विद्यार्थी और राजनीति निबंध | Students and Politics in Hindi | Hindi Essay | Students and Politics Essay in hindi.
विद्यार्थी जीवन में व्यक्ति जो ज्ञान प्राप्त करता है वह ताउम्र उसके साथ रहता है। विद्यार्थी जीवन यह मनुष्य के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक व्यक्ति अपने विद्यार्थी जीवन में जो सिखाता है वह शिक्षा का उपयोग सारी उम्र करता है। मनुष्य उम्र भर एक तरह विद्यार्थी बना रहता है। कभी वह किताबों से सीखता है तो कभी लोगों के व्यवहार से। विद्यार्थी जीवन काल में हम जो शिक्षा ग्रहण करते हैं वह हमारे नैतिक मूल्य पर आधारित होती है और हमें सही गलत की पहचान चलाती है। हम अपने जीवन में बड़े होकर के क्षेत्र में जाएंगे यह भी हमारे विद्यार्थी जीवन पर ही निर्भर करता है। विद्यार्थी जीवन में हमें जो क्षेत्र पसंद आता है हम उसी का चुनाव करते हैं। हम जो नैतिक मूल्य विद्यार्थी जीवन में सिखाते हैं उन्हीं का प्रभाव जिंदगी भर हम पर बना रहता है।नैतिक मूल्य के आधार पर ही हमारा व्यक्तिमत्व विकास होता है। हमारा व्यक्तिमत्व विकास ज्यादातर विद्यार्थी जीवन में ही होता है। विद्यार्थी जीवन या एक ऐसा काल है जब हम अपने जीवन का सबसे सुनहरा पल जीते हैं। विद्यार्थी जीवन में हम विद्या ग्रहण करने के साथ-साथ कई रोमांचक गतिविधियां करते हैं। यही काल हमारे भावी जीवन को ठोस नींव प्रदान करता है तथा हमारे भविष्य को उज्जवल बनाता है। विद्यार्थीजीवन ज्ञान में वृद्धि देने वाला तथा ज्ञान ग्रहण करने का महत्वपूर्ण समय है। इस समय का सदुपयोग कर हमें ज्यादा से ज्यादा ज्ञान ग्रहण करना चाहिए। अच्छी-अच्छी बातें अच्छी-अच्छी चीजें सीखनी चाहिए। ज्ञान हम कितना भी ग्रहण कर ले वह कभी परिपूर्ण नहि होता। हमारी ज्ञान ग्रहण करने की इच्छा शक्ति विद्यार्थी जीवन में सबसे ज्यादा होती है।
विद्यार्थी जीवन बच्चों के 5 वर्ष की उम्र से ही शुरू हो जाता है। इस कच्ची उम्र में बालक मिट्टी की तरह होते हैं उन्हें जो आकार दो वह उसी में ढल जाते हैं। इस उम्र में बच्चों में सीखने की जिज्ञासा सर्वाधिक होती है। और नई नई बातें नई नई चीजों को वह जल्दी ग्रहण कर कर जल्दी समझ जाते हैं। स्कूल में उन्हें वातावरण नए दोस्त मिलते हैं l यह प्रथम बार होता है जब बच्चे अपने घर छोड़कर बाहर निकल कर नया वातावरण देखते हैं और नई-नई बातें सीखते हैं। अनुशासन की शुरुआत भी विद्यालय से ही होती है। जो बालक तो विद्यार्थी काल में अनुशासन में रहता है वह अपने उम्र भर अनुशासन का पालन करता है। विद्यार्थी जीवन में हमें सीखने की जिज्ञासा होती है जो लग्न होती है वह ताउम्र कभी नहीं होती। उस समय नवयुवकों का जोश होता है।
जीवन के सुख-दुख को से समस्या उसे कैसे लड़ना है यह भी हम विद्यार्थी जीवन से ही सीखते हैं। हमारे जीवन में आत्मविश्वास के शुरुआती हमारे विद्यार्थी जीवन से होती है। लोगों के सामने संभाषण देना अपने मत को रखना तथा अपने विषय को सिद्ध करने के लिए वाद विवाद करना यह सारी बातें हम विद्यार्थी जीवन में ही सीखते हैं। विद्यार्थी जीवन में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए हमारा व्यक्तिमत्व विकास किया जाता है। हमारे आत्मविश्वास तथा मनोबल को विद्यार्थी जीवन में ही प्रोत्साहन दी जाती है। हमें अपने पैरों पर खड़े होने के लिए प्रेरित किया जाता है। शिक्षक अपने विद्यार्थी को एक उत्तम नागरिक बनाने की कोशिश करता है। शिक्षक के प्रोत्साहन तथा मेहनत से विद्यार्थी अच्छा नागरिक बनता है।
राजनीति यह किसी वर्ग विशेष तक सीमित नहीं है। अधिकतर विद्यार्थियों का भविष्य लक्ष्य उज्जवल बनाने के लिए सरकारी नौकरी प्राप्त करने का होता है। कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो राजनीति की राह किधर मुड़ जाते हैं। विद्यार्थी राजनीति में जाकर राजनीतिक सुधार करना चाहते हैं। देश का भला तथा देश का विकास देश की सेवा करना चाहते हैं। आज की राशि के स्वार्थी लोगों से भरी पड़ी है। इसीलिए विद्यार्थी राजनीति में जाकर उसमें सुधार करना चाहते हैं। देश का भविष्य होने के कारण विद्यार्थियों का यह दायित्व है कि वह अपना राजनीतिक अपराधों को रोकने के लिए राजनीति में शामिल हुए। देश की सेवा करने के लिए राजनीति का एक बहुत अच्छा विकल्प है। इसलिए विद्यार्थी राजनीति में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं।