Chhattisgarh State Class 8 Hindi Chapter 10 प्रवास Solution
Chhattisgarh State Board Class 8 Hindi Chapter 10 प्रवास Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
1.) प्रवासी चिड़िया किसे कहते हैं ? यात्रा है क्यों करती है?
साल में एक दो बार बसंत और पतझड़ में लाखों चिड़िया किसी सुनिश्चित काम पर पहुंचने के लिए लंबी यात्रा के लिए प्रस्थान करती है। कुछ चिड़िया साल में एक या दो बार एक देश से दूसरे देश तक यात्रा करती है इन्हें प्रवासी चिड़िया कहते हैंl यह चिड़िया प्रजनन के लिए या फिर गर्मी या जाड़े से बचने के लिए ऐसी यात्राएं करती है।
2.) चिड़ियों के प्रवास से संबंधित सबसे विशिष्ट बात क्या है?
चिड़ियों के प्रवास संबंधी सबसे विचित्र बात यह है कि जब चिड़िया प्रवास करती है तब उनका समय रास्ता निश्चित होता है। वह एक ही रास्ते से प्रवास करती है और वह तय समय पर ही प्रवास करती है।
3.) मुंबई के पीलक और पतरंगी प्रवास के लिए कब और कहां जाते हैं?
मुंबई के पीलक और पतरंगी मानसून के दौरान शहरी इलाका छोड़कर थोड़ी दूर दक्षिण के पठार या मध्य भारत की ओर चले जाते हैं और सितंबर के शुरू में जरूर लौट आते हैं।
4.) चिड़िया अपने प्रवास के लिए क्या-क्या तैयारियां करती है?
अपने लंबी यात्रा पर प्रस्थान करने से पहले प्रवासी चिड़िया इसके लिए अपनी तैयारी करती है। वे अधिक मात्रा में खाना खाती है। ताकि चर्बी एक तह -सी बैठ जाए जो उनकी यात्रा में उनके शरीर को ताकत प्रदान करें।
5.) चिड़ियों को यात्रा के दौरान किन बातों का खतरा रहता है?
अक्सर चिड़िया बुरे मौसम आंधी अधर आदि में फंस जाती है विशेष रूप से जब वे जमीन पर उड़ रहे होते हैं। ऐसे में बहुत सी चिड़िया मर जाती है। सारांश यह कि प्रवास यात्रा हमेशा कठिन और थकान तो होती ही है साथ ही खतरनाक भी होती है
6.) प्रवासी पक्षियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए किन तरीकों को अपनाया जाता है?
प्रवासी चिड़ियों के बारे में निश्चित जानकारी प्राप्त करने में इस शताब्दी के प्रारंभ से ही संसार भर में जो तरीका अधिकाधिक प्रयोग होता है वह है उनकी टांगों में एलुमिनियम के छल्ले पहना देना। इनको यह छल्ले पहना दिए जाते हैं और वह रजिस्टर में लिखा जाता है। फिर इन चिड़ियों को छोड़ दिया जाता है। इन छल्लों पर उन चिड़ियों का नंबर क्रम और बता दिया रहता है।
7.) प्रवासी चिड़िया रात में ही क्यों करती है?
प्रवासी चिड़िया अपना ज्यादातर प्रवास रात नहीं करती है क्योंकि रात में हमलावरों का खतरा कम रहता है।
8.) कुतुबनुमा का अर्थ क्या है? यह पक्षियों की यात्रा में कैसे सहयोग करती है?
सूरज निकलने और डूबने से चिड़ियों को प्रस्थान का समय का संकेत मिल जाता है। जब प्रवासी चिड़िया लंबी यात्रा करने निकलती है, तब उसमें सूरज यह कुतुबनुमा का काम देता है यह चिड़िया सूर्य के कोण के अनुसार ही मार्ग अनिश्चित करती है।
9.) पक्षियों की प्रवास यात्रा हमेशा कठिन और थकान होती है। क्यों?
पक्षियों के प्रवास यात्रा हमेशा कठिन और थकान भरी होती है क्योंकि प्रवात करते समय चिड़ियों को बहुत समय तक उडना पड़ता है। वह अक्सर मौसम आंधी, अधड में फंस जाती है। बहुत सी चिड़िया मर भी जाती है। समुद्र को पार करते समय चिड़ियों को काफी समय तक उठना पड़ता है। कभी-कभी वह 36 घंटे लगातार बिना रुके उड़ते हैं। इसीलिए चिड़ियों के लिए यह यात्रा थकान और खतरनाक होती है।
पाठ से आगे
1.) प्रवास शब्द का प्रयोग पाठ में हुआ है जिसका सामान्य सा अर्थ है परदेश की यात्रा अथवा सफर। आप अपनी प्रवास या यात्रा के लिए कौन-कौन सी तैयारी करते हैं ? एक सूची बनाइए।
जब हम प्रवास के लिए निकलते हैं तब आवश्यक वस्तुएं ही साथ ले जाते हैं जैसे कि- पहचान कार्ड , कपड़े, पानी की बोतल, यात्रा करते समय लगने वाली खाने की चीजें, छोटे बच्चे अगर साथ में हो तो उनकी दवाइयां, पैसे।
2.) बहुत सारी यात्राएं कठिन और थकान होती है आप सब ने भी इसका अनुभव अपनी अपनी यात्राओं में किया होगा। इसके अतिरिक्त यात्रा में और कौन से रोमांच मिलते हैं। लिखिए।
बहुत सारी यात्राएं कठिन और थकान भरी होती है। हम जब यात्रा के लिए निकलते हैं तो जरूरी सामान ले जाते हैं ऐसे ही गाड़ी में अगर किसी को जरूरत पड़ती है तो उन्हें बैठने के लिए जगह भी देते हैं रात में कई प्रवासी ऐसे होते हैं जिनके पास पक्का टिकट नहीं होता उनके साथ छोटे बच्चे भी होते हैं तो उनके लिए थोड़ी सी जगह देना उन्हें सोने के लिए चदरिया कपड़ा देते है।
3.) आप अपने परिवेश में तमाम तरह के पक्षियों को देखते होंगे उनकी विविधता पर साथियों से चर्चा कर लिखिए।
हमारे आसपास कौवा, चिड़िया, तोता, कबूतर ऐसे पक्षी दिखाई पड़ते है। हर एक रंग अलग होता है ऐसे ही उनकी बोली भी अलग होती है। सुबह-सुबह यह पक्षी जब चहचहाट करते हैं तो उनकी मधुर ध्वनि सुनने के लिए अच्छा लगता है। सुबह-सुबह इनको देखने से एक आंतरिक सुख मिलता है।
4.) विभिन्न तरह के पक्षियों की संख्या लगातार कम क्यों होती जा रही है। इसके कारण क्या-क्या हो सकते हैं? इस विषय पर शिक्षक से बातचीत पर एक आलेख तैयार कीजिए।
हमारे आसपास के पशु पक्षियों का संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी है। गर्मी के दिनों में उनके लिए खाना और पानी रखना चाहिए। दिन पर दिन हम पेड़ काटे जा रहे हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह पक्षी पेड़ों पर रहते हैं इनका घर पेड़ों पर होता है। जब हम पेड़ काटते हैं तो इनका घर भी टूट जाता है और वह पक्षी वहां से कहीं और चले जाते हैं। ऐसे ही पक्षियों की शिकार करना भी गलत बात है। यह एक अपराध है। इसके लिए कानून भी बना है। इस वजह से पक्षियों की संख्या कम होती जा रही है।
5.) बहुत से लोग कई कानूनी प्रतिबंधों के बाद भी दुर्लभ पक्षियों का शिकार करते हैं। इस प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए जनजागृति के कौन-कौन से तरीके हो सकते हैं? साथियों से चर्चा कर लिखिए।
बहुत से लोग कई कानूनी प्रतिबंधों के बाद भी दुर्लभ पक्षियों का शिकार करते हैं और उसका व्यापार करते हैं। हमें इस व्यापार को ही रोकना चाहिए। पक्षियों को बचाना उनके लिए दाना पानी की व्यवस्था करना यह हम सब की जिम्मेदारी है। इसे हमें सबको मिलकर ही निभाना है। पक्षियों को बचाना भी पर्यावरण संरक्षण यही एक बात है क्योंकि पक्षी यह घटक भी पर्यावरण से ही जुड़ा हुआ है।
भाषा से
1.) अजीब बात बुनियादी सवाल लंबी यात्रा ठंडे स्थान सख्त जाड़े प्रवासी चिड़िया जो विशेष्य विशेषण प्रयोग के उदाहरण है। पाठ में इस प्रकार के वाक्य उनका बहुतायत से प्रयोग हुआ है। पाठ से और भी ऐसे विशेष्य विशेषण के प्रयोग को खोजकर लिखिए।
यह अजीब बात अब भी रहस्य बनी हुई है।
यह बुनियादी सवालों का अभी तक कोई संतोषजनक उत्तर नहीं प्राप्त हो सका है ।
यहां तक तो ऐसा लगता है इन कठिन प्रवास यात्राओं का निश्चित महत्व है।
समुद्र को पार करने में चिड़ियों को काफी लगातार समय तक उड़ना पड़ता है।
अधिकांश प्रवासी चिड़िया अपना जाड़ा काटने के लिए भारत आती है।
2.) पाठ में विशेषण प्रयोग के एक दूसरे स्वरूप को भी देखिए जैसे कोई संतोषजनक उत्तर जो दिमाग उन प्रजातियों उनका जीना उस समय। यहां कोई जो उन उनका आदि शब्द सर्वनाम है जिनका विशेषण के रूप में प्रयोग हुआ है जिन्हें सार्वजनिक विशेषण कहते हैं अर्थात जो सर्वनाम शब्द संज्ञा के साथ उसके संकेत या निर्देश के रूप में आता है वह विशेषण बन जाता है। पाठ में से ऐसे और भी सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण चुनकर स्वतंत्र रूप से वाक्य में प्रयोग कीजिए।
ऐसा क्या है जो उन्हें इस यात्रा के लिए मजबूर करता है?
वे एक दिन में काफी अधिक फासला तय करती है।
विशेष रूप से जब भी जमीन पर उड़ रहे होते हैं।
पर यहां वे प्रजनन नहीं करती।
यह छल्ले उपयुक्त नापों के बने हुए होते हैं।
3.) पूर्व के अध्ययनों में आपने वाक्य संरचना के बारे में पड़ा है। पाठ से लिए गए निम्नलिखित उदाहरण को पढ़िए- “यहां तक तो ऐसा लगता है कि इन कठिन प्रवास यात्राओं का निश्चित महत्व है और शायद जो चिड़िया प्रवास पर जाती है उसके लिए कुछ हद तक आवश्यक भी है लेकिन उलझन में डालने वाली बात यह है कि कुछ चिड़िया प्रवास पर पूर्व से पश्चिम या पश्चिम से पूर्व को लगभग उसी अक्षांश पर लगभग उसी प्रकार की जलवायु वाले प्रदेशों में अंडे देने जाती है।” यह पूरा अनुच्छेद एक वाक्य का है इस वाक्य को अलग-अलग सरल वाक्य ( जिस वाक्य में केवल एक ही क्रिया हो) मैं तोड़ कर लिखिए।
यहां तक तो ऐसा लगता है कि इन कठिन प्रवास यात्रा उनका निश्चित महत्व है।
जो चिड़िया प्रवास पर जाती है उसके लिए कुछ हद तक आवश्यक भी है।
पर यहां उलझन में डालने वाली बात है।
कुछ चिड़िया प्रवास पर पूर्व से पश्चिम या पश्चिम से पूर्व को लगभग उसी अक्षांश पर प्रवास करती है।
वह उसी प्रकार की जलवायु वाले प्रदेशों में अंडे देने के लिए जाती है।
4.) “इन बुनियादी सवालों का अभी तक संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।” इस वाक्य में ‘संतोषजनक’ शब्दों को समझिए। ‘संतोष’ शब्द में ‘जनक’ जोड़कर यह शब्द बना है। ‘जनक’ का अर्थ होता है ‘पिता या जन्म देने वाला।’ ‘संतोषजनक’ का अर्थ हुआ ‘संतोष’ देने वाला।’
आप भेजो ना जोड़कर 2 शब्द बनाइए और उनका अपने वाक्य में प्रयोग कीजिए।
1.) सम्मानजनक- वह व्यक्ति सम्मानजनक है।
2.) आश्चर्यजनक- सांची का ऑपरेशन हुआ यह एक आश्चर्यजनक बात है।
5.) प्रवास शब्द वास में प्र उपसर्ग को जोड़ने से बना है। इसका अर्थ है-कुछ समय के लिए किसी दूसरे स्थान पर रहना। नीचे प्र उपसर्ग युक्त कुछ और शब्द दिए गए हैं इनके मूल शब्द पहचानिए और अर्थ समझिए। फिर इन शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
प्रदेश- विभाग, राज्य
हम महाराष्ट्र प्रदेश में रहते हैं।
प्रगति- उन्नति
दीदी के स्कूल में अच्छी तरह से प्रगति हो रही है।
प्रचलित- जो चला आ रहा है
हम जो रीति रिवाज परंपराएं निभाते हैं वह प्रचलित है।
प्रहार- वार
दादी ने मां को बुरा भला कहा और इस कारण मां के दिल पर प्रहार हो गया।
प्रख्यात – मशहूर
जयंत नारलीकर यह एक प्रख्यात शास्त्रज्ञ है।
प्रशिक्षण- शिक्षा ट्रेनिंग
चाची में आचार बनाने का प्रशिक्षण ले लिया।
प्रमुख – मुख्य
पाठशाला में जो कार्यक्रम हो रहा था उसके प्रमुख पाठशाला के ही मुख्य अध्यापक थे।
प्रसिद्ध – नामी
सिंधुदुर्ग में अांबोली यह प्रसिद्ध स्थान है।
प्रकोप- क्रोध
पर्यावरण का प्रकोप भयानक होता है।
प्रस्थान- एक जगह से दूसरी जगह चले जाना
पक्षी विशिष्ट काल में प्रस्थान करते हैं।
6.) नीचे कुछ शब्द व उनके विलोम शब्द दिए गए हैं। इनकी जोड़ियां बनाकर लिखिए-
प्रस्थान उत्थान कनिष्ठ अनिवार्य ज्येष्ठ
पतन अनर्थ आगमन कठिन सरल
अर्थ शहरी देहाती वैकल्पिक
प्रस्थान * आगमन
उत्थान * पतन
कनिष्ठ* ज्येष्ठ
अनिवार्य * वैकल्पिक
कठिन * सरल
अर्थ * अनर्थ
शहरी* देहाती
7.) अमात्रिक वर्णन से बना एक शब्द है अनवरत (अ न व र त)इसका अर्थ है लगातार। आप इन वर्णन से जितने अधिक शब्द बना सकते हैं बनाकर लिखिए।
अमन, अचल, अंतर, असर, अधीर, अकारण
नवल, नलिनी, नयन, नल, नमन, नक्शा, नक्श
वमन, वहन, वचन
रमा, रवा, रस
तकल्लुफ, तमीज
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