On this page we have given an article on Debate in Hindi for Students. The name of the topic is क्या मानवयुक्त अंतरिक्ष यात्रा लागत के लायक है ।
Debate – क्या मानवयुक्त अंतरिक्ष यात्रा लागत के लायक है ।
मानव आज नहीं नहीं तंत्रज्ञानों का विकास कर रहा है। आज हमारे देश में विज्ञान और तंत्रज्ञान में बहुत प्रगति की है। तंत्रज्ञान आज इतना बड़ा हो गया है कि मानव आप इस तंत्रज्ञान को अन्य ग्रहों पर भी भेजता है। इस तंत्रज्ञान की वजह से हमने पृथ्वी और सौरमंडल का अध्ययन करना शुरू कर दिया। इसकी वजह से हमें एक नई दृष्टि मिली। हमें इसके वजह से ज्ञान की प्राप्ति हो गई। हमने हमारा जीवन बेहतर बनाया है। अंतरिक्ष यात्रा की वजह से ही हमें वायुमंडल का पता चला है। हमने अपने जीव विज्ञान को अधिक बेहतर तरीके से समझा है। हमे अंतरिक्ष और ब्रह्मांड की उत्पत्ति के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त हुई। हमने अंतरिक्ष में जो भी जानते थे उसकी वजह से हमें बहुत फायदे हुए हैं। हमें अंतरिक्ष के बारे में बहुत बड़ी-बड़ी जानकारी मिली है। यह जानकारी हमारे लिए ही बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।
आज जिस तरह से मनुष्य अंतरिक्ष में यह भेजता है और ज्ञान के द्वारा वाहन की जानकारी प्राप्त करता है उसी के द्वारा ही मानव यह सोच रहा है कि मनुष्य को भी अंतरिक्ष में भेजा जाए। क्योंकि कई लोगों को आज लगता है के पृथ्वी पर आबादी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। वह कम होने का नाम हिंदी नहीं ले रही। अगर इस पर्यावरण में बहुत सारे परिवर्तन आने लगे तो हम उन परिवर्तनों से निपट नहीं सकेंगे। क्योंकि पर्यावरण मानव से भी ज्यादा शक्तिशाली है अगर उसने अपना उग्र रूप धारण किया तो कोई भी इसे लेट नहीं सकेगा। इस वजह से हम पृथ्वी पर रहने योग्य नहीं रहेंगे। अगर मनुष्य को सालों साल अपना अस्तित्व बनाए रखना है तो उसे कभी ना कभी पृथ्वी यह ग्रह छोड़ना होगा और अपने लिए रहने योग्य ग्रह को ढूंढना होगा। वह हमेशा ही पृथ्वी पर नहीं रह सकता उसे कभी ना कभी पृथ्वी को छोड़ना होगा। और मनुष्य दूसरे किसी ग्रह पर रह सकता है क्या इसके लिए उसे संशोधन करना होगा।
आज मानव मंगल ग्रह और चंद्रमा तक पहुंच गया है। वह अपनी खोज जारी रख रहा है। वह किसी दूसरे ग्रह पर रह सकता है क्या इसके लिए यह खोज जरूरी है। यह मिशन रोबोटिक है। रोगों के द्वारा यह मिशन संशोधन सफल कर रहे हैं। रोबोट मशीन के द्वारा ही वहां की जानकारी पृथ्वी पर भेज रहे हैं। वह इसका पता लग रहे हैं कि मानव दूसरे ग्रह पर रह सकता है या नहीं।
कई लोग कहते हैं कि मानव को अनंतरिक्ष में भेजना एक अच्छा विचार है। कभी ना कभी मानव को अंतरिक्ष में जाना ही होगा। क्योंकि कई सालों बाद पृथ्वी पर रहने लायक स्थिति नहीं रहेगी। दूसरे ग्रह पर जाकर आज यह रोबोट परीक्षण कर रहे हैं। मनुष्य वहां पर कैसे पहुंच सकता है इसके बारे में पता लगाया जा रहा है। इन सब के पहले उन्होंने रोबोट को वहां पर भेज दिया है क्योंकि रोबोट मनुष्य के तुलना में ज्यादा काम कर सकता है और वह कोई गलती नहीं कर सकता। बहुत जो भी खोज करता है उसे हम नजरंदाज नहीं कर सकते। उनकी कृत्रिम बुद्धिमत्ता जो है वह मनुष्य से कई विकसित है। इसके लिए यह खोज करते हैं उस में हम गलतियां नहीं निकाल सकते। रोबोट मानव से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। मनुष्य की तुलना में रोबोट पर कम खर्च आता है।
अगर इन्हें कोई ग्रह रहने लायक मिल गया तो वहां पर मानव को भेजा जाएगा मतलब आगे जाकर मनुष्य अंतरिक्ष यात्रा कर सकेगा। लेकिन पृथ्वी पर जो परिस्थितियों है वह मानव के रहने योग्य है। पृथ्वी का विकास इसलिए ही हुआ है कि वहां पर मानव रह सके। मानव को अंतरिक्ष में भेजना इसके लिए यह उद्देश्य है कि एक तो वैज्ञानिक खोज अन्य ग्रहों पर मनुष्य को लेकर जाना और राष्ट्रीय सुरक्षा। अगर मनुष्य को लंबे समय के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाए तो उसका परिणाम उसके स्वास्थ्य पर हो सकता है। उसकी मांसपेशियां और हड्डियां अंतरिक्ष में रहने की वजह से कमजोर हो जाएगी। अंतरिक्ष में जो तापमान होता है वह भी बहुत कम है। इसीलिए मनुष्य वहां पर ज्यादा दिनों तक जिंदा नहीं रह सकता अंतरिक्ष का जो जीवन होता है वह पृथ्वी से बिल्कुल अलग होता है। इसीलिए वहां पर जाते वक्त हमें प्रशिक्षण दिया जाता है। लेकर कई घटक ऐसे है जो हम बदल नहीं सकते इस वजह से मनुष्य को अंतरिक्ष में यात्रा करने के लिए बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
मानव पृथ्वी पर रहता है। लेकिन पृथ्वी की हालत मनुष्य की वजह से बहुत खराब हो गई है। अगर उसे दूसरे ग्रहों पर भेजा जाए तो उसे ग्रह की स्थिति अच्छी रहेगी इसका कोई प्रमाण नहीं दे सकता। अगर मनुष्य को अंतरिक्ष में भेज दिया जाए तो उसके शरीर पर भी इसका प्रभाव हो सकता है।
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