Bihar Board Class 7 Social Science Geography Chapter 3 आंतरिक्ष बल एवं उससे बनने वाली भू-आकृतियां all Question and Answers complete Solution by Neha Mam. Here you will get Bihar Board Class 7 Social Science Geography Solution all chapters.
Bihar Board Class 7 Social Science Geography Chapter 3 आंतरिक्ष बल एवं उससे बनने वाली भू-आकृतियां
Board |
Bihar State Board (BSEB) |
Class |
7 |
Subject |
Social Science Geography |
Book Name |
Kislay |
प्र.1 सही विकल्प को चुनें।
उत्तर-1) छोटा नागपुर क्या है – एक पत्थर।
2) भू-सतह पर भूकंप के केंद्र के ऊपर स्थित क्या कहलाता है- अधिकेन्द्र।
3) भारत को कितने भूकंप तीव्रता के क्षेत्रों में बांटा गया है – 5
4) सतपुड़ा पर्वत उदाहरण है- ब्लॉक पर्वत का।
प्र.2 अ) स्पष्ट कीजिए।
1) अधिकेन्द्र।
उत्तर उद्गगमकेंद्र के भू-सतह पर उनके निकटतम स्थान को अधिकेन्द्र कहा जाता है। अधिकेंद्र के कंपन बाहर की ओर तरंग के रूप में चढलती है। जिसकी तीव्रता दूर बढ़ने के साथ ही कम हो जाती है। अधिक केन्द्र के निकटतम भाग में सर्वाधिक कंपन होता है वह पर सर्वाधिक क्षती होती है।
2) उदगमकेन्द्र – भूपर्पटी के नीचे का वह स्थान जहां कंपन शुरू होता है उसे उद्गम केंद्र कहा जाता है।
3) सिस्मोग्राफ – सीस्मोग्राफ से भूकंप की तीव्रता मापी जाती है।
4) रिक्टर स्केल – हम सिस्मोग्राफ से भूकंप की तीव्रता मापी जाती है उसी इस स्केल को हम रिक्टर स्केल कहते हैं।
आ) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1) भूकंप क्यों आते हैं?
उत्तर- जो पृथ्वी की ऊपरी सतह प्लेटों में विभाजित है जो हमेशा गतिमान रहती है। उस गति के कारण कुछ प्लेटें एक दूसरे के पास आती है। तू कुछ दूर जाती है। तू कुछ साथ साथ रहती है जिसके कारण आपस में टकरा हट होती है और कंपन शुरू होता है इसी के कारण भूकंप आते हैं।
2) भूकंप का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर – भूकंप के वजह से कई भू- भाग धस जाते हैं। तो कई ऊपर उभर आते हैं। एक घटना है यदि मानो बसाय वाले क्षेत्रों में होती है। तो अत्यंत विनाशकारी होती है भूकंप की वजह से यह मानव जीवन पर प्रभाव पड़ता है।
3) ज्वालामुखी किसे कहते हैं।
उत्तर – पृथ्वी के अंदर से पिकले हुए या अंदर से गर्म जलवाष्प ,राख एवं धुवां जिसे लाव कहते हैं बाहर निकलने लगते हैं तो इस तरल तप्त अग्नि को ज्वालामुखी कहते हैं।
4) पृथ्वी की आंतरिक शक्तियों के परिणाम स्वरूप निर्मित होने वाली स्थलाकृति या कौन-कौन सी है वर्णन कीजिए?
उत्तर – पृथ्वी की आंतरिक शक्तियों से परिणाम स्वरूप निर्मित होने वाली स्थलाकृति 1) पर्वत 2)पठार और 3)मैदान है।
1)पर्वत – पर्वत उसे श्रेणी या उच्च भाग को कहते हैं जिसकी ऊंचाई कम से कम 900 मीटर हो और जिसका शिखर क्षेत्र संकुचित हो। पर्वत के प्रकार वलित पर्वत ,भ्रंशोत्थ पर्वत, अवशिष्ट पर्वत।
1) वलित पर्वत – दो विपरीत दिशाओं से जब एक ही केंद्र पर बल लगता है तो उसे संपादन वन्य कहा जाता है। इस पर्वत निर्माणकारी बल कहा जाता है ।
जैसे रॉकी, हिमालय।
2) भ्रंशोत्थ पर्वत – जब भुतल के किसी क्षेत्र में समानांतर भ्रंश के बाद बीच का भाग ऊपर उठा रह जाता है तो उसे भ्रंशोत्थ या ब्लॉक पर्वत कहते हैं। देसी यूरोप का ब्लैक फॉरेस्ट।
3) संचयन पर्वत – ज्वालामुखी द्वारा निकले लाव एवं अन्य पदार्थ ठंडा होकर जम जाते हैं तथा तब एक पर्वत का रूप ले लेते हैं ।इन्हें संचयन पर्वत या ज्वालामुखी पर्वत कहा जाता है। जैसे किलिमंजारो फ्यउजइयआमआ।
4) अवशिष्ट पर्वत – अपटदन की शक्तियों द्वारा पर्वत के भाग कटते छटते रहते हैं। ये अपरदित विभाग अविशिष्ट पर्वत कहलाते हैं। जैसे अरावली पर्वत।
2) पठार – समुद्रतल या समीपार्वती धरातल से एकदम से ऊंचा प्रतित होता है यह प्राय: खड़ी ठाल वाला होता है। एस के ऊपरी सतह काफी विस्तृत क्षेत्र में फैली होती है इसे पठार करते हैं।
3) मैदान – सामान्य ठाल एवं भूमि वाले क्षेत्र मैदान कहलाते हैं जैसे गंगा का मैदान।
5) पर्वत के प्रकार का उदाहरण सहित वर्णन करें।
उत्तर – पर्वत के प्रकार वलित पर्वत ,भ्रंशोत्थ पर्वत, अवशिष्ट पर्वत।
1) वलित पर्वत – दो विपरीत दिशाओं से जब एक ही केंद्र पर बल लगता है तो उसे संपादन वन्य कहा जाता है। इस पर्वत निर्माणकारी बल कहा जाता है ।
जैसे रॉकी, हिमालय।
2) भ्रंशोत्थ पर्वत – जब भुतल के किसी क्षेत्र में समानांतर भ्रंश के बाद बीच का भाग ऊपर उठा रह जाता है तो उसे भ्रंशोत्थ या ब्लॉक पर्वत कहते हैं। देसी यूरोप का ब्लैक फॉरेस्ट।
3) संचयन पर्वत – ज्वालामुखी द्वारा निकले लाव एवं अन्य पदार्थ ठंडा होकर जम जाते हैं तथा तब एक पर्वत का रूप ले लेते हैं ।इन्हें संचयन पर्वत या ज्वालामुखी पर्वत कहा जाता है। जैसे किलिमंजारो फ्यउजइयआमआ।
4) अवशिष्ट पर्वत – अपटदन की शक्तियों द्वारा पर्वत के भाग कटते छटते रहते हैं। ये अपरदित विभाग अविशिष्ट पर्वत कहलाते हैं। जैसे अरावली पर्वत।
6) भूकंप से होने वाली क्षति से हम कैसे बच सकते हैं?
उत्तर – सबसे पहले हमें घबराना नहीं चाहिए। मजबूत मेंज, पलंग या चौकी के नीचे छुप जाना चाहिए। आग वाले सामान चिमनी ,कमजोर छत, कमजोर दीवार से दूर हटना चाहिए। बिजली के खंभों वृक्षों से दूर रहना चाहिए। भूकंप भूकंप से बचाव के लिए भवन निर्माण में भूकंप विरोधी तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए।