Telangana SCERT Solution Class X (10) Hindi Chapter 3 एक कहानी यह भी
एक कहानी यह भी
प्रश्न
1.)समाज के विकास में नारी की क्या भूमिका है ?
हमारे पारिवारिक जीवन में हो या सामाजिक जीवन में हो महिलाओं की एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। महिला होती है वह अपना घर परिवार संभालती है घर परिवार बनाती है ।महिलाओं का योगदान हर जगह रहता है ।आज हर एक महिला को और शिक्षा और नौकरी प्रदान की गई है। इसीलिए सभी सशक्त हो रही है । जब तक महिलाओं का विकास नहीं होता तब तक देश का विकास नहीं हो सकता।
2.) नारी को दिव्य स्वरुपिणी क्यों कहा गया होगा?
नारी में अनेक गुणों का संबंध है। उसमें प्राकृतिक अनुराग है सौंदर्य अनुभूति है। संवेदना है और साहस भी है वेदों में भी नारी को एक सम्मान दिया गया। इस तरह सिद्ध होता है कि यह दिव्य स्वरूपिणी है।
3.) किसी महान नारी द्वारा किए गए कुछ महत्वपूर्ण कार्य का उल्लेख कीजिए।
रमाबाई माधवराव रानडे यह एक भारतीय समाज सेविका थी इन्होंने अपरा वर्ष की आयु में महादेव गोविंद रानाडे जी से विवाह किया था उस वक्त महिलाओं को पाठशाला जानने के लिए यह साक्षर बनने की इजाजत नहीं थी उनके पति ने उन्हें पढ़ने के लिए प्रोत्साहन दिया उसके बाद उन्होंने अपने जीवन में सुधार किया लड़कियों के लिए पाठशाला की स्थापना की हिंदू लेडी सोशल क्लब की शुरुआत की
प्रश्न
1.) मन्नू भंडारी के पिताजी कैसे स्वभाव के थे?
मन्नू भंडारी के पिता जी की अपने निजी लोगों ने बहुत विश्वासघात किया था । इसलिए उनका स्वभाव शक्की हो गया था
2.) लेखिका के बचपन की समाज व आज के समाज में अंतर है ?
लेखिका के बचपन में हमारे देश पर अंग्रेजों का राज्य था। अंग्रेजों से छुटकारा पाने के लिए हम अनेक स्वतंत्र आंदोलन कर रहे थे। आज हम आजाद हो चुके हैं। लेखिका के बचपन में आज पड़ोसियों को अपना परिवार समझा जाता था, उनके बच्चों को भी जैसे अपने बच्चे हो ऐसे ही प्यार किया जाता था। लेकिन आज हम आस-पड़ोस में जाते नहीं है उनके साथ भी घुल मिल के नहीं रहते। लेखिका के बचपन के समाज पर आज के समाज में यही अंतर है।
3.) आजकल के पड़ोस कल्चर के बारे में लेखिका के क्या विचार है?
आजकल के पड़ोस कल्चर के बारे में लेखिका बताती है की यह हमारे जीवन में पड़ोसी कल्चर का बहुत महत्व है। यह जो पड़ोसी या पड़ोस कल्चर होता है यह हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है । इनके साथ रहने से हमारे जीवन में मर्यादा का पालन होता है। हम एक मर्यादित जीवन जी सकते हैं। जब इनका साथ होता है तो हम कभी भी अकेले नहीं रहते हम समाज से जुड़े रहते हैं।
4.) पिताजी ने रसोईघर को भटीयारखाना क्यों कहा था?
पिताजी ने रसोईघर को भटियार खाना कहां है क्योंकि लड़कियां रसोई घर में काम करती है और अपने अंदर की काम करने की क्षमता है भूल जाती है वह भूल जाते हैं कि बाहर जाकर भी बहुत अच्छे से काम कर सकती है उनके अंदर की क्षमता और प्रतिभा नष्ट होने लगती है वह अपने क्षमताओं का अच्छे से उपयोग नहीं कर पाती इसीलिए लेखिका के पिताजी ने रसोई को भटियार खाना कहां है
5.) लेखिक के पिताजी उन्हे बहसों में बैठने को क्यों कहा करते थे ?
घटने वाली घटनाओं को अच्छी तरह से जानने के लिए सामाजिक राजनीतिक घटनाएं जानने समझने के लिए लेखिका को इन घटनाओं से परिचित करने के लिए लेखिका के पिताजी घर में होने वाली बहसों में बैठने के लिए लेखिका को कहते थे
6.) लेखिका का साहीत्य से संबध कैसे जुड़ा?
लेखिका जो भी पुस्तक किताबें पढ़ती थी उन बातों की चर्चा बहुत शीला अग्रवाल जी से करती थी। इस तरह से लेखिका का साहित्य से संबंध जुड़ गया।
7.) शिला अग्रवाल से लेखिका कैसे प्रभावित हुई?
लेखिका जे हाई स्कूल में पढ़ती थी वहां पर शीला अग्रवाल यह हिंदी की प्राध्यापिका थी। लेखिका को पढ़ना पसंद था। शीला अग्रवाल जी ने यही पढ़ने की आदत को भापकर लेखिका को अलग-अलग तरह की पुस्तकें पढ़ने के लिए दे दी। उस पुस्तकों पर उन्होंने लेखिका से चर्चा की। इसी तरह से देश में घटने वाली घटनाओं को लेकर शिला अग्रवाल जी ने लेखिका से विचार मंथन किया। उन्होंने लेखिका को आजादी के संग्राम में भाग लेने के लिए भी प्रेरित किया।
8.) मन्नू के पिताजी उनके घर से निकलने पर क्यों रोक लगाना चाहते थे?
मनु के पिताजी उनके घर से निकलने पर रोक लगाना चाहते थे क्योंकि वह यह तो चाहते थे कि मन्नू को देश में घटने वाली घटनाओं के बारे में पता चले। लेकिन वह यह नहीं चाहते थे कि मन्नू इसमें जाकर भाग ले।
9.) आझाद हिंद फौज के बारे में तुम क्या जानते हो?
सुभाष चंद्र बोस जी इन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना की। एक भारतीय सशस्त्र बल बनाया अंग्रेजों से लड़ने के लिए यह दल तैयार किया गया था। इनका एक प्रसिद्ध नारा था तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा। आजाद हिंद फौज को इंडियन नेशनल आर्मी भी कहा जाता है।
10.) लेखिका के पिताजी की अंतर विरोधो में रहकर जीवन बिता रहे थे ?
पिताजी कांग्रेस पक्ष के साथ-साथ समाज सुधारक के भी काम ऑन से जुड़े हुए थे शिक्षा केवल केवल उद्देश्य नहीं देते थे बल्कि उन दिनों 88 1010 विद्यार्थियों को अपने घर रखकर पढ़ाया है जिनमें से तो बाद में उसे उच्च पदों पर पहुंचे आर्थिक झटके के कारण भी इंदौर से अजमेर आ गए जहां उन्होंने अपने अकेले के बलबूते और हौसले से अंग्रेजी हिंदी शब्दकोश के अधूरे काम को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया इसमें उन्हें यश और प्रतिष्ठा तो बहुत मिली परंतु अर्थ नहीं और शायद गिरती आर्थिक स्थिति में ही उनके व्यक्तित्व के सारे सकारात्मक पहलुओं को नहीं छोड़ना शुरू कर दिया सिकुड़ की आर्थिक स्थिति के कारण और अधिक विस्तारित उनका अहम उन्हें इस बात की तब की अनुमति नहीं देता था कि वह कम से कम अपने बच्चों को तो अपनी आर्थिक व्यवस्थाओं का भागीदार बनाएं
11.) मन्नू से नाराज पिताजी उन्हें देखकर गर्व का एहसास क्यो कर रहे थे ?
मनु के पिताजी मनु से नाराज है क्योंकि प्रिंसिपल साहब ने मन्नू के बारे में बातचीत करने के लिए मनु के पिताजी को स्कूल में बुलाया था आग बबूला हो गए थे लेकिन जब घर लौटे तो उन्होंने मन्नू से पूछा कि सारे कॉलेज के लड़कियों पर रौब है तेरा सारा कॉलेज तुम तीन लड़कियों के इशारों पर चल रहा है प्रिंसिपल बहुत परेशान है और बार-बार आग्रह करें कि मैं तुम्हें घर बिठा लूं क्योंकि वह लोग किसी तरह से डरा धमका करता डपटकन लड़कियों को क्लासों में भेजते हैं और अगर तुम लोग एक इशारा कर दो तो सभी लड़कियां क्लास छोड़कर बाहर आ जाती है तुम लोगों के मारे कॉलेज चलाना मुश्किल हो गया है मन्नू के पिताजी बड़े गर्व से कहो कराए कि यह तो पूरे देश की पुकार है इस पर कैसे कोई रोक लगा सकता है
12.) 15 अगस्त 1947 के महत्व के बारेमे बताईए I
15 अगस्त 1947 में हमारा देश स्वतंत्र हुआ अंग्रेजों के खिलाफ जो हमारी लड़ाई थी उसका परिणाम इस दिन हम सबको दिखाई दिया इस स्वतंत्रता संग्राम संग्राम में अनेक लोगों ने भाग लिया था अनेक लोगों ने अपनी जान की कुर्बानी दे दी
अ) प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1.) इस पाठ की लेखिका से एक स्त्री होते हुए भी स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रुप से भाग लिया आप आप बताइए कि सामाजिक विकास में विद्यार्थि क्या योगदान दे सकते हैं?
विद्यार्थी पढाई करके देश कि सेवा कर सकते हैI अपने आजुबाजू का परिसर पर्यावरण साफ सुधरा रखके हम वातावरण को स्वच्छ रखने मे मदद कर सकते हैI जरुरतमंद लोगोन्की मदद कर सकते है, जरुरत पडने पर आंदोलन मे सक्रीय भाग ले सकते हैI
2.) समाज सुधार कार्यों में स्वयंसेवी संस्थाओं की क्या भूमिका है?
स्वयंसेवी संस्था ऐसे लोगोंकी मदत करती है जिन्हे किसी सहारे कि जरुरत होती हैI जजो जरुरतमंद है उनके लिये यह संस्था हमेशा खडी रहती हैI उन्हे मदत करती है और समाज के प्रती अपना दाईत्व निभाती हैI
आ) पाठ पढ़िए अभ्यास कार्य कीजिएl
1.) एक कहानी यह भी पाठ की लेखिका के बारे में बताइए l
एक कहानी यह भी पाठ की लेखिका मन्नू भंडारी इनका जन्म सन १९१३ मे मध्यप्रदेश के भानपुरा नामक गाव मे हुवा हैI इन्होने नारी जीवन के समस्या इनपर चित्रण किया हैI मै हार गई, तीन निगाहो कि एक तस्वीर, आपका बंटी यह इनकी प्रमुख रचनाए हैI
2.) लेखिका की अपने पिताजी से वैचारिक टकराहत को अपने शब्दों में प्रकट कीजियेI
लेखिका की अपने पिताजी से वैचारिक टकराहट थीI पिताजी लेखिका को सामाजिक राजकीय घटनाओं का ज्ञान देना चाहते थे I उनको सामाजिक परिस्थितीयो से अवगत कराना चाहते थे I लेकीन उनको घर के बाहर जाना, आंदोलन करना मंजूर नही था, ऐसेहीपिताजी का लेखिका के मा के प्रती अच्छा व्यवहार नही था यह सब बाते लेखिका कॉ पसंद नही थीI
3.) लेखिका ने अपने बचपन के बारे में क्या कहाI
लेखिका ने अपने बचपन मे अपनी बहन भाईयो के साथ बहोत सारे खेल खेले है, पतंग उडाये हैI लेकीन सिर्फ घर के आंगन मेI उनकी सीमा निर्धारित कि गई थीI पाठशाला भी घरके नजदीक थी I मतलब घर से बाहर सिर्फ खेलने और पाठशाला जाने के लिये मिलता थाI
ई) पाठ के आधार पर निम्नलिखित पंक्तियों की व्याख्या कीजिए
1.) मुझे ना अपनी आंखों पर विश्वास हो रहा था, न अपने कानो परI पर यह हकीकत थीI
एक बार कॉलेज से पिताजी कॉ एक पत्र आया प्रिन्सिपल ने पिताजी कॉ मिलने बुलाया थाI और लेखिका के गतीविधियो के कारण लेखिका के खिलाफ अनुशास्नात्म्क कारवाई क्यो न की जाएI इसके बाद पिताजी प्रिन्सिपल से मिलने गएI वहा जाकर जो पता चला उसके बाद पिताजी लेखिका पर खुश हो गएI यह सारी बाते जान लेखिका को ना अपनी आंखों पर विश्वास हो रहा था, न अपने कानो परI
2.) बस अब यही रह गया है कि लोग घर आकर थू थू करके चले जाए I बंद करो अब इस मन्नू का घर से बाहर निकलना
छात्रो का एक बडा समूह हडताल कर रहा थाIआझाद हिंद फौज पर मुकदमा चल रहा थाI भाषण बाजी हो रही थीI इस बीच पिताजी के मित्र घर आये और मन्नू के बारे मे उल्टा सिधा कहने लगेI वे आकर बोलके चले गये लेकीन पिताजी अब कहने लगे बस अब यही रह गया है कि लोग घर आकर थू थू करके चले जाए I बंद करो अब इस मन्नू का घर से बाहर निकलनाI
3.) जीत की खुशी पर सामने खड़ी थी बहुत बहुत बड़ी चिर प्रतीक्षित खुशी के सामने यह खुशी बिल आ गईI
सन १९४७ के मई महिने मे शिला अग्रवाल जी कॉ कॉलेज वालो ने नोटीस दे दियाI उनपर आरोप था के उन्होने अनुशासन बिगाड दिया हैI थर्ड ईयर के छात्राओ का कॉलेज मे प्रवेश निषिद्ध कर दियाI छात्राओ ने इतना हुडदंग मचाया के अगस्त के आखिर कॉलेज खोलना पडाI जीत की खुशी पर सामने खड़ी थी बहुत बहुत बड़ी चिर प्रतीक्षित खुशी के सामने यह खुशी बिल आ गईI
ई) गद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए
प्रश्न
1.) भारत के इतिहास में 23 मई 1954 एक स्मरणीय दिन क्यों माना गया ?
एक साहसी महिला ने अन्य भारतीयो को कुछ कर दिखाने की प्रेरणा दी हैI भारत के इतिहास में 23 मई 1954 एक स्मरणीय दिन माना गया ?
2.) सर्वप्रथम सागरमाथा पर किसने विजय प्राप्त की थी?
तेनसिह नोर्के इन्होने सर्वप्रथम सागरमाथा पर विजय प्राप्त की थीI
3.)आज विश्व की अनेक महिलाएं किन कार्यों में आगे जा रही है?
आज विश्व की अनेक महिलाएं साहसी कार्यों में आगे जा रही है?
4.) साहस शब्द का विपरीतार्थक लिखिएI
भय यह साहस शब्द का विपरीतार्थक हैI
अभिव्यक्ती सृजनात्मकता
अ) इन प्रश्नों के उत्तर पांच छह पंक्तियों में लिखिएI
1.)लेखिका के व्यक्तित्व पर किन-किन व्यक्तियों का प्रभाव पड़ा? कैसे?
लेखिका के व्यक्तित्व पर दो लोगों गा प्रभाव पडा। एक उनके पिताजी और दुसरा उनके गुरु शीला अग्रवाल।
लेखिका के पिताजी ने लेखिका को समाज तथा देश मे घटने वाली घटनाओंसे अवगत कराया। इसलिए लेखिका देश के प्रति जागरुक हो गई।
दुसरा प्रभाव उनपर गुरु शीला अग्रवाल का था। लेखिका को किताबे पढ़ना अच्छा लगता था। शीला अग्रवाल जी ने उन्हें किताबे पढ़ने के लिए दे दी। उस पर चर्चा की। इससे लेखिका के अंदर आत्मविश्वास भर गया।
2.) आजाद हिंद फौज के मुकदमे के सिलसिले में विद्यालयों में कैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए?
सभी कॉलेज पाठशाला दुकानो मे हडताल का आवाहन थाI जो जो नही कर रहे थेI वहा छात्रो का समूह जाकर हडताल करवा रहा थाI भाषण बाजी हो रही थीI आजाद हिंद फौज के मुकदमे के सिलसिले में विद्यालयों में यह कार्यक्रम आयोजित किए गएI
आ) इन प्रश्नों के उत्तर दस से बारह पंक्तियों में लिखिएI
1.) ब्रिटिश शासन में भारत वासियों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता था अपने शब्दों में लिखिएI
भारत मे आकर ब्रिटिश लोगो ने भारतीयो के साथ बहोत बुरा व्यवहार कियाI भ्रष्टाचार किया, भारतीयो की संपत्ती छीनलीI उनके खेत, जमीन, छीनलीI ब्रिटिश शासन में भारत वासियों के साथ बहोत अत्याचार किये गयेI उनपर अलग अलग टेक्स लगा दिये गयेI भारतीय लोगो मे ही भारतीयो के खिलाफ नफरत कि भावना पैदा की गईI उनपर बहोत सारे काम का बोझ डाल दिया जाता थाI उस काम के पैसे भी नही दिये जाते थेI उन्होने भारत वासियो को गरिबी कर दियाI
2.) लेखिका के संघर्ष में जीवन से हमें क्या संदेश मिलता है?
लडकियो कॉ सिर्फ ज्ञान देना जरुरी नही हैI उन्हे इसका उपयोग भी करना आना चहिएI इसके लिये उनपर जहा जरुरी नही वहा पर रोक टोक नहि लगानी चाहियेI उनके सुंदरता से उनकी पारख नाही करनी चाहिये बल्की उनके गुणो से उन्हे परखना चाहियेI छोटे बच्चो के अंदर के गुण पहचान बच्चो को जीवन मे आगे बढने के लिये प्रोत्साहन देना चाहियेI लडकीयो को भी लडको कि तरह आगे बढने के लिये प्रोत्साहन देना चाहियेI
इ) 1.)आंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष पर आप को संयुक्त राष्ट्र संघ में भाषण देने का मौका मिले तो आप का भाषण क्या होगा इस पर एक भाषण लेख लिखिएI
आंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मतलब महिलओंको हर एक क्षेत्र मे भाग लेने कि अपने आपको सिद्ध करने का एक मौकाI इस दिन हमे उनको याद करना चाहिये जिनके वजह से हम घर से बाहर निकल सकते हैI हमे उनका शुक्रिया करना चाहिये I उन्होने बहोत सारी परेशानी झेली , तकलीफ सहन की इसिलिए हम आज ये दिन देख रहे हैI
ई) समाज में शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान है इस पर अपने विचार प्रकट कीजिएI
समाज मे शिक्षा महत्वपूर्ण है क्योंकी शिक्षा से ही मनुष्य प्रगत होता हैI मनुष्य के विचारो मे प्रगल्भता आती हैI मनुष्य के विचारो का दायरा बढता हैI अपने जीवन मे कुंछ कर दिखाने कि चाह उसमे निर्माण होती हैI
अ) कोष्टक में दी गई सूचना पढ़ लिया और उसके अनुसार कीजिए
1.) यश, धेर्य, सीमा, इशारा (पर्यायवाची शब्द लिखें)
यश – सफलता
धेर्य- सब्र
सीमा- मर्यादा
इशारा- संकेत
2.) बेहद, क्रोधीत, सहनशक्ति, गर्मजोश (वाक्य प्रयोग कर शब्दार्थ लिखिएI)
बेहद- बहोत सारा, जिसकी सीमा न हो
मा बच्चो से बेहद प्यार करती हैI
क्रोधीत- आगबबुला होना, गुस्सा होना
भैया हमेशा क्रोधीत होते रहते हैI
सहनशक्ति- जिसमे सहन करने कि बहोत शक्ती हो
गुरु मे बहोत सहने कि शक्ती होती हैI
गर्मजोश-उत्साह
रेहान गर्मजोश वाला बच्च हैI
3.) लु उतारना, आग लगाना (मुहावरे का अर्थ लिखिए वाक्य प्रयोग कीजिएI)
लु उतारना- चुगली करना
पापा के मित्रो ने खरी खोटी सुनाकर लु उतारी
आग लगाना- क्रोध भाडकाना
हमारी पडोसन आकर हमेशा हमारे कान भरने के कां करती हैI
4.) ताने – बाने, मान – मर्यादा युग्म शब्दो का वाक्य में प्रयोग कीजिएI
ताने – बाने- किसीको ताने –बाने मारना गलत बात हैI
मान – मर्यादा- हमे बोलते वक़्त अपनी और दुसरो कि मान मर्यादा का खयाल रखना चाहियेI
आ) सूचना पढ़कर उसके अनुसार लिखिए।
1.) महत्वाकांक्षा, किशोरावस्था, दुर्बल ( विच्छेद कर संधी पहचानिए।)
महत्वकांक्षा -महत् + त्व व्यंजन संधि
किशोरावस्था- किशोर + अवस्था वयः संधि
दुर्बल- दुः + बल विसर्ग संधी
2.)पोथी पुराण चौराहा चार दिवारी (विग्रह कर समास पहचानिए।)
पोथी पुराण- पोथी और पुराण द्वंद्व समास
चौराहा – चार राहों का रास्ता द्विगु समास
चार दिवारी- कोठरी बहुव्रीहि समास
इ) उदाहरण के अनुसार शब्दों को ऐसे वाक्य में प्रयुक्त कीजिए जिनसे उनके एकाधिक अर्थ स्पष्ट हो पाठ में आए भिन्नार्थक शब्दों में से पांच शब्द चुनकर लिखिए।
जैसे आम- 1.) आम मीठा फल है। 2.) आम जनता देश की स्वतंत्रता के लिए आगे बढ़ी।
1शिक्षा – 1.) मां ने छोटी को शिक्षा दी। 2.) गुरुजन हमें अच्छी शिक्षा देते हैं।
2.)टक्कर -1.) मेरी सामने वाली से टक्कर हो गई। 2 .) मै सोच रही थी लेकीन मेरे विचार आपस मे टक्कर खा रहे थेI
3.)दिशा- 1.) दीदी ने मुझे सही दिशा दिखाइ। 2.) सूरज पूरब के दिशा से उगता है।
4.)साहित्य – 1.) मेरे पास खेलने के लिए बहुत साहित्य है। 3.) शिवाजी सावंत इनका साहित्य हमें पढ़ना चाहिए।
5.)शोभा- 1.) मेहमानों ने घर आकर हमारे समारंभ की शोभा बढ़ाई। 2.) दिवाली में रानी ने अपने घर के अच्छे से शोभा की।
ई) अर्थ की दृष्टि से वाक्य पहचानिए और दिए गए उदाहरणों के अनुसार दो दो वाक्य बनाइए।
1.) वह काम कर रहा था।
2.) तुम काम पर जाओ
3.)तुम काम पर मत जाओ।
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