Telangana SCERT Solution Class VIII (8) Hindi Chapter 1 बरसते बादल
बरसते बादल
प्रश्न
1.) मीठे गीत कौन गाती है ?
मीठे गीत कोयल गाती हैं।
2.) हमारे जीवन में पानी की आवश्यकता क्यों है?
पानी हमारे लिए जीवन हैं। सब सजिवों को जीने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। फसलों को भी पानी की जरुरत होती हैं।
3.) मेघ हमें पानी किस प्रकार देते हैं?
तालाब, नदियों का पानी गर्मी के दिनों में बाष्प के रूप में आसमान में जाता है। इसके बदल तैयार होते है। इन बादलों को ठंडी हवा मिलते ही बारिश होती हैं। यह पानी जमीन में रिस जाता है।
सुनिए – बोलिए
1.) धरती की शोभा का प्रमुख कारण वर्षा है। इस पर अपने विचार बताइए।
जब वर्षा होती है तो सभी जगह में उत्साह भर जाता है। फूल, पेड़, पौधे खिल जाते हैं। गर्मी की वजह से जो धरती तप्ती है उसे ठंडक मिल जाती है। पशु, पक्षियों को आनंद आ जाता है। बारिश की वजह से फसल उगती है। नदिया, तलाब में पानी भर जाता है।
2.) घने बादलों का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
घने बादल हमें वर्षा के मौसम में दिखाई देते हैं। आसमान में यह बादल मंडराते रहते हैं। बीच-बीच में वहां पर बिजलीयां चमकती रहती है। घने बादलों को ठंडक मिल जाए तो फिर वह पानी की बूंदे बरसाना शुरू करते हैं।
3.) वर्षा ऋतु में नदियों के सौंदर्य पर अपने विचार बताइए।
वर्षा ऋतु में घनी बारिश के वजह से नदियों में पानी भर जाता है। गर्मी के दिनों में यही पानी भाजपा के रूप में आसमान में चला जाता है और उसके बादल तैयार होते हैं। उसके बाद जब इन्हें ठंडक मिल जाती है तब बारिश की शुरुआत होती है जो नदिया गर्मी के दिनों में सुख जाती है। बारिश के दिनों में वहा पर पानी भर जाता हैं। झरने बहने लगते हैं। नदियों के पानी का खेती के लिए उपयोग हो जाता है।
पढ़िए
1.) वाक्य सीधा कर के लिखिए।
1.) हैं झम-झम बरसते झम-झम मेघ के सावन।
झम-झम-झम-झम मेघ बरसते हैं सावन के,
2.) गगन में गर्जन घुमड़-घुमड़ गिर भरते मेघ।
घुमड़-घुमड़ गिर मेघ गगन में भरते गर्जन।
3.) धरती पर झरती धाराएँ पर धाराओं
धाराओं पर धाराएँ झरती धरती पर
ii.) नीचे दिये गये भाव की पंक्तियां लिखिए।
1.) बादलों के घोर अंधकार के बीच बिजली चमक रही है और मन दिन में ही सपने देखने लगा है।
चम चम बिजली चमक रही रे उर में घन के,
2.) मिट्टी के कण-कण से कोमल अंकुर फूट रहे हैं।
रज के कण-कण में तृण-तृण को पुलकावलि भर।
3.) कवि चाहता है कि जीवन में सावन बार-बार आए और सब मिलकर झूलों में झूलें।
इंद्रधनुष के झूले में झूलें मिल सब जन, फिर-फिर आये जीवन में सावन मनभावनः।
III .) पद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
बंद किए हैं बादल ने अंबर के दरवाजे सारे,
नहीं नजर आता है सूरज ना कहीं चाँद-सितारे,
ऐसा मौसम देखकर, चिड़ियों ने भी पंच पसारे,
हो प्रसन्न धरती के वासी, नभ की ओर निहारे ।।
1.) इसमें अंबर के दरवाजे बंद कर दिए हैं-
(अ) आकाश
(आ) सूरज
(इ) चाँद
(ई) बादल
उत्तर -बादल
2.) पंख किसने पसारे हैं?
(अ) चिड़िया
(आ) मौसम
(इ) धरती
(ई) सितारे
उत्तर – चिड़िया
3.) पद्यांश में आया युग्म शब्द है-
(अ) बादल-अंबर
(आ) सूरज-चाँद
(इ) चाँद-सितारे
(ई) धरती -वासी
उत्तर -(इ) चाँद-सितारे
4.) धरती के लोग किस ओर निहार रहे हैं?
(अ) चिडिया
(आ) नभ
(इ) बादल
(ई) चाँद
उत्तर – (आ) नभ
5.) पहले पढ़ी गई कविता व उपर्युक्त कविता का विषय
(अ) प्रकृति
(आ) सूरज
(इ) तारे
(ई) अंबर
उत्तर- (अ) प्रकृति
लिखिए
1.) इन प्रश्नों के उत्तर चार-पांच पंक्तियों में लिखिए।
1.) वर्षा के समय सबकी अनुभूति अलग-अलग होती है। बताइए आपकी अनुभूति कैसी होती है?
कई थोड़े ही लोग होंगे जिनको बारिश पसंद नहीं है लेकिन बारिश सब लोगों को पसंद होती है। छोटे बच्चों को तो बारिश में भीगने बहुत पसंद होता है। मुझे भी बारिश बहुत पसंद है। बारिश जब आती है तब ऐसा लगता है जैसे सबको ठंडा राहत मिल गई हो। इस मौसम में पेड़ पौधे खिलने लगते हैं। सभी जगह हरियाली छाई हुई होती है। सब जगह देखने के लिए अच्छी और सुंदर लगती है।
2.) वर्षा के समय प्रकृति बहुत ही सुंदर दिखाई पड़ती है। इस समय मेघ, बिजली और बूँद की क्या विशेषता होती है?
वर्षा के समय सब जगह हरि भरी नजर आती है। सब जगह बहुत सुंदर दिखाई देती है। जब बारिश की बूंदे धरती पर गिरती है तब मिट्टी में से खुशबू आती हैं। बादल की गड़गड़ाहट में और बिजली के चमचमाहट में बारिश का आगमन होता है।
3.)वर्षा की बूँदें धरती का रूप बदल सकती है। कैसे ?
वर्षा की बूंदे जब धरती पर गिरती है धरती की तपन कम हो जाती है। धरती को ठंडक मिल जाती है। एक सुकून सा महसूस होता है। उस वक्त मिट्टी में से खुशबू आने लगती है। सभी जगहों खिल जाती है। नदियों तालाबों में पानी भरने लगता है। सभी पशु पक्षी आनंदित हो जाते हैं।
इन प्रश्नों के उत्तर आठ-दस पंक्तियों में लिखिए।
1.) प्रायः सभी लोग सावन का बार-बार आना पसंद करते हैं। क्यों?
सावन के महीने में सभी जगह खिल जाती है। सबको बारिश पसंद होती है। बारिश आने से गर्मी से छुटकारा मिल जाता है। धरती की तपन कम हो जाती है। नदी नालियों में पानी भर जाता है। पशु पक्षियों को आनंद आता है। पेड़ पौधे खिलते हैं। सभी जगह हरी भरी नजर आती है। किसान हमेशा ही बारिश का इंतजार करता है, ताकि फसलें उगने में उसकी मदद हो। पानी के बिना कोई भी संजीव जिंदा नहीं रह सकता। बारिश या वर्ष का ऋतु हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है।
कविता का सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
बारिश की बूंदे जब धरती पर गिरती है तब धरती को सुकून महसूस होता है। बारिश की बूंद की आवाज एक स्वर जैसी लगती है।धरती को आनंद आता है सभी जगह प्रसन्न है जाती है
सावन के महीनों में सभी पशु पक्षी आनंदित हो जाते हैं, मोर नाचने लगता है, मेंढक लगता है सब अपनी अपनी तरफ से बारिश का स्वागत करते हैं।
बारिश की बूंदे जब धरती पर गिरती है तो उनकी आवाज ऐसी लगती है मानो के किसी ने स्वर तार छेड़ दिया हो। बूंद पर बूंदे बरसती रहती है। सभी जगह हरी भरी हो जाती है। फासले उगती है। किसान भी आनंदित होता है।
बारिश के मौसम में सभी के मन प्रफुल्लित हो जाते हैं। कई बार तो कई बच्चे बड़े इस बारिश में भीगने का आनंद लेते हैं। बारिश की बूंद को अपने हाथ में पकड़ते हैं, और गाते हैं मस्ती करते हैं।
शब्द भंडार
इन शब्दों के तत्सम रूप लिखिए।
1.) सावन- श्रावण
2.) सपना- स्वप्न
इन शब्दों के तद्भव रूप लिखिए।
1.) गण- गिन
2.) वारि- बारिश
भाषा की बात
1.) रेखांकित शब्दों के बीच का अंतर समझिए।
1.) धाराओं पर धाराएँ झरती धरती पर।
धारा शब्द का बहुवचन धाराएं है लेकिन धारा ही शब्द के पीछे कारक शब्द पर जुड़ गया है इसलिए उसके पहले का शब्द धाराओं ऐसा हो गया।
2.) इंद्रधनुष के झूले में झूलें मिल सब जन रेखांकित शब्द के वचन बदलकर वाक्य फिर से लिखिए। II.)
झूले मतलब पालना झूंले मतलब झूलना। झूला यह शब्द झूले इस शब्द का मूल रूप है उसके पूछे में यह कारक आने से झूला यह शब्द बन गया।
2.) रेखांकित शब्दों के वचन बदलकर वाक्य फिर से लिखिए।
1.) धाराएँ भरती धरती पर।
धारा भरती धरती पर।
2.) पकड़ वारि की धार झूलता है।
पकड़ वारि की धार झूलता है।
प्रशंसा
मेघों से बरसने वाली वर्षा की बूँदों से क्या लाभ हैं?
मेधी से जो बंदे बरसती है उसे धरती पर जो विषैले जीव जंतु होते हैं, वह नष्ट हो जाते हैं और हवा भी साफ सुधरी होने लगती है।
सृजनात्मक अभिव्यक्ति
मेघ की आत्मकथा लिखिए।
हेलो बच्चों कैसे हो. .. ? देखो मैं मेघ हूं। जो तुम पर बरस रहा हूं। तुम्हें भी मैं पसंद हूं ना। मैं जब आता हूं तो तुम्हें आनंद आता है ना? सारे बच्चे खुश हो जाते हैं ?तुम्हें भी खुशी होती है ना?
मैं जब आता हूं तब बहुत सारी खुशियां लेकर आता हूं। सभी को आनंद आ जाता है। सबसे ज्यादा खुशी किसानों को होती है, क्योंकि उन्होंने मिट्टी में बीज बोए होते हैं और यह मौसम फैसले उगने का होता है। बहुत सारा धन किसानों को मिल जाता है और इसी से उनको खुशी मिलती है। मेरे आने से नदिया तलाब भर जाते हैं। गर्मी के कारण यह सूखे पड़ जाते हैं, लेकिन जब मैं आता हूं तब इनको भी खुशी हो जाती है।
पेड़ पौधे झूलने लगते हैं। पशु पक्षि आनंदित हो जाते हैं। बच्चों की तो मौज हो जाती है, क्योंकि मैं जब भारी मात्रा में बरसता हूं तब सारी पाठशालाओं को छुट्टी मिल जाती है। बच्चों को पानी में खेलने से मजा आता है। कहीं बच्चे तो छाता भूल कर आते हैं और बारिश में भीग रहे होते हैं। फिर मां की डांट भी खा लेते हैं।
आज मनुष्य में पेड़ पौधों को काट दिया है। वह सिर्फ शहरों का विकास करने की ओर बढ़ रहा है। लेकिन इससे प्राकृतिक सौंदर्य खत्म हो रहा है। पेड़ पौधे नष्ट हो रहे हैं। इसकी वजह से बारिश की मात्रा कम ज्यादा हो रही है। हमें शहरों का विकास करना है, लेकिन अगर आप प्रकृति को नष्ट करने जाओगे तो प्रकृति का प्रकोप हो जाएगा। इसीलिए सोच समझकर विकास करो।
परियोजना कार्य
नीचे हिंदी महीनों के नाम दिये गये हैं। पता कीजिए कि किस महीने में किस तरह का मौसम होता है। उनके बारे में दो-दो वाक्य लिखिए।
हिंदी महीनों के नाम मौसम की जानकारी
चैत्र चैत्र के महीने में गर्मी ज्यादा होती है। मराठी नववर्ष की शुरवात इसी महीने से होती है।
वैशाख इस महीने में चांद विशाखा नक्षत्र के पास होता है। इस महीने में गर्मी बहुत मात्रा में बढ़ती है।
ज्येष्ठ इस महीने में भी बहुत ज्यादा गरमी रहती है।
आषाढ़ आषाढ़ के महीने में बारिश ऋतु का आगमन होता है। प्रकृति मे बदलाव आते है।
श्रावण श्रावण मास में गरमी और बारिश दोनो ऋतु देखने मिलते हैं।
भाद्रपद यह महीना उत्सवोंका महीना होता हैं।
अश्विन विजय दशमी का त्योहार इस महीने में मनाया जाता है। किसान आनंदी होते है। फसलें उगती है।
कार्तिक कार्तिक महीने में मौसम में ठंड की शुरुआत होती हैं।
मार्गशीष इस महीने में ठंड की मात्रा बढ़ जाती है।
पौष इस महीने में ठंडक बढ़ती है।
माघ माघ के महीने में वसंत ऋतु का आगमन होता हैं। सभी जगह रंग बिरंगे फूल खिलते है।
फाल्गुन फाल्गुन मास में वातावरण साफ रहता है।
For More Chapters Check Here –
- Chapter 2 लाख की चूड़ियां
- Chapter 3 बस की यात्रा
- Chapter 4 दीवानों की हस्ती
- Chapter खेल जहा मैदान वहा
- Chapter 5 चिट्ठियों की अनूठी दुनिया
- Chapter 6 अरमान
- Chapter 7 कामचोर
- Chapter 8 क्या निराश हुआ जाए?
- Chapter थैंक्यू निकुंभ सर
- Chapter 9 कबीर की साखियां
- Chapter 10 जब सिनेमा ने बोलना सीखा
- Chapter दो कलाकार
- Chapter 11 सुदामा चरित
- Chapter 12 जहां पहिया हैं
- Chapter 13 पानी की कहानी
- Chapter 14 हमारा संकल्प
- Chapter 15 सूरदास के पद
- Chapter 16 बाज और सांप
- Chapter पहाड़ से ऊंचा आदमी