Thank you Letter for return of lost identity card
भक्ति भवर
शिवनगर
जालना।
दिनांक :- ४ मार्च, २०२२
वैष्णवी जी
सादर नमस्कार!
मुझे आपका पत्र मिला। मुझे आपके पत्र के साथ मेरा पत्र भी मिला। मुझे यह पत्र मिला तो तब मैं बहुत आनंद में थी। मैं बहुत चिंता में थी कि मुझे मेरा पत्र मिलेगा कि नहीं लेकिन आपकी वजह से मुझे मिल गया। मैंने तो यह पत्र अब मुझे नहीं मिलेगा इसकी आशा ही खो दी थी लेकिन मिल गया। यह पत्र मेरे पापा ने मुझे लिखा था। अपने मेरा पत्र संभाल कर रख कर और डाकघर में उसे पुनः जमा करवा कर बहुत अच्छा कार्य किया। इस अब जमाने में आप जैसे अच्छे और सच्चे लोग कहां मिलते हैं? आप बहुत अच्छी है। आपकी संवेदनशील और भली इंसानियत देख कर मुझे अच्छा लगा। मैं आपकी सदा आभारी रहूंगी। मैंने तो आपको देखा भी नहीं और हमारा संबंध भी नहीं है तभी भी आपने मेरी मदद की इसलिए पुनः आपसे धन्यवाद करती हूं।
भवदीप।
प्रति
वैष्णवी
१०४, कृष्ण कुंज