Telangana SCERT Solution Class VIII (8) Hindi Chapter 2 लाख की चूड़ियां
लाख की चूड़ियां
प्रश्न
1.) चित्र में क्या-क्या दिखाई दे रहा है?
चित्र में एक घर है और उस घर के सामने एक कुंभार मिट्टी के बर्तन बना रहा है।
2.) कुम्हार क्या कर रहा है?
कुम्हार मिट्टी के बर्तन बना रहा है।
3.) कुम्हार क्या सोच रहा होगा ?
कुमार अपने बीवी बच्चों के बारे में अपने घर के बारे में सोच रहा होगा।
सुनिए- बोलिए
1.) आधुनिक समाज में हस्तकारीगरों का क्या महत्व है?
आधुनिक समाज में हस्तकारागिर का कोई महत्व नहीं है। यहां पर सिर्फ हम लोग मशीनों पर जो चीज बनती है उनका ही हम इस्तेमाल करते हैं। जो लोग पर्यटन के लिए आते हैं, घूमने फिरने के लिए आते हैं वही लोग हस्तकालकारजो चीज बनाते है उनका इस्तेमाल करते हैं, उन्हें खरीदने हैं। क्योंकि वह वस्तु उनके लिए सस्ती पड़ती है। लेकिन हमारे लिए इनका कोई महत्व नहीं है।
2.) बाज़ार में बिकनेवाले सामानों की डिज़ाइनों में परिवर्तन होता ही रहता है। उस पर अपने विचार बताइए।
बाजार में देखने वाले वस्तुओं का रूप रंग हमेशा बदलता रहता है, क्योंकि एक ही डिजाइन, एक ही रंग की वस्तु लोग अपने जीवन में हमेशा इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसमें हर वक्त उन्हें परिवर्तन चाहिए होता है। इसलिए बाजार में बिकने वाले सामानों की डिजाइनों में हमेशा परिवर्तन होता रहता है।
पढ़िए
1.) पाठ का पहला चित्र देखिए। इसमें बदलू लाख की चूड़ियाँ बना रहा है। इससे संबंधित वाक्य पाठ मैं ढूंढिए और बताइए।
मुझे अपने मामा के गाँव जाने का सबसे बड़ा चाव यही था कि जब मैं वहाँ से लौटता था तो मेरे पास ढेर सारी गोलियाँ होतीं, रंग-बिरंगी गोलियाँ जो किसी भी बच्चे का मन मोह ले।
मैं घंटों बैठे-बैठे उसे इस प्रकार चूड़ियाँ बनाते देखता रहता।।
चूड़ियाँ बनाना उसका पैतृक पेशा था और वास्तव में वह बहुत ही सुंदर चूड़ियाँ बनाता था।
2.) बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से क्यों जाता था ?
बचपन में लेखक अपने मामा के गांव जाओ से जाता था क्योंकि गांव से लौटते वक्त उसके पास बहुत सारे रंग बिरंगी लाख की गोलियां होती थी।
3.) बदलू के मन में ऐसी कौन-सी व्यथा थी जो लेखक से छिपी न रह सकी ?
मशीनों की वजह से जो हस्तकारागिर थे उनके हाथ का काम चला गया। उनका काम बंद पड़ गया। बदलू की कांच की चूड़ी और मशीनों की बनाई हुई चूड़ी इसमें बहुत फर्क था लेकिन मशीनी युग आने से बदलू की चूड़ियां कोई पसंद नहीं करता था।
4.) निम्नलिखित अवतरण पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
“उस गाँव में तो सभी स्त्रियाँ उसकी बनाई हुई चूड़ियाँ पहनती ही थीं आस-पास के गाँवों के लोग भी उससे चूड़ियाँ ले जाते थे। परंतु वह कभी भी चूड़ियों को पैसों से नहीं बेचता था। उसका अभी तक वस्तु विनिमय का तरीका अलग था और लोग अनाज के बदले उससे चूड़ियाँ ले जाते थे. . . . . . . . विवाह में इसी जोड़े का मूल्य इतना बढ़ जाता था कि उसके लिए उसकी घरवाली को बहुत सारे वस्त्र मिलते, ढेरों अनाज मिलता, उसको अपने लिए पगड़ी और रुपये जो मिलते सो अलग।” इस वाक्य से पता चलता है कि वस्तु विनिमय की पद्धति हमारी संस्कृति का हिस्सा थी। किसान अपने अनाज का कुछ हिस्सा लुहार, बढ़ई, मनिहार, नाई, धोबी, कुम्हार, माली, पनेरी, बँसोर, जुलाहा आदि को देते थे। वे इसके बदले में किसान की सहायता करते थे। विवाह आदि कार्यक्रमों में इनका विशेष महत्व था। हमारी परंपराओं में इन्हें विशेष स्थान दिया गया था। विवाह आदि शुभकार्यों के मौकों पर इन्हें वस्त्र आदि भेंट किए जाते थे। इस प्रकार गाँव के लोग एक-दूसरे से जुड़े रहते। सभी कलाओं का पोषण भी होता रहता। आज भी कुछ गाँवों में यह पद्धति थोड़ी मात्रा में प्रचलित है।
1.) वस्तु विनिमय क्या है ?
वस्तु विनिमय का अर्थ है एक वस्तु के बदले दूसरी वस्तु ले लेना। यही हमारी संस्कृति है। जैसे कि किसान अपने अनाज का हिस्सा लुहार, नई, जुलाहा, धोबी, कुमार माली इनको दे देते थे और इसके बदले वे लोग किसान की सहायता करते थे इसे वस्तु विनिमय कहते हैं।
2.) कलाओं का पोषण किस प्रकार होता आ रहा है?
हस्तकलाकार जो होते हैं वह सभी चीज अपने हाथों से बनाते हैं। इन चीजों का उपयोग विवाह जैसे समारंभ में किया जाता है। ऐसे मौके पर हम वस्त्र, चूड़ियां भेंट दे देते हैं। जब ऐसी वस्तुओं का आदान-प्रदान होता है तब कल का भी पोषण अपने आप हो जाता है।
3.) हमारी परंपराओं में किसका विशेष स्थान है?
हमारे संस्कृत में परंपराओं में वस्त्र विनिमय का विशेष स्थान है, क्योंकि जब हम किसी से एक वस्तु लेते हैं, उसके बदले हम उसके उपयोग में जो वस्तु आती है ऐसी वस्तु हम उसको दे देते हैं। इसको हम पैसों से नहीं तोल सकते।
लिखिए
1.) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर कम से कम पाँच वाक्यों में लिखिए।
1.) लाख और काँच की चूड़ियों की तुलना करते हुए 5 वाक्य लिखिए।
लाख की चूड़ियां मजबूत होती है कांच की चूड़ियां हल्का सा धक्का लगने से टूट जाती है।
कांच की चूड़ियां हम ज्यादा दिन तक संभाल कर नहीं रख सकते लेकिन लाख की चूड़ियों का इस्तेमाल हम बहुत वर्षों तक कर सकते हैं।
पुराने जमाने से हम लाख की चूड़ियों का इस्तेमाल करते आए हैं जबकि कांच की चूड़ियां सिर्फ दिखावे के लिए पहनाई जा सकती है।
कांच की चूड़ियों से लाख की चूड़ियां वजन में भारी होती है लेकिन वह टिकाऊ होती हैं।
जो बात कांच की सुंदरता में होती है वह लाख की चूड़ियों में नहीं होती।
2.) हस्तकारीगरों की दुर्दशा के प्रमुख कारण लिखिए।
मशीनों का युग आने से कोई भी अब लाख की चूड़ियां पहनना पसंद नहीं करता। कांच की चूड़ियां पहनना सभी पसंद करते हैं। ऐसे ही बाकी की चीजों में भी कारागिरने बनाई हुई चीज कोई पसंद नहीं करता जो चीज मशीनों पर बनाई होती है वही चीज सब लोग पसंद करते हैं। इस वजह से हस्तकारागिरों की दुर्दशा हो गई है।
3.) इस पाठ से हमें क्या सीख मिलती है?
हमें इस पाठ से यह सीख मिलते हैं कि आधुनिकीकरण तो हो गया है लेकिन उसकी वजह से बहुत लोगों का नुकसान भी हो गया है। जो लोग ऐसे व्यवसाय करके अपना जीवन चला रहे थे, उनपर भूखे रहने की नौबत आ गई है। इसीलिए हमें स्वदेशी और जो वस्तुएं हाथ से बनाए गए हो उनका ही इस्तेमाल करना चाहिए। मशीनों पर जो चीजें बनती है वह सिर्फ देखने में सुंदर होती है लेकिन उतनी ही नाजुक भी होती है।
II.) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर आठ-दस वाक्यों में लिखिए।
1.) आप अपने घर आए मेहमान का अतिथि सत्कार कैसे करेंगे?
हमारे घर में जो अतिथि आते हैं उनका हम अच्छे से स्वागत करते हैं उन्हें बैठने के लिए जगह देते हैं उनके रहने की खाने पीने की व्यवस्था करते हैं।
2.) अपनी दिनचर्या लिखिए।
हम रोज सुबह उठ के प्राथमिक काम पूरे करते हैं उसके बाद में हम खाना बनाने की तैयारी में जुट जाते हैं। घर में नौकरी पर जाने वालों के डिब्बे तैयार करते हैं। उसके बाद खुद के लिए डब्बा लेकर हम नौकरी पर जाते हैं। दिनभर काम करते हैं घर आकर घर के लोगों का खाना बनाते हैं।
3.) आपके घर में कौन-कौन से काम मशीनों द्वारा किए जाते हैं?
आटा गुथना, कपड़े धोना, मिक्सी चलाना, बहुत सारे काम कंप्यूटर या लैपटॉप पर करना, मोबाइल द्वारा किसी से संभाषण करना यह काम हम हमारे घर में मशीनों द्वारा करते हैं।
शब्द भंडार
1.) वाक्य पढ़िए। इसमें प्रयुक्त मुहावरे का प्रयोग समझिए। इस मुहावरे का पुनः वाक्य प्रयोग कीजिए ।
- रंग बिरंगी गोलियाँ जो किसी भी बच्चे का मन मोह लें।
मन मोह लेना
- विवाह के अवसर पर वह सारी कसर निकाल लेता था।
कसर निकालना
- उसको मनाने में लोहे लग गये थे।
लोहा लगना
भाषा की बात
1.) बदलू अच्छा आदमी है। उसमें अच्छाई है।
उसका परिवार गाँव में रहता है। वह रोज गाय का दूध पीता है।
ऊपर दिये गए वाक्यों में रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए और समझिए। इस तरह किसी व्यक्ति या विशेष नाम, जाति का नाम, भाव का नाम, समूह या द्रव पदार्थ के नाम का बोध करने वाले शब्दों को संज्ञा कहते हैं।
2.) संज्ञा के कुछ उदाहरण पाठ में ढूंढिए और लिखिए।
यदि संसार में बदलू को किसी बात से चिढ़ थी तो वहां थी कांच की चूड़ियों से।
कभी-कभी बदलू मेरी अच्छी खासी खातिर भी करता।
मैं हूं जनार्दन, काका!
अरी रज्जो लल्ला के लिए आम तो ले आ।
प्रशंसा
घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने और कारीगरों की भलाई के लिए आप क्या करना चाहेंगे ?
घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए और कारा गैरों की भलाई के लिए हम उनकी चीजें इकट्ठा करेंगे और वह गांव गांव शहर शहर घर-घर में जाकर बेचेंगे।
जो सरकारी योजना होती है वह कारागीर उन तक पहुंच जाएंगे जिससे उनका लाभ हो सके।
सृजनात्मक अभिव्यक्ति
आपने मेले, बाज़ार आदि में हाथ से बनी कई वस्तुएँ देखी होंगी। इन वस्तुओं को बनाने की कला जानने के लिए किसी हस्तकारीगर के साक्षात्कार के लिए प्रश्नावली का निर्माण कीजिए।
आपका नाम क्या है ?
आप यह चीजें कहां से बना कर लाते हैं ?
यह चीजें बनाने में आपको कोई तकलीफ होती है क्या?
यह चीज से बनाने में आपको कौन-कौन सी वस्तुएं लगती है?
यह चीजें बेचने के लिए आप क्या-क्या करते हैं
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