमेशा दसु रो के कांम बबगाडते रहते हैं| इन लोगों को अंधेरा ही पसंद होता हैं| यह खुद भी अंधेरे कक ओर चलते हैं, और दसु रों को भी गलत राह हदखाते हैं| यह लोग कभी भी प्रकाश या उजजयालें में रहना पसंद नहीं करते| दसु रों को भी गलत राह हदखाते हैं| इनके मन मे हमेशा ननराशा भरी रहती है| लौ की मतलब आशा की कमी रहती हैं|
4.) ‘लूट शलया माली ने उपवन, लटुी न लेकीन गंध फुल की’ कववता की इन पंजक्तयो में कवव क्या संदेश देना चाह रहा है?
ककसीके बगीचे का फुल हम तोड सकते है, लेकीन उस फुल से उसकी खुशबूनहीं छीन सकत|े माली हर रोज बगीचे से फुल तोडकर ले जाता हैं| लेकीन उस फुलों कक खुशबूउनसे नही तोड सकता वह खुशबू उनसे नही छीन सकता| इसी तरह हमारे जीवन में जब जब ननराशा जनक वातावरण होगा जब भी हम संकटो का सामना करेंगे तब हमे ननराश नहीं होना हैं, हमे हमेशा आशावादी रहना हैं|
5.) कववता के शीर्पक ‘जीवन नहीं मरा करता’ की उपयुक्तता पर अपने ववचार शलखखए|
हमारे जीवन में उतार चढाव हमेशा आते रहेंगे| हमे हमेशा संकटो का सामना करना पडेगा| लेकीन इस वजह से हमे कभी ननराश नहीं होना हैं| हमेशा संकटो का डटकर सामना करना हैं| जो रस्ता हमने अपने शलए चुना हैं, उसीपे हमे ननरंतर चलना होगा| परेशानीयों से डरकर हमे अपने लक्ष्य से वपछे नहहं हटना हैं| हमें हारकर ननराश होकर आसूबहाते हुए नहीं बैठे रहना हैं| हमे जीवन मे आगे बढना हैं|
पाठ से आगे
1.) कुछ सपनों के मर जाने से जीवन समाप्त नहीं हो जाता हैl क्या आप इस बात से सहमत है? अपने पक्ष में उदाहरण सहहत तकप दीजजएl
कुछ सपनों के मर जाने से जीवन समाप्त नहीं हो जाता हम इस बात से पूण प तरह से सहमत हैक्योंकक हमारे जीवन में बहुत सारे संकट आते हैं, हमें अपने लक्ष्य से दरू ले जाते हैं| लेककन इस वक्त हमें अपने लक्ष्य पर ही ध्यान कें हित करना चाहहए| हमें ननराश नहीं होना चाहहए| हमने जजस रास्ते को चुना है, उस रास्ते पर हमें डटकर रहना होगा| उस रास्ते पर ही हमें चलना होगा| अगर हम भटक जाते हैं ननराश हो जाते हैंतो हमारे सपने कभी पूरे नहीं होंगे| हमने जो लक्ष्य चुना हैवह हमें कभी नहीं शमलेगा| रात के बाद ही सवेरा आता है, मतलब बहुत परेशाननयों के बाद ही आपको सफलता शमलेगी| हमें उस हदन का इंतजार करना है| और प्रयास करते रहना है| हमारे सामने बहुत कहठन पररजस्थनत आएगी, हमें बहुत संकटों का सामना करना पडेगा, लेककन ऐसी पररजस्थनत में हमें ननराश नहीं होना है| हमें मजबूत बनना होगा, हमें अपने लक्ष्य को पाने के शलए बहुत प्रयास करने होंगे|
2.) अपने या अपने आसपास के लोगों के जीवन की कुछ ऐसी घटनाओं का वण पन कीजजए जजनके घहटत होने पर भी जीवन के वहृद पररदृतय प्रभाववत नहीं होत।े
हमें अपने जीवन में आए संकटों का सामना डटकर करना होगा। मुजतकलों से हमें हार नहीं माननी है। हमें मजबूत होकर इनका सामना करना है। यह कववता हमें यही बात शसखाती है। हमारे शहर में ऐसा ही एक पररवार रहता था, जो हमेशा खुश रहता था, संकटों का सामना डटकर करता था| लेककन एक हदन ऐसा आया कक उस घर के मुख्य स्री के पनत को नशे की आदत लग गई| यह आदतधीरे-धीरे बढ़ती गई| उनके घर वालों ने उन को समझाने का बहुत प्रयास ककया, लेककन वह आखखर तक समझ नहीं सके कक अपने शलए क्या अच्छा हैऔर क्या बुरा है| इसी वजह से कुछ वर्ों में उनकी मौत भी हो गई| उसके बाद उनका पररवार अके ला पड गया| उनको एक लडकी और एक लडका था, वह भी अके ले हो गए, ननराश हो गए| लेककन उनकी पत्नी ने इस मुजतकलों का सामना डटकर ककया, वह अपने पररवार के शलए खुद खडी हो गई और अपने बच्चों को अच्छे सीख दे दी| आसपास पडोशसयों के घर जाकर भी वह घरवालों को या कफर उनके बच्चों को नशे से कैसे दरू रखा जा सकता है, नशा करने से हमारे पररवार परककतना बुरा असर पडता है, यह समझ आती हैऔर उनको नशे से दरू रखती है|
1.) हहंदी भार्ा में कई बार एक ही अथप के शलए एक से अधधक शब्द रूप इस्तेमाल ककए जाते हैं, उदाहरण के शलए कववता में ‘ज्यो’ शब्द आया है इसके शलए ‘जैसे’ शब्द का भी इस्तेमाल ककया जा सकता है। इन्हें पयापयवाची भी कहते हैं। ननमनांककत शब्दों के पयापयवाची बताइए|
क) अश्रु– आंसू
ख) व्यथप – बेकार
ग) नयन- नेर
घ) चंद- चांद
ङ) कतती – नाव
च) तम – अंधेरा
छ) उपवन – बगीचा
ज) कोशशश – प्रयत्न
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