Chhattisgarh State Class 8 Hindi Chapter 13 विजयबेला Solution
Chhattisgarh State Board Class 8 Hindi Chapter 13 विजयबेला Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
विजयबेला
1.) इस एकांकी की घटना किस समय की है?
जब पहला स्वतंत्र संग्राम हुआ था सन 1857 उस समय की यह घटना है।
2.) कुंवर सिंह विश्वनाथ पर क्यों नाराज हुए?
कुंवर सिंह विश्वनाथ पर नाराज हुए क्योंकि जब अमर सिंह ने चिट्ठी भेजी थी तब उसे घायल समझकर कुंवर सिंह ने उनकी चिट्ठी नहीं पढ़ी थी।
3.) भीमा अपने सरदार से बाबू वीर कुंवर सिंह के बारे में क्या कहता है?
बाबू वीर कुंवर सिंह की बुद्धि एक कटार की धार की तरह तेज है उसका कोई जवाब नहीं ऐसा भीमां अपने सरदार को बाबू वीर कुंवर सिंह के बारे में कहता है।
4.) कुंवर सिंह ने अपनी बांह काट कर गंगा जी को क्यों अर्पित कर दी?
कुंवर सिंह ने अपनी बांह काट कर गंगा जी को अर्पित कर दी, क्योंकि उस बाह पर अंग्रेजों ने चलाई हुई गोली लगी थी। उस गोली का विष फैलता जा रहा था। इसीलिए कुंवर सिंह का कहना था कि अब यह बाह अपवित्र हो गई है।
5.) बच्चे बच्चे के जबान पर चढ़े कुंवर सिंह के गीत का क्या भाव है?
राजा कुंवर सिंह अपने जनता का ध्यान रखते थे। उनकी जरूरते जानकर पूर्ण करते थे। इसीलिए हर कोई उनका गुणगान करता था। बच्चे बच्चे के जबान पर चढ़े गीत का का भाव यह था, कि कुंवर सिंह एक अच्छे राजा है। वह अपनी प्रजा का ध्यान रखते हैं। उनको हम भगवान समान पूछते हैं। उनका राज्य है इसीलिए गरीबों के सिर पर ताज है।
6.) आप यह कैसे सिद्ध करेंगे कि सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में सभी वर्गों के लोगों ने भाग लिया था?
अंग्रेजों ने सभी लोगों को परेशान करके रखा था। इसमें राजघराना से लेकर निचले वर्ग तक के सभी लोग थे। महारानी लक्ष्मी बाई, नाना साहब, बहादुर शाह जफर इन की मदद से सभी लोगों ने बिद्रोहो की शुरुआत की थी।
7.) कुंवर सिंह ने वह कौन सी शक्ति बताइ जिसके बल पर वह भोजपुर के राजा बने?
कुंवर सिंह के पीछे किसान और गरीब जनता वालों की शक्ति थी इसी के बल पर वह भोजपुर के राजा बने थे।
8.) किसकी बदौलत कुंवर सिंह किनारे पर आ सके और कैसे?
किशुन सीह विश्वनाथ इन्होंने कुंवर सिंह को किनारे पर आने के लिए मदद की थी। कुंवर सिंह किनारे पर आ गए उसके बाद उन्हें अंग्रेजों की गोली लगी थी।
9.) कुंवर सिंह के अनुसार युद्ध के क्या हुनर कला है?
कुंवर सिंह यह कहते थे कि शतरंज में है जब हम चाल में मात पर मात देते हैं तो असली मजा वहां पर आता है। युद्ध एक हुनर है। लेकिन आंखें बंद करके शत्रु के सामने जाना है यह कला नहीं है।
10.) अंग्रेजों ने मेरे भोजपुर के करीब तुमको सताया जिनके अरमानों का मैं आईना हूं संवाद के द्वारा एक काकी कार कुंवर सिंह के किन भावों को व्यक्त करना चाहता है?
कुवरसिह को अपनी जनता भगवान के समान थी। वह अपने राज्य को जगदीशपुर का मंदिर मानते थे। जब अंग्रेजों ने हमला किया, लोगों को तकलीफ दि तो कुंवर सिंह को गुस्सा आ गया। कुंवर सिंह को यह मंजूर नहीं था। वह फॉरेन जगदीशपुर के लिए निकल पड़े। उनको अंग्रेजों से बदला लेना था।
11.) अनोखी भेंट क्या है और कुंवर भेंट किसे देते हैं?
नदी पार करते ही कुंवर सिंह को अंग्रेजों की गोली लग गई। उस गोली का जहर फैलता जा रहा था। इस वजह से उन्होंने अपना हाथ काट कर गंगा मैया को अर्पण कर दिया। इससे वह अनोखी भेंट कहते हैं।
12.) कुंवर सिंह अमर सिंह का राजतिलक करते हुए क्या सीख देते हैं और क्यों?
प्रजा के बिना कोई भी राजा नहीं होता और नेत्र के बिना हमें कुछ भी दिखाई नहीं देता। मतलब नेत्र के बिना ज्योति कैसी और प्रजा के बिना राजा कैसा इनका हमेशा नहीं छोड़ना चाहिए। जब अमर सिंह का राजतिलक हुआ तो कुंवर सिंह ने उनको यही शिक्षा दी।
13.) नावों को गंगा जी में डूबा देने के लिए महाराज कुंवर सिंह ने क्यों आदेश दिया था?
नावों को गंगा जी में डूबा देने के लिए महाराज कुंवर सिंह ने आदेश दे दिया क्योंकि अगर महाराज ऐसा ना करते तो अंग्रेज उनके नाव को गोलियों से बेकार कर देते।
14.) महाराज कुंवर सिंह को अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध करने में इतनी सफलता किन के कारण मिली?
महाराज कुंवर सिंह को अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध करने में इतनी सफलता मिली इसका कारण यह है कि उनके पास युद्ध की कला में माहिर ऐसे सिपाही थे। महाराज खुद भी युद्ध की कला में निपुण थे।
15.) महाराज कुंवर सिंह बहुत अधिक बीमार होने पर भी जगदीशपुर जाने के लिए क्यों बेताब थे?
अंग्रेज वहां के भोजपुर के पंतों को सता रहे थे। इसीलिए महाराज कुंवर सिंह अधिक बीमार होने पर भी जगदीशपुर जाने के लिए बेताब थे। उनके लिए उनकी जनता ही सब कुछ थी।
16.) कुंवर सिंह ने भी मां से कहा था, “मुझे भी 1 साल से नशा है।” उन्हें कैसा नशा था?
अंग्रेजों से बदला लेना इसका नशा महाराज कुंवर सिंह को था।17. इन पंक्तियों का अर्थ प्रसंग देकर लिखिए-
क.) मैं मौत से डरता नहीं पर मौत को न्योता भी नहीं देता।
कुंवर सिंह सोच समझकर युद्ध में आगे बढ़ते हैं यहां कुंवर सिंह भीमा को कहते हैं
कुंवर सिंह भीमा को कहते हैं कि मुझे मौत से डर नहीं लगता। लेकिन मैं युद्ध की चाल बहुत सोच समझ कर खेलता हूं सोच समझ कर आगे बढ़ता हूं। आसानी से मौत को स्वीकार करना मुझे पसंद नहीं है।
ख.) कलावंत अपना हुनर दिखाने में चोट खा गया तो उसकी यह चोट सिगार हो जाती है।
कुंवर सिंह वीरों को जब चोट लगती है तो उनका घाव एक श्रृंगार की तरह होता है यह कहते हैं।
युद्ध में शेर तलवार चलाना या साहसिक खेल खेलना इतना ही जरूरी नहीं होता उसके साथ हमें अपनी कला योग्य जगह पर दिखाना। अगर हम ऐसा ना करें तो हमें हार मिलती है।
ग.) नेहा के बिना ज्योति कैसी प्रजा के बिना राजा कैसा?
इस पंक्ति में राजा कुंवर सिंह अमर सिंह से कह रहे हैं कि अगर प्रजा है तो ही राजा है।
नेत्र के बिन हम ज्योति नहीं देख सकते वैसे ही प्रजा के बिना कोई भी व्यक्ति राजा नहीं बन सकता। अगर हमें राजा बनना है तो पहले हमें प्रजा के मन में वास करना होगा।
पाठ से आगे
1.) आपने 18 सो 57 की क्रांति अथवा सिपाही विद्रोह के बारे में इतिहास की पुस्तकों में पड़ा होगा इस क्रांति में भाग लेने वाले प्रमुख सेनानियों की एक सूची बनाइए।
2.) इस एकांकी को पढ़ते समय कौन सा पात्र आंखों को अधिक प्रभावित करता है और क्यों?
3.) आपके आसपास वैसे लोग रहते होंगे जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलनों में भाग लिया होगा उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर एक लेख तैयार कीजिए।
4.) मैं मौत से नहीं डरता मगर मौत को नहीं होता भी नहीं देता। आगे कदम बढ़ाना भी जानता हूं और मौके पर कदम पीछे भी हटा सकता हूं। मेरी दिलेरी के पीछे दिमाग है कोरा दिल ही नहीं है। इस कथन से कुंवर सिंह के व्यक्तित्व के किस पहलू का पता चलता है? साथियों से बातचीत कर अपनी समझ को लिखिए।
5.) एकांकी में मल्लाहओ ग्वाले जैसे किसी जातिसूचक शब्दों का प्रयोग हुआ है। ऐसा प्रयोग होना चाहिए और क्यों फुलस्टॉप कक्षा में चर्चा कर अपने विचारों को लिखने का प्रयास कीजिए।
भाषा से
1.) पाठ में बहुत सारे मुहावरों का प्रयोग हुआ है जैसे लोहा मानना-श्रेष्ठता स्वीकार करना आंखों में धूल झोंकना-देखते-देखते धोखा देना अकल मोटे होना-कम बुद्धि बदन में तूफान सपना-बेहद ऊर्जावान होना अमृत की घूंट पीना-अमर होना मौत को न्योता देना-जानबूझकर मृत्यु को आमंत्रण देना इन मुहावरों का स्वतंत्र रूप से वाक्य में प्रयोग कीजिए और पाठ से अन्य मुहावरों को खोजकर लिखिए।
2.) पाठ में 1 जातक शब्दों का प्रयोग हुआ है जैसे पानी के लिए छप छप वैसे ही निम्नलिखित संदर्भों के लिए ध्वन्यात्मक शब्द लिखिए-
- तेज हवा का प्रवाह
- नदी की धारा
- पैरों की धनी
- खाली हवेली या घर
- आग की लपटें
- अंधेरा सुना रास्ता
3.) पाठ में प्रयुक्त जातिवाचक और भाववाचक संज्ञा का चुनाव कीजिए-
4.) जहरीला दिलेरी हाहाकार कलाकारी हल्कारा सरदार सरदारी दिलेर कलावंत जरा हो शतरंज जासूसी बेताबी जोहर नालायक की।
5.) पाठ में प्रयुक्त अभला शब्द के कितने अर्थ निकलते हैं। आप ऐसे 2 वाक्य बनाइए जिनसे उनके अर्थ का अंतर स्पष्ट हो जाए
6.) इस एकांकी की कथा को संक्षेप में लिखिए।
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- Chapter 1 नई उषा
- Chapter 2 एक नई शुरुआत
- Chapter 3 अब्राहम लिंकन का पत्र
- Chapter 4 पचराही
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- Chapter 6 जो मैं नहीं बन सका
- Chapter 7 दीदी की डायरी
- Chapter 8 एक साँस आजादी के
- Chapter 9 साहस के पैर
- Chapter 10 प्रवास
- Chapter 11 हमारा छत्तीसगढ़
- Chapter 12 अपन चीज के पीरा
- Chapter 14 आतिथ्य
- Chapter 15 मनुज को खोज निकालो
- Chapter 16 बरसात के पानी ले भू – जल संग्रहण
- Chapter 17 तृतीय लिंग का बोध
- Chapter 18 ब्रज़ माधुरी
- Chapter 19 कटुक वचन मत बोल
- Chapter 20 मिनी महात्मा
- Chapter 21 सिखावन
- Chapter 22 हिरोशिमा की पीड़ा
- Chapter 23 युग नायिका सावित्रीबाई फुले