Karnataka 1st PUC Hindi Poem Chapter 7 मत घबराना Questions and Answers Solution, Notes by Expert Teacher. Karnataka Class 11 Hindi Solution Chapter 7.
There are 3 Parts in Karnataka Class 11 Textbook. Here You will find Poem Chapter 7 Man Ghabrana.
Karnataka 1st PUC Hindi Poem Chapter 7 – मत घबराना Solution
- State – Karnataka.
- Class – 1st PUC / Class 11
- Subject – Hindi.
- Topic – Solution / Notes.
- Chapter – 7
- Chapter Name – मत घबराना.
I) एक शब्द या वाक्यांश या वाक्य में उत्तर लिखिए:
१) कवि किस प्रकार आगे बढ़ने के लिए कहते हैं?
कवि कदम साधकर आगे बढ़ने के लिए कहते है।
२) कवि किसके साथ होने की बात कहते हैं?
कवि चंद्रा और तारे साथ इनके साथ होने की बात करते है।
३) कवि किसे अपनी व्यथा सुनाने के लिए कहते हैं?
कभी अपनी व्यथा चांद तारों को मतलब अपने सच्चे साथी को जाकर सुनने के लिए कहते हैं।
४) पथ पर बार- बार क्या टकराती है?
बाधाएं पथ पर बार-बार टकराती है।
५) कवि बीच राह में कैसे न रुकने को कहते हैं?
कवि रही को बीच राह में ललचाकर या डरकर न रुकने को कहते हैं।
६) वीर काँटों को क्या समझता है?
वीर काँटों को फुल समझता है।
७) वीर किससे हाथ मिलाता है?
वीर विपदाओं से हाथ मिलाता है।
II) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
१) ‘मत घबराना’ कविता में प्रकृति को प्रेरणास्त्रोत क्यों कहा गया है?
कवि कहता है कोई हमारा साथ दे या ना दे यह चंदा, तारे, नदिया, झरने यह प्रकृति हमारा साथ हमेशा देगी। कवि प्रकृति को अपना प्रेरणा स्रोत मानता है। वह कहते हैं की प्रकृति हमारा साथ हमेशा ही देती है। इन से हमें हमारा दर्द बांटना चाहिए। अपनी बात हमें इसे कहनी चाहिए क्योंकि यही हमारी प्रेरणा बनते हैं।
२) कवि ने जीवन की किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?
हम जिस रास्ते पर चलते हैं उसे रास्ते में हमें बहुत अड़चनें आती है। अनेक बाधाएं आती है। वह हमें रोकने की कोशिश करती है। वह हमें आगे बढ़ने नहीं देती। अनेक तितलियां हमें अपने रंगीली पंख फैला कर अपनी और आकर्षित करती है। हमें किसी से भी डरना नहीं है, किसी बात से ललचाकर हमें रुकना नहीं है। हमें अकेले ही आगे बढ़ाना है। इन जीवन की विशेषताओं का उल्लेख कवि ने किया है।
३) मंजिल किन्हें मिलती है? अपने शब्दों में लिखिए।
कभी अपने कविता से नवयुवकों को आगे बढ़ाने की प्रेरणा देते हैं। वह कहते हैं कि हमारे रास्ते में बहुत मुश्किल है आएंगी, अनेक बढ़ाएं आएंगे इन्हें हमें चुनौती देनी है। हमें हमेशा ही आगे बढ़ते रहना है। हमें कायर नहीं बनना है, हमें निष्क्रिय नहीं होना है, हमें अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए चुनौतियों से लड़कर आगे बढ़ाना है।
४) ‘मत घबराना’ कविता का संदेश अपने शब्दों में लिखिए।
मद घबराना इस कविता से कई हमें सिर्फ आगे बढ़ने का संदेश देते हैं। हमारे साथ कोई भी साथी ना नहीं हो तो भी हमारा साथ हमेशा ही प्रकृति देती है। प्रकृति से ही हमेशा हमें प्रेरणा मिलती है।।
III) ससंदर्भ भाव स्पष्ट कीजिए:
मंजिल सदा उसी को मिलती
धीर-वीर जो बढ़ता जाता।
काँटों को भी फूल समझता,
विपदाओं से हाथ मिलाता।
कायर तो घबराते वे ही,
वीर न करते कभी बहाना ।
प्रसंग. यह पंक्तियां साहित्य वैभव इस पाठ से मत घबराना इस कविता से ली गई है। इस कविता के रचनाकार डॉ. रामनिवास मानव है।
संदर्भ. कभी युवकों को कहते हैं कि तुम्हें अपनी मंजिल पाने के लिए अनेक मुश्किलों का सामना करना होगा। तुम्हें प्रकृति से प्रेरणा लेनी होगी।
स्पष्टीकरण. कभी कहते हैं कि मंजिल हमेशा उसी को मिलती है जो मुश्किलों से लड़ता है जो साहसी बनाकर आगे बढ़ता है। जो मुश्किलों से लड़ता है। जो डरता नहीं है आगे बढ़ता है। हमारे साथ कोई खड़ा रहेगा या ना रहे हमारा साथ हमेशा ही प्रकृति देती है। इसी से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने जीवन में सफल होना चाहिए।