Telangana SCERT Solution Class VIII (8) Hindi Chapter पहाड़ से ऊंचा आदमी
पहाड़ से ऊंचा आदमी
प्रश्न : १.) पहाड़ से ऊंचा आदमी’ शीर्षक से आपका क्या अभिप्राय है?
पहाड़ से ऊंचा आदमी इस शीर्षक से हमें यह पता चलता है कि सिर्फ कद से ऊंचा होना यह महत्वपूर्ण बात नहीं है। हमें हमारे काम से भी ऊंचा होना चाहिए। इस पाठ में जो आदमी है उसने पहाड़ से रास्ता बनाया, अकेले ही बहुत वर्षों तक कार्य किया और अपने लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब हुआ। ऐसे ही हम भी हमारा लक्ष्य तय कर सकते हैं और उसे पाने के लिए बहुत कष्ट कर सकते हैं। हमारे लक्ष्य तक पहुंचते वक्त हमारे सामने जो मुश्किलें आती है, जो कठिनाइयां आती है उनका सामना हमें करना होगा और हमारे लक्ष्य तक पहुंचना होग। अगर हम अपने जीवन में सफल हो जाते हैं तो ही हम बड़े बन जाते हैं।
२.) दशरथ मांझी सामान्य होकर भी असामान्य था। कैसे?
दशरथ मांझी के पत्नी की मौत हो चुकी थी उसे दुख ने एक संकल्प शक्ति को जन्म दिया। दशरथ मांझी ने पहाड़ पर चीनी हथौड़ा चलाना शुरु किया। सभी ने उनका मजाक उड़ाया। गांव के लोगों के लिए वह एक हंसी का पात्र बन गए थे। अपनी जीवनसंगिनी का सही वक्त पर इलाज ना होने का दुख उनको था। इसीलिए उन्होंने पहाड़ से रास्ता बनाने की ठान ली। वह एक सामान्य आदमी थे। लेकिन उन्होंने असामान्य सा कार्य किया है। जो कार्य बड़ी-बड़ी मशीनों द्वारा किया जाता है वही कार्य अकेले आदमी में कर दिखाया। इसलिए दशरथ मांझी सामान्य होकर भी असामान्य थे।
३.) मनुष्य की इच्छाशक्ति के सामने असंभव भी संभव बन जाता है? अपने विचार बताइए।
अगर मनुष्य चाहे भी तो कुछ भी कर सकता है। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है। हमें कोई भी कार्य करना हो उसके लिए हमें आत्मविश्वास के साथ-साथ इच्छाशक्ति की भी जरूरत पड़ती है। तभी बड़ा दिखने वाला कार्य छोटा हो जाता है। असंभव दिखने वाला कार्य हम संभव कर सकते हैं। अगर मनुष्य के पास दृढ़ संकल्प हो तो कोई भी कार्य कठिन नहीं होता। लक्ष्य कितना भी दूर हो हमें हार नहीं माननी चाहिए। कितनी भी मुश्किलें, कठिनाइयां आए हमें पीछे नहीं हटना चाहिए। तभी हम अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं।
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