Chhattisgarh State Class 8 Hindi Chapter 4 पचराही Solution
Chhattisgarh State Board Class 8 Hindi Chapter 4 पचराही Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
1.) पचराही के नाँव परे कारण बतावव।
पचराही मतलब जहां पर पांच रास्ते मिलते हैं। सहसपुर, मंडला, भोरमदेव, रतनपूर, चौरागढ़ और लंजिकाके यह 5 रास्ते निकलते हैं इसीलिए उसे पचराही कहते हैं ऐसा उस गांव के बुजुर्ग कहते हैं।
2.) पचराही म मिले अवशेष मन के संबंधों कोन-कोन धरम ले हे?
शाक्त वैष्णव और उज्जैन में धर्म इन धर्मों के संबंध में मंदिर के अवशेष पचराही पर मिले हैं।
3.) पचराही म मिले जिवाश्म के बारे में बतावव।
पचराही पर पायला और मोलुस्का यह दो पानी में रहने वाले जीवों के अवशेष मिले हैं।
4.)| कोन-कोन ठउर ल छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति के अगासदिया केहे गे हे?
छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति के अगासदीप मल्हार, ताला, भोमरदेव, रतनपुर, दंतेवाड़ा, शिवरीनारायण, राजिम, सिरपुर इन्हें कहते हैं
5.) पचराही के खोदई ले मिले जिनिस मन के सुची बतावव।
पचराही से मेरी वस्तुएं-
बच्चों के खेलने के लिए जो खिलौने इस्तेमाल होते हैं, लोहा और तांबा इस धातु की वस्तुएं, लोहार और कुंभार के काम में इस्तेमाल होने वाली वस्तुएं, मिट्टी की बनी हुई वस्तुएं, मालाएं।
पाठ से आगे
1).पचराही तीर भोरमदेव मंदिर हे ओकर ऊपर एक नानकुन निबंध लिखव।
भोरमदेव मंदिर यह मंदिर अवधि में बनाया गया था। यह मंदिर खजुराहो के मंदिर जैसा ही है। इस मंदिर के आसपास कृत्रिम पर्वत है। भोरमदेव मंदिर यहां हजारों वर्ष पुराना मंदिर है। ऐसा कहा जाता है कि जिस राजा ने यह मंदिर बनाया है वह शिव की उपासना करते थे। इस मंदिर में शिव जी की मूर्ति तो है ही लेकिन उसके साथ पंचमुखी नाग, गणेश जी, तथा स्त्री और पुरुषों की मूर्तियां भी है।
2.) छत्तीसगढ़ में पुरातात्विक स्थान मन के सूची बतावव अउ गुरुजी से ओकर बारें में चर्चा करव।
छत्तीसगढ़ में खैरागढ़ कोरबा तालाग्राम महादेव मंदिर बलरामपुर पचराही यह पर्यटन स्थल है।
3.) जुन्ना जिनिस मन ले हमन का बात के पता लगा सकथन? ये जिनिस मन ले हमन अपन ग्यान ल कइसे बढा सकबो एला विचार के लिखव।
पचराही मतलब जहां पर पास रास्ते मिलते हैं ऐसी जगह पचराही जहां पर ऐतिहासिक अवशेष मिले हैं। गहने, बच्चों के खिलौने, मिट्टी से बनी मालाएं मिली है। बुजुर्ग लोग यह कहते हैं कि यहां से 5 रास्ते निकलते हैं मतलब रतनपुर, मंडला, सहजपुर, भोरमदेव चौरागढ़, और लंजिकाके के यहां तक जाने के लिए यहां से रास्ते निकलते हैं। इसलिए इसे पचराही कहते हैं। यहां पर देवी देवताओं की मूर्तियां भी देखी गई है। वैष्णव, शाक्त और जैन धर्म के मंदिर भी यहां पर है।
भाषा से
1.) खाल्हे म लिखाए मन ल पढव अउ ऊँखर हिंदी समानार्थी शब्द बतावव- नानकुन, पहिली, पाछू, उपर, सरलग।
नानकुन – सबसे छोटा
पहिली- पहला
पाछू- पूछो
उपर- उपर
सरलग-सलग
2.) ए सब्द मन ल पढव बैपारिक-केन्द्र, नवा- परदेस, गजब-दिन, चाकर- ईटा, जुन्ना- जिनिस
उप्पर लिखाए सब्द मन जोडी अस दिखत हें, मने ओमन दू सबद ले बने हे। एक सब्द एमा दूसर सब्द के बिसेसता ल बतावत हे। अइसन सब्द मन जेन दूसर सब्द के बिसेसता बताथें बिसेसन ( विशेषण ) कहे जाथे। छत्तीसगढ़ी के अइसन सब्द मन जेन खोज के (10 सब्द ) लिखव।
कंकाली मंदिर
जिनिस मन
नवा जिला
धार्मिक समरसता
जलीय प्राणी
बारीक औजार
गजब दिन
चांदी के सिक्के
कलात्मक मूर्ति
खंडित मूर्ति
3.) पचराही ह कबीरधाम जिला के भंडार म हे
छत्तीसगढ़ म लोहा अउ कोइला के भंडार हे।
उप्पर लिखाय वाक्य म भंडार सब्द दुनो वाक्य म हे फेर ओकर मतलब दुनो म अलग -अलग हे। पहिली भंडार के मतलब हे दिशा, अउ दूसर भंडार के मतलब हवय खजाना। छत्तीसगढ़ी अउ हिन्दी के अइसने सब्द ल खोज के लिखव।
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- Chapter 2 एक नई शुरुआत
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- Chapter 6 जो मैं नहीं बन सका
- Chapter 7 दीदी की डायरी
- Chapter 8 एक साँस आजादी के
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- Chapter 10 प्रवास
- Chapter 11 हमारा छत्तीसगढ़
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- Chapter 13 विजयबेला
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