On this page we have given an article on Debate in Hindi for Students. The name of the topic is विधायिकाओं के सदस्यों को किसी अन्य पेशे / व्यवसाय में संलग्न होने से प्रतिबंधित करना चाहिए ।
Debate – विधायिकाओं के सदस्यों को किसी अन्य पेशे / व्यवसाय में संलग्न होने से प्रतिबंधित करना चाहिए ।
जो मजेदार होते हैं बहुत चुनाव के समय समय अपने उम्मीदवार को मतदान देकर चुनते हैं। जब लोग निर्वाचित क्षेत्र से प्रतिनिधि का चुनाव करते हैं तब वह प्रतिनिधि विधानसभा का सदस्य बन जाता है। विधायक का सदस्य होने के लिए उसे व्यक्ति को भारत का नागरिक होना पड़ता है। उसकी आयु 25 से ऊपर होनी चाहिए। अगर किसी को विधायक का सदस्य होना है तो उसे किसी भी पक्ष का उम्मीदवार होना जरूरी है। विधायक का चुनाव जनता द्वारा ही किया जाता है। उसका चुनाव इसलिए किया जाता है कि वह जहां से निर्वाचित किया गया है उस क्षेत्र का वह विकास करें एक प्रतिनिधि के रूप में उसे क्षेत्र के लिए वह कार्य करें।
यह विधायक राज्य सूची और समवर्ती सूची में वस्तुओं पर कानून बनाते हैं। आईने में खेती सार्वजनिक स्वास्थ्य तीर्थ यात्रा पुलिस जेल सिंचाई यह क्षेत्र आते हैं। विधायक इलेक्ट्रिक क्षेत्र में कार्य करते हैं उसे क्षेत्र में किस तरह से निधि खर्च किया जाता है उसका विकास हो रहा है या नहीं यह देखने का कार्य विधायकों का ही है उस क्षेत्र की जगह जिम्मेदारी विधायकों की होती है। मुख्यमंत्री या फिर मंत्री परिषद जो होती है इनके द्वारा विधायकों के लिए कुछ कार्य दिए जाते हैं उन कार्यों को विधायक नियंत्रित करते हैं। वह जिस क्षेत्र में कार्य करता है उसे क्षेत्र के लिए जो कानून बनाए गए हैं उसको उन्हें समझना चाहिए उसमें कुछ बदलाव की जरूरत है क्या या फिर उसे क्षेत्र के लिए कुछ नए कानून बनाने हैं इस पर चर्चा करनी चाहिए। अपने निर्वाचित क्षेत्र में जो भी समस्याएं हैं उन पर समाधान निकालना चाहिए। उनके निर्वाचित क्षेत्र के अंदर जो भी विभाग होते हैं उनके सामने जो समस्याएं होते हैं उनका निपटारा करना उनके लिए सहायता देना उनके सवालों को जवाब देना यह विधायक का कार्य होता है।
इस काम के लिए विधायक को वेतन मिलता है। उसके साथ-साथ अलग अलग भत्ते भी मिल जाते हैं। राज्य के क्षेत्र के अनुसार विधायक का वेतन निश्चित किया जाता है।
आज यह सवाल सबके मन में आ रहा है कि विधायक के सदस्यों को किसी अन्य व्यवसाय में संलग्न होने से उन्हें प्रतिबंधित करना चाहिए या फिर उन्हें वह व्यवसाय करने देना चाहिए। क्योंकि हमारे समाज में कई नेताएं भ्रष्ट है हमेशा भ्रष्टाचार करते रहते हैं। अपने रिश्तेदारों के नाम पर उनके अन्य अनेक व्यवसाय चलते रहते हैं। और उनके द्वारा उन्हें आमदनी मिलती रहती है। यह जो काम करते हैं उनके लिए उन्हें वेतन मिलता है और भी सुविधा उनके लिए होती है। इसी के साथ-साथ जब वह खुद का व्यवसाय करते हैं तो वह अपने लिए कई सुविधाएं निर्माण करते हैं। कई निधि ऐसे ही लाते हैं जो उनके व्यवसाय के लिए पूरक हो सके। इसके साथ-साथ चुनाव के लिए खड़े होते वक्त यह सदस्य जो भी संपत्ति दिखाते हैं उसे संपत्ति में और उनकी जो संपत्ति है उसमें बहुत फर्क होता है। इस वजह से उनके आयकर रिटर्न में भी काफी अंतर देखा जाता है। इस सबके पहले तो जांच होनी चाहिए।
सभी विधायकों को हम एक ही नजर से नहीं देख सकते। कई विधायक ऐसे हैं जो अपना काम अच्छे से करते हैं। उन पर हम उंगली नहीं उठा सकते। अपना कार्य पूर्ण करके यह विधायक अपना व्यवसाय भी चलाते हैं। वह आयकर रिटर्न भी समय पर भरते हैं। अपने साथ-साथ अपने क्षेत्र का भी विकास करते हैं। इसी वजह से हम सबको एक ही नजर से नहीं देख सकते। कई लोग भ्रष्टाचारी है तो कई अपने काम पूर्ण निष्ठा के साथ करते है।
जब विधायक संसद की किसी पद पर होते हैं और अपना व्यवसाय भी चलाते हैं तो इस वजह से उनके संपत्ति में बेतहाशा वृद्धि हो जाती है। उनकी संपत्ति हर वक्त बढ़ती ही रहती है। इसके साथ-साथ उन्हें विधायक होने के नाते कई सुविधाएं भी प्राप्त हो जाती है। लेकिन कई विधायक जो है वह अपना काम पूर्ण निष्ठा से करते हैं वह अपने साथ-साथ जनता का भी विकास करते हैं। इस वजह से सभी को हम एक ही चश्मे से नहीं देख सकते। अगर इन्हें कोई व्यवसाय करना है तो उनके लिए कायदे कानूनी नियम बनाने चाहिए और इन्हीं नियमों में काम करने के लिए उन्हें प्रवृत्त करना चाहिए।
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