Telangana SCERT Solution Class X (10) Hindi Chapter 4 कवित्त
कवित्त
1.)प्रकृति किस का भंडार है?
प्रकृति खनिज तत्वों का भंडार है।
2.) प्रकृति वर्णन में क्या-क्या बताया गया है?
प्रकृति की हर कृति एक अलग होती है अजब होती है नियमित उसकी आकृति बदलती रहती है प्रकृति खनिज तत्वों का भंडार है हम सब यह सारा संसार प्रकृति पर निर्भर है प्रकृति की ममता मां जैसी है।
3.) प्रकृति के प्रति हमारा क्या कर्तव्य है?
प्रकृति हमें हर वक्त कुछ ना कुछ देती रहती है। लेकिन हम सारे लोग सारे मनुष्य प्रकृति की हर वक्त हानी करते रहते हैं। प्रकृति से हमें कुछ ना कुछ चाहिए होता है। लेकिन जब हमें प्रकृति को कुछ देना होता है तो हम चुप रहते हैं। हम कुछ भी नहीं देते। यह जो इतनी सुंदर प्रकृति है इसे संभालना हमारी जिम्मेदारी है।इसे हमें नष्ट नहीं होने देना है।
1.)भौरों का दल कहां विचर रहा है और क्यों?
भौर का विचर आम के डालीयो में और झाड़ियों में होता है।
2.) ‘अौरे भाँती कुँजन में गुंजरत भीर भौर’ इस पंक्ति का क्या तात्पर्य है?
वसंत ऋतु जब आता है तो वह प्रकृति को एक नया रूप दे देता है प्रकृति बहुत सुंदर दिखने लगती है। जब यह बसंत ऋतु आता है तो भौरों की चाल कुछ अलग हो जाती है। वसंत ऋतु के आने से अलग ही मस्ती में यह भौरें रहते हैं।
3.)मोर का नृत्य कैसा लगता है?
मोर का नृत्य प्यारा लगता है।
4.) कविता के संबंध में अपने विचार प्रकट कीजिए।
कविता में कवि ने वसंत ऋतु के संबंध में बातें बताई है। जब वसंत ऋतु आता है तो सारे वातावरण में एक अलग सा सुहावना पर छाने लगता है। बाग बगीचों में भौंरो का गुंजन ऐसा लगता है जैसे मल्हार गीत गा रहे हैं। मोर नाचने लगते हैं ।बारिश होने लगती है सावन झूला झूलने लगता है।
5.)’ सावन में झूलिबो सुहावनो लगत है’ इस पंक्ति का क्या तात्पर्य है?
वसंत ऋतु में सावन झूला झूलने लगता है और झूला झूलते हुए सावन हमें सुहाना लगताl
अ)प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1.)हमारे जीवन में ऋतु के महत्व पर अपने विचार बताइए
हमारे जीवन में ऋतु महत्वपूर्ण रहते हैं और उनका अपना एक महत्व है। कोई ऋतु मधुर कोकिला शिकार लेकर आता है तो कोई बसंत के फूल लेकर आता है इससे मौसम सुहावना हो जाता है जीवन अच्छे से चलने के लिए यह रितु हमारे जीवन में महत्वपूर्ण रहते हैं
2.) अधिकतर कवि ऋतु का वर्णन करते समय भौरे का उदाहरण अवश्य लेते हैं ?क्यों?
भौंरे हमेशा फूलों की ओर आकर्षित होते हैं । वह बदलते रूपों के साथ अपनी क्रिया भी बदलते हैं। इसीलिए कवि ऋतु का वर्णन करते समय भौरे का उदाहरण अवश्य देते हैं।
आ)पाठ के आधार पर पंक्तियां सही कीजिए।
1.)कुंजन में औरे भाँती भौर गुंजरत भीर
2.)छबीले छलिया छैल छबि और गए छबै
3.) मलारना मंजूल लगत गांवनो है को
4.) बरसावन मेह में नेह सरसावन में
औरे भाँती कुंजन में गुंजरत भीर भौर
छलिया छबीले छैल और छबि छबै गये
मंजूल मलारना को गांवनो लगत है।
नेह सरसावन में मेह बरसावन में
इ) पद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1.) ‘उसके शीतल तूहिन कणों को’ इस पंक्ति में उसके शब्द का उपयोग किसके लिए हुआ है?
उसके शीतल तूहिन कणों को’ इस पंक्ति में उसके शब्द का उपयोग ओस की बूंदों के लिए हुआ है।
2.) बादल को घिरते देखा है इस पंक्ति के द्वारा कवि क्या कहना चाहते हैं?
बादल को घिरते देखा है इसका मतलब हिमालय का पर्वत बर्फ से ढका रहता है । ईश्वर से ढकी चोटियां और उस पर गिरे यह बादल बहुत सुंदर दिखते हैं।
3.) पद्यांश में से 3 विशेषण शब्द छाँटकर लिखिए।
1.) अमल धवल गिरी
2.) शीतल तुहिन कण
3.) स्वर्णिम कमल
4.) इस कविता के लिए उचित शीर्षक दीजिए।
बादल
ई) इन पंक्तियों का संदर्भ सहित भाव लिखिए
1.) औरे भाँती कुंजन में गुंजरत भीर भौर छलिया छबीले छैल और छबि छबै गये।
वसंत ऋतु के आने से सभी झाड़ियों में भौंरे गुंजन करने लगते हैं । कलियों पर फूलों पर भी यह भोरे दिखाई देते हैं। आम डालियों पर भी अलग गंध आने लगी है। पक्षियों की आवाज मैं मधुरता गई है। वातावरण प्रसन्न हो गया है।
2.) कहै पद्माकर गुमानहूँ तें मानहू तैं, प्रानहूँ तैं प्यारो मनभावन लगत है।
पद्माकर जी कहते हैं कि नवयुवक जो गलियों में घूमते हैं उनकी छवि अलग ही नजर आ रही है। यह सब बहुत प्यारा लग रहा है।
अभिव्यक्ति- सृजनात्मकता
अ)इन प्रश्नों के उत्तर पाँच – छह पंक्तियों में लिखिए।
1.) कवि ने वसंत ऋतु का वर्णन किन-किन उदाहरणों के लिए किया है आप इस ऋतु का वर्णन किन उदाहरणों के द्वारा करना चाहेंगे?
कभी बसंत ऋतु का वर्णन करते हुए कहते हैं कि सभी जगह सुहावने लग रही है। भवरे झाड़ियों में गुंजन कर रहे हैं।मोर नृत्य करने लगे हैं। नवयुवकों की छवि अलग दिखाई दे रही है। ऐसा लग रहा है जैसे सावन झूला झूल रहा है।
वसंत ऋतु जब आता है तो सभी जगह अच्छी लगने लगती है। वातावरण सुहावना हो जाता है । वातावरण में एक जान सी आ जाती है ।सभी पक्षी चहचहाट करने लगते हैं।
2.) सावन को मनभावन क्यों कहा गया है उदाहरण सहित सिद्ध कीजिए।
सावन के आने से वातावरण अच्छा हो जाता है। मन में उमंग सी भर जाती है। ऐसा लगता है जैसे प्रभु का आगमन हो गया हो। इसीलिए सावन को मनभावन कहा गया है।
आ) पद्माकर ऋतु वर्णन के श्रेष्ठ कवि माने जाते हैं पाठ के आधार पर सिद्ध कीजिए।
कवि पद्माकर जी ऋतु का वर्णन मन को छू जाता है । वह प्रकृति का बहुत सुंदर वर्णन करते हैं। इसीलिए पद्माकर को ऋतु वर्णन के श्रेष्ठ कवि माना गया है।
इ) ऋतु है प्रकृति की शोभा बढ़ाती है । अपने मनपसंद ऋतु का वर्णन करते हुए छोटी सी कविता का सृजन कीजिए और उसे शीर्षक दीजिए।
वसंत आया वसंत आया अपने साथ हरियाली लाया
पक्षी लगे हैं चहकने कि नहीं फूल लगे हैं महकने
यह ऋतु अपने मन को भाया
वसंत आया वसंत आया अपने साथ हरियाली लाया।
ई) सुंदर मधुर शब्द चयन व अलंकार भाषा की शोभा मे चार चाँद लगाते है। कवित्त के आधार पर इसकी पुष्टी कीजिए।
कविता में सुंदर सुंदर शब्दों का प्रयोग किया गया है। ऐसे ही भाषा शैली को बढ़ाने के लिए अनुप्रास अलंकार विशेषण इनका भी प्रयोग किया गया है। भाषा समझने के लिए सरल शब्दों का उपयोग किया है।
भाषा की बात
अ) सूचना पढ़िए और उसके आधार पर उत्तर लिखिए।
1.) मलारान, मेंह, कुंजन (पर्यायवाची शब्द लिखिए।)
मलारान- राग
मेंह – बादल
कुंजन – बगिचा
2.) भौरा, मोर (वचन बदलकर लिखिए।)
भौरा- भौरे
मोर- मोर
3.) भौरा, छवि, कर्म एक-एक शब्द का लिंग पहचान कर वाक्य प्रयोग कीजिए।
भौरा- पुल्लिंग
भौरे फूलों पर मंडराते हैं।
छवि- स्त्रीलिंग
उसकी छवि भी बहुत अच्छी है
कर्म- स्त्रीलिंग
उनके कर्म बहुत अच्छे हैं।
आ) सूचना पढ़िए और उसके अनुसार उत्तर लिखिए।
1.)महत्वपूर्ण, मिलनसार (प्रत्यय पहचान कर लिखिए।)
महत्वपूर्ण – त्व
मिलनसार - सार
2.) मनभावन, गुणभरा (विग्रह कर समास पहचानिए।)
मनभावन- मन + भावन
कर्मधारय समास
गुणभरा- जो गुणों से भरा हो
तत्पुरुष समास
3.) भीर, भाँति, भौरन, भावन ( इन्हें शब्द कोश क्रम में लिखिए।)
भावन
भीर
भौर
भाँति
ई) अनुप्रास अलंकार के दो उदाहरण लिखिए।
1.) रघुपति राघव राजा राम
2.) छलिया छबिले छैल और छबि छबै गये।
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