On this page we have given an article on Debate in Hindi for Students. The name of the topic is क्या भारत में नौकरियां खत्म हो रही हैं ?
Debate – क्या भारत में नौकरियां खत्म हो रही हैं ?
भारत में आबादी बढ़ती ही जा रही है। लेकिन बढ़ती आबादी को संसाधन की नजर से कोई नहीं देख रहा। इस वजह से भारत में रोजगार उपलब्ध नहीं होते। हर एक मनुष्य को नौकरी की जरूरत होती है। जब नौकरी एक इंसान को मिल जाती है तब वह उसका भविष्य सुरक्षित करता है। एक विशिष्ट उम्र होने के बाद हर एक व्यक्ति को नौकरी जरूरी होती है। अपनी आवश्यकताओं की पूर्तिकता के लिए, अपने परिवार का ख्याल रखने के लिए भविष्य बनाने के लिए हमें नौकरी की जरूरत होती है। जब हमें वेतन प्राप्त होता है तब हम अपना जीवन संतुलित कर सकते हैं। जब हम कोई नौकरी करते हैं या किसी संस्था में अपना योगदान देते हैं अपना कौशल दिखाते हैं तो उसका वेतन हमें मिल ही जाता है। अगर हम नौकरी नहीं करेंगे तो हमारा भविष्य सुरक्षित नहीं होगा। हमारे परिवार को हमेशा ही हमारी चिंता रहेगी। जब तक परिवार है तब तक हमें किसी बात की चिंता नहीं रहती लेकिन जब अपने माता-पिता नहीं रहेंगे तो हमारी कोई भी जिम्मेदारी नहीं लगा। इस वजह से हमें हमेशा ही नौकरी की जरूरत पड़ती है। आज के युग में हमें नौकरी होना और हमारे हाथ में पैसे होना यह दोनों चीज ही बहुत जरूरी है।
हमारे देश की आबादी बढ़ती ही जा रही है। हमारे भारत में कोई भी परिवार का नियोजन नहीं करता इस वजह से देश में लोक संख्या बढ़ती जा रही है। इसके साथ-साथ हर रोज नए-नए तंत्रज्ञान विकसित हो रहे हैं। मनुष्य की जगह तंत्रज्ञान ले रहे हैं। इसी वजह से भी नौकरी या नहीं मिलती। भारत में आबादी बढ़ती जा रही है और उनके लिए रोजगार उपलब्ध नहीं है। क्योंकि सभी लोग सरकारी
नौकरियों पर निर्भर रहते हैं। कोई भी व्यवसाय करना नहीं चाहता। हम मनुष्य की तरफ संसाधन के रूप से नहीं देखते। अगर व्यवसाय खड़े रहेंगे तो बहुत सारे लोगों के लिए नौकरियां उपलब्ध हो जायेंगे। लेकिन कोई भी व्यवसाय करना नहीं चाहता हर कोई सरकारी नौकरियों की तरफ ही भागता है। क्योंकि उनमें सुरक्षित तथा होती है। लेकिन सरकारी नौकरियों की संख्या हमारे लिए मर्यादित होती है। और आबादी मर्यादित नहीं है। हर दिन आबादी बढ़ती ही जा रही है। इसके साथ साथ लोगों की जरूरते भी बढ़ रही है।
भारत में व्यवसाय कोई नहीं कहना चाहता हर एक सुरक्षित नौकरी करना चाहता है। इस वजह से नौकरियों की संख्या कम है और आबादी ज्यादा है। नौकरियों में भी कई जगह खाली होती है लेकिन उसे जगह पर किसी की भी नियुक्ति नहीं की जाती। आज भारत सरकार ने स्टार्टअप इंडिया स्किल इंडिया मेक इन इंडिया जैसे कई योजनाएं बनाई है। उन्हें लागू किया है। लेकिन हर कोई नौकरी की तरफ भागता है व्यवसाय नहीं करना चाहता इस वजह से इन योजनाओं का किसी को भी ज्यादा उपयोग नहीं होता। अगर व्यवसाय खड़े रहेंगे तो रोजगार अपने आप निर्माण हो जायेंगे। सभी को नौकरी मिलेगी इस वजह से आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेगी।
इसी तरह से टेक्नोलॉजी ने भी आज बहुत विकास किया है। हर जगह हमें कंप्यूटर लैपटॉप दिखाई देते हैं। चार से पांच मनुष्यों का काम यह अकेला कर देता है। इसी वजह से भी हमारे भारत में नौकरियों की कमी है। जिस तरह टेक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है तंत्रज्ञान में विकास हो रहा है इस तरह से मनुष्य की आवश्यकता काम हो रही है। इस वजह से बेरोजगारी बढ़ रही है नौकरियों की कमी है ऐसी बात नहीं है नौकरी या तो बहुत है लेकिन मनुष्य की जगह अगर हम तंत्रज्ञान लेंगे तो मनुष्य की जरूरत हमें नहीं होगी। अगर हमने तंत्रज्ञान को हटा दिया तो वहां पर मनुष्यों की जरूरत तो पड़ेगी ही पड़ेगी लेकिन अगर मनुष्य को वहां पर नियुक्त कर दिया तो उन्हें वेतन देना पड़ेगा और सरकारी खजाने पर बोझ पड़ जाएगा इस वजह से कोई भी नौकरियों की उपलब्धि नहीं करता।
अगर ऐसे ही चला रहा तो अगले कुछ सालों में करोड़ नौकरियां खत्म हो जायेंगे। और लोग बेरोजगार हो जायेंगे। नौकरियां कम हो जाने का सबसे मुख्य कारण हमें दिख रहा है कि भारत में आबादी बहुत बढ़ रही है। और उसका सही इस्तेमाल नहीं किया जा रहा। मनुष्य के जगह पर तंत्रज्ञान को लाया जा रहा है। मनुष्य को हटाकर उसे जगह पर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ-साथ कई लोगों के पास नौकरी करने का कौशल भी नहीं होता। इस वजह से मनुष्य को नौकरियों की कमी खल रही है।
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