Telangana SCERT Solution Class VIII (8) Hindi Chapter 13 पानी की कहानी
पानी की कहानी
प्रश्न
1.) इन पंक्तियों में कैसे समय का वर्णन है ?
जब किसी जगह पर अकाल पड़ता है तो जगह ऐसी हो जाती है। इन पंक्तियों में अकाल के समय का वर्णन किया है।
2.) अकाल में लोगों को क्या–क्या समस्याएँ होती होंगी?
जब काल पड़ता है तब लोगों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अकाल में सभी जगह का पानी सूख जाता है। इसलिए पीने के लिए लोगों को पानी नहीं मिलता। पशु पक्षी को भी पीने के लिए पानी नहीं मिलता। फसलों को पानी नहीं मिलता। इस वजह से वहां पर खाद्य का संकट उत्पन्न हो जाता है। सभी लोग, पशु पक्षी इनको ना खाने के लिए मिलता है न पीने के लिए पानी।
3.) पानी हम लोगों तक कैसे पहुँचता है ?
वर्षा के माध्यम से हम लोगों तक पानी पहुंच सकता है। जब वर्षा होती है तो बहुत सारा पानी सबको मिल जाता है। इसके अलावा नदी कोई तालाब इन माध्यमों से पानी लोगों को मिलता है।
सुनिए– बोलिए
1.) अन्य पदार्थों के समान जल की भी तीन अवस्थाएँ होती हैं। अन्य पदार्थों से जल की इन तीन अवस्थाओं में विशेष अंतर होता है कि जल की तरल अवस्था की तुलना में ठोस अवस्था (बर्फ) हल्की होती है। इसके कारण पर चर्चा कीजिए ।
जल की तरल अवस्था सबसे हल्की होती है तरल अवस्था मतलब पानी की बाफ होना। हम जो पानी पीने के लिए कपड़े धोने के लिए इस्तेमाल करते हैं यह जल की दूसरी अवस्था है। पानी की तीसरी अवस्था है बर्फ इस यह वजन में बाकी दो अवस्था से वजनदार होता है।
2.) यदि आपको मौका दिया जाये तो आप किस प्रदेश में (पर्वतीय / मैदानी भाग / समुद्र तटीय प्रदेश) रहना पसंद करेंगे? क्यों? अपने मित्रों के उत्तर भी जानिए।
यदि हमें मौका दिया जाए तो हम समुद्री प्रदेश में जाकर रहना पसंद करेंगे क्योंकि समुद्र की लहरों की जो आवाज होती है। वहां की जो हल्की सी शांतता होती है यह बहुत सुकून भरी होती है l। हमें समुद्री प्रदेश में जाना और वहां पर रहना पसंद है।
पढ़िए
1.) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1.) लेखक को ओस की बूँद कहाँ मिली?
बेर की झाड़ी पर से मोती की एक बूंद लेखक के हाथ पर आ गिरी। लेखक को ओस की बूंद बेर के झाड़ पर मिली।
2.) ओस की बूंद क्रोध और घृणा से क्यों काँप उठी ?
ओस का कहना था कि पेड़ हमें बलपूर्वक जमीन से खींच कर लाते हैं और अपने जल की व्यवस्था करते हैं कई बूंदों को पृथ्वी जमीन से बाहर निकालती है और उससे ही उस बनती है इस बात की याद आने से उसकी बूंद क्रोध और घृणा से कांप उठी।
3.) हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को पानी ने अपना पूर्वज / पुरखा क्यों कहा?
हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से ही पानी की निर्मिति होती है। इसीलिए बूंद ने हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को पानी ने अपना पूर्वज / पुरखा कहा है ।
4.) पानी की कहानी के आधार पर पानी के जन्म और जीवन यात्रा का वर्णन अपने शब्दों मे कीजिए।
पानी का जन्म हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से हुआ है। हाइड्रोजन और ऑक्सीजन ये दो वायु जब मिलते है तो इनके मिलने से ही पानी का जन्म होता है। बाफ़ यह पहला पानी का रूप है। इसके बाद पानी बर्फ के रूप में दिखने लगा। और बादमें उसका पानी का रूप सबके सामने आ गया।
5.) कहानी के अंत और आरंभ के हिस्से को स्वयं पढ़कर देखिए और बताइए कि ओस की बूँद लेखक को आपबीती सुनाते हुए किसकी प्रतीक्षा कर रही
इस कहानी के आरंभ से ही ओस की बूंद सूर्य की किरणों का प्रतीक्षा कर रही थी, क्योंकि सूर्य की किरणों उस पर पड़े तो उसका इंतजार खत्म होगा वह आकाश में चली जाएगी। अंत में जब सूर्योदय होता है तब उसकी किरणों के साथ ओस की बूंद आकाश में उड़ जाती है और उसका यह इंतजार खत्म होता है।
लिखिए
1.) नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर कम से कम पाँच वाक्यों में लिखिए।
1.) समुद्र के तट पर बसे नगरों में अधिक ठंड और अधिक गर्मी क्यों नहीं पड़ती ?
समुद्र में बहुत सारा पानी होता है उसी के कारण वहां के लोगों को अधिक ठंडी और गर्मी नहीं लगती, क्योंकि समुद्र के किनारे उसके आजू बाजू के वातावरण में आर्द्रता बहुत होती है। इसी के कारण वहां का तापमान समतोल रहता है। ना वहापे कभी तापमान बढ़ता है ना वहां पर तापमान कभी कम होता है।
2.) जल, इंसान के लिए कभी–कभी खतरा भी बन जाता है। ऐसी परिस्थिति कब और क्यों आती है? लिखिए।
मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए पर्यावरण में बदल कर देता है। वह नदियों का रास्ता बदल देता है शहरों का विकास करने के लिए वह समुद्र को पीछे धकेल देता है और वहां पर बड़ी-बड़ी इमारत का निर्माण करता है। पेड़ पौधे काट देता है। इसका परिणाम यह होता है के प्रकृति कभी-कभी अपना विकराल रूप पानी के माध्यम से लोगों को दिखा देता है।
II.) नीचे दिए गए प्रश्न का उत्तर कम से कम दस वाक्यों में लिखिए।
1.) जल को प्रकृति एवं जीवन का संरक्षक कहा जा सकता है। जल हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी है?
मनुष्य, पशु – पक्षी, पेड़, पौधे सबके लिए पानी जरूरी होता है ऐसा कहते हैं कि जल ही जीवन है। हम पानी के बिना नहीं रह सकते प्रकृति और जीवन रक्षक के लिए पानी जरूरी है। पीने के लिए पानी की जरूरत होती है। पेड़, पौधे, फसल इसके लिए भी पानी जरूरी होता है। सभी पशु पक्षियों के लिए पानी अति आवश्यक होता है। खाना बनाने के लिए भी पानी लगता है। पानी के बिना जीवन ही नहीं है। पानी से ही प्रकृति का संतुलन भी बना रहता है
2.) प्रकृति का प्रत्येक तत्व एक–दूसरे पर आधारित है। सिद्ध करते हुए अपने विचार लिखिए।
प्रकृति का प्रत्येक तत्व एक दूसरे पर आधारित है सब बातें एक दूसरे से जुड़ी हुई है। पशु, पक्षी, जीव, जंतु इनका जीवन एक दूसरे पर ही आधारित है। जैसे के बारिश पेड़ पौधे पर आधारित है। ऐसेही सब बातें एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं।
शब्द भंडार
1.) ‘पानी’ का साधारण अर्थ जल होता है। किन्तु जिस प्रकार पानी का जीवन में अत्यंत महत्व है, उसी प्रकार भाषा में भी इस शब्द का प्रयोग अनेक अर्थों में होता है। इससे संबंधित अनेक मुहावरे भी है। इनमें से कुछ नीचे दिए जा रहे हैं। इनका वाक्य प्रयोग कीजिए।
पानी-पानी होना= शर्मा जाना
पानी के मोल = बहुत सस्ता
पानी पर नींव होना = टिकाऊ न होना
पानी फेरना = चौपट कर देना
पानी में आग लगाना= असंभव कार्य कर डालना
उत्तर–
पानी-पानी होना= शर्मा जाना
परीक्षा में असफलता मिलने से रेहान पानी पानी हो गया।
पानी के मोल = बहुत सस्ता
सेल में वस्तुएं पानी के मोल बिक रही थी।
पानी पर नींव होना = टिकाऊ न होना
मजदूरों ने घर का काम ऐसा किया था जैसे पानी पर नींव होना।
पानी फेरना = चौपट कर देना
छोटी ने मेरे गृहपाठ पर पानी फेर दिया।
पानी में आग लगाना= असंभव कार्य कर डालना
राहुल ने भैया की जान बचाकर पानी में आग लगा दी।
भाषा की बात
किसी भी क्रिया को पूरी करने में जो संज्ञा आदि शब्द संलग्न होते हैं, वे अपनी अलग-अलग भूमिकाओं के अनुसार अलग-अलग कारकों में वाक्य में दिखाई पड़ते हैं; जैसे- वह हाथों से शिकार को जकड़ लेती थी। ‘जकड़ना’ क्रिया तभी संपन्न हो पायेगी जब कोई व्यक्ति ( वह ) जकड़नेवाला हो, कोई वस्तु (शिकार) हो, जिसे जकड़ा जाये। इन भूमिकाओं की प्रकृति अलग- अलग है। व्याकरण में ये भूमिकाएँ कारकों के अलग-अलग भेदों, जैसे कर्ता, कर्म, करण आदि से स्पष्ट होती हैं। अपनी पाठ्यपुस्तक से इस प्रकार के पाँच और उदाहरण खोजकर लिखिए और उन्हें भलीभाँति परिभाषित कीजिए।
मार्ग में मैंने विचित्र विचत्र जीव देखे।
मैं अभी तक समझती थी कि समुद्र में केवल मेरे बंधु बांधओ का ही राज्य हैं।
मैं कई मास समुद्र में इधर उधर घूमती रही।
प्रशंसा
जल का जीवन में अत्यधिक महत्व है। कहा जाता है- जल ही जीव है। जल संरक्षण के लिए आप क्या करना चाहेंगे? जल जीवन का आधार है। जल संरक्षण के लिए क्या करना चाहेंगे?
हमे पानी का संरक्षण करना चाहिए। पानी का हमे सोच समझकर उपयोग करना चाहिए। बारिश के पहले हमे गड्ढे बनाने चहिए। बारिश में उस गड्ढे में पानी जमा होता हैं जो मिट्टी में रिस जाता है।
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