Telangana SCERT Solution Class IX (9) Hindi Chapter 6 दो बैलों की कथा
दो बैलों की कथा
प्रश्न
1.)पक्षी क्या सोच रहा है?
पक्षी को अपना बीता हुआ कल याद आ रहा है। जब वह स्वतंत्रता तब उसने क्या-क्या किया था वह उसे याद आ रहा है।
2.) पक्षी स्वयं को बदनसीब क्यों मान रहा है?
पक्षी जब स्वतंत्र था, तब वह अपने साथियों के साथ कहीं भी जा सकता था, उड़ सकता थ। लेकिन अब वह पिंजरे में बैठे-बैठे सिर्फ उन्हें देख सकता है। वह स्वयं को बदनसीब मानता है क्योंकि वह अब अपने घर नहीं जा सकता।
3.) पालतू एवं स्वतंत्र जानवरों में कौन अधिक सुरक्षित है ?क्यों?
पालतू एवं स्वतंत्र जानवरों में कौन अधिक सुरक्षित है? यह कहना बहुत मुश्किल है। क्योंकि स्वतंत्र पक्षी भी जब सभी जगह घूमते हैं फिरते हैं। तभी कोई शिकारी आपके किसी की शिकार ना कर ले यह डर रहता है और जो पक्षी पिंजरे में बंद है उन्हें भी डर लगता है वह खुद को मरा हुआ महसूस करता है। क्योंकि उसे आकाश में उड़ना होता है। लेकिन अगर दोनों में तुलना की जाए तो सुरक्षित जानवर वही है जो स्वतंत्र है।
अर्थग्राह्यता प्रतिक्रिया
विचार विमर्श
1.) भारत कृषि प्रधान देश है। कृषि कार्य में पशुओं का विशेष योगदान है। आज के वैज्ञानिक युग में कृषि के क्षेत्र में पशुओं का क्या महत्व है। चर्चा कीजिए।
आज का युग विज्ञान का युग है। सभी जगह हमें नए-नए यंत्र दिखते हैं। सभी कार्यों में हमें उनकी जरूरत पड़ती है। लेकिन कृषि कार्य में आज भी पशुओं का योगदान है। उनका महत्व कम जरूर हो गया है। लेकिन अभी समाप्त नहीं हुआ आज भी खेती के साथ-साथ हम पशु पालन भी करते हैं।
2.) जानवरों को स्वतंत्र छोड़ देना चाहिए या नहीं। आपका इस संबंध में क्या विचार है ?चर्चा कीजिए।
जानवरों को स्वतंत्र छोड़ देना चाहिए। उन्हें बाँधकर कैद में नही रखना चाहिए। बाँधकर रखने के बाद उनके मन में क्या क्या बातें चल रही है यह कोई नहीं जानता। ऐसी कैद में रखे हुए पंछी अच्छे तो दिखते हैं लेकिन वह डर के साथ उस में रहते हैं। उनको भी खुली हवा में उड़ना अच्छा लगता है। वह भी एक जीव है। उन्हें भी स्वतंत्र रहने का अधिकार है।
पढ़ना भाव समझना और भाव विस्तार
क. पाठ में उत्तर ढूंढिए।
1.) पाठ ध्यान से पढ़िए। उन पंक्तियों को रेखांकित कीजिए जिनसे हीरा के गुस्सैल स्वभाव का पता चलता है।
1.) जोर तो मारता ही जाऊंगा चाहे कितने भी बंधन पढ़ते जाए।
2.) कोई परवाह नहीं हो भी तो मरना ही है।
2.) हीरा और मोती की दोस्ती प्रकट करने वाली पंक्तियां पाठ में रेखांकित कीजिए।
1.) जब इन दोनों बैलों को जोत दिया जाता था। तो यह दोनों गर्दन हिलाकर चलते थे और दोनों को ऐसे लगता था कि ज्यादा से ज्यादा बोझ मेरी गर्दन पर हो।
2.) जब मोती कीचड़ में धसने लगा तब हीरा ने उसे देखा और संगी संकट में हसीन तो लौट पड़ा। फँसेंगे तो दोनों फँसेंगे।
3.) सही विकल्प पर √ निशाना लगाए।
गया ने हीरा- मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि-
क. गया पर आए बैलों पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता था।
ख. गरीबी के कारण खली आधी खरीदना उसके बस की बात न थी।
ग. वह हीरा मोती के व्यवहार से बहुत दु:खी था। √
घ. उसे खली आदि सामग्री की जानकारी न थी।
ख. पाठ समझकर उत्तर दीजिए।
1.) आशय स्पष्ट कीजिए।
क. अवश्य ही उनमें ऐसी कोई गुप्त शक्ति थी जिससे जीवो में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है।
मनुष्य अत्यंत बुद्धिमानी प्राणी है। लेकिन सबसे ज्यादा स्नेहा सबसे ज्यादा प्रेम प्राणियों में दिखाई देता है। लेखक कहते हैं कि पशु सबसे ज्यादा एक दूसरे का विचार करते हैं। मनुष्य बुद्धिमानी होते हुए भी दूसरों के बारे मे विचार वह नहीं कर सकता।
ख. उसे एक रोटी से उनकी भूख तो क्या शांत होती, पर दोनों के ह्रदय को मानो भोजन मिल गया।
दोनों ही दिन भर भूखे थे। उनको एक लड़की ने रोटी दे दी। उस एक रोटी से उन दोनों का क्या होता, लेकिन उनके ह्रदय संतुष्ट हो गया। उन्हें खुशी मिल जाती थी।
2.) हीरा मोती की अपेक्षा अधिक मानवतावादी था उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए।
हीरा मोती की अपेक्षा अधिक मानवतावादी था। वह किसीको नुकसान पहुँचाने के बारे में नही सोचता था। जानवरों को कांजी हौस जानवरों को भागने में मदद की। उसने छोटी बच्ची को कोई हानी नहीं पहुँचाई।
3.) कांजीहौस में पशुओं की हाजिरी क्यों ली जाती होगी?
जब पशुओं हाजिरी ली जाती है तब पता चलता है, की कोई जानवर भाग तो नही गया या कोई यहाँ पे उपस्थित नही रहा ऐसा है क्या ईसलिए कांजीहौस में पशुओं की हाजिरी ली जाती होगी।
4.) छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों उमड आया?
उस बच्ची के साथ सौतेलापन का व्यवहार किया जाता था। ऐसा ही व्यवहार उन बैलों के साथ भी हो रहा था।उन दोनो को मारा जाता था खाने मे भूसा मिलता था। उन्हें ऐसा देखकर बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम उमड़ आया।
ग. पढने की योग्यता का विस्तार
गद्यांश पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
1.) बखूबी का अर्थ क्या है?
क. ठीक नहीं ख. अच्छी तरह. ग. कठिनाई. घ. बहुत
उत्तर- ख. अच्छी तरह
2.) आवाज का पर्याय क्या है?
क.चहचहाना ख. शोर. ग. ध्वनी घ. भाषा
उत्तर – ग. ध्वनी
3.) इस गद्यांश का उचित शीर्षक सुझाइए।
प्यारा संवाद
4.) किसी एक प्राणी की अनोखी विशेषता बताइए।
गिरगीट – रंग बदलना
5.) मनुष्यों जैसी सुलझी हुई भाषा पशु – पक्षियों की क्यों नहीं हो सकती?
मनुष्य जैसे सुलझी हुई भाषा पशु पक्षी नहीं कर सकते वह व्यक्त नहीं हो सकते उनके संवादों में अखंडता नहीं होती इसीलिए उनकी मनुष्य जैसी सरल भाषा नही हो सकते ।
अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता
स्वाभिव्यक्ति
क. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर चार – पाँच वाक्यों में लिखिए।
1.) मनुष्य के साथ अमानुषिक व्यवहार गलत माना जाता है, किंतु मनुष्य पशुओं के साथ अमानुषिक व्यवहार करता है। उनसे कठिन परीक्षण करवाता है। ऐसी स्थिति के कारणों पर प्रकाश डालिए।
इस कहानी में हीरा मोती से बहुत मेहनत के काम करवाए गए।उनको खाने में भी भूसा दिया गया। मनुष्य मनुष्य के साथ अमानुषिक व्यवहार नहीं कर सकता। लेकिन वह पक्षियों के साथ ऐसा कर सकता है, क्योंकि उन प्राणियों को पक्षियों को जुबान नहीं होती। वह अपनी बात नहीं कह सकते। इसीलिए मनुष्य को लगता है कि वह उन पर अत्याचार कर सकता है।
2.) अगर हीरा मोती को सही समय पर उनका मालिक झुरी ना मिलता तो कहानी का अंत कैसे होता।
अगर हीरा मोती को उनका मालिक झुरी सही समय पर नहीं मिलता और वह उनको लेकर नहीं जाता तो हीरा मोती को आजादी नहीं मिलती। दोनों बैलों को वह दढियल अपने साथ जबरदस्ती रख लेता और उन पर और अमानुषिक अत्याचार करता रहता।
3.) घर, गांव, झुरी को देखते ही हीरा मोती में साहस फूट पड़ा। मोती ने दढ़ीयल को गांव के बाहर खदेड़ दिया। हीरा और मोती ने खरीदकर ले जाते समय दढ़ीयल का विरोध क्यों नहीं किया? इस साहस के उत्पन्न होने का क्या कारण रहा होगा?
हीरा और मोती ने खरीदकर ले जाते समय दढ़ीयल का विरोध कर सकते थे, उनके लिए भागना आसान था। लेकिन वे चुपचाप वहां दढीयल के पास पड़े रहे। उनको एक आशा थी कि झूरी आकर हमें ले जाएगा। इसीलिए वह दढ़ीयल के पास चुपचाप से रह गए।
4.) कहानी में किसानों के पशु प्रेम को दर्शाया गया है। इससे पता चलता है कि किसान और उसके पशु एक दूसरे से बहुत प्रेम करते हैं। इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
इस कहानी में किसानों के पशु प्रेम को दर्शाया गया है। इससे पता चलता है कि किसान और उसके पशु एक दूसरे से बहुत प्रेम करते हैं। उन दोनों के बीच में स्नेह है। हीरा और मोती कहीं पर भी जाते हैं लेकिन अपने मालिक से वह दूर नहीं रह सकते। वह जहां भी होते हैं वहां से झुरी के पास वापस आना चाहते हैं। यह घटना किसान और पशुओं के बीच होने वाले प्रेम के बारे में दर्शाती है।
5.) “लेकिन औरत जात पर सिंह चलाना मना है। यह भूले जाते हो।” हीरा के इस वचन के माध्यम से स्त्री के प्रति प्रेमचंद के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
हमारे समाज में स्त्रियों को दुय्यम स्थान दिया जाता है। हमेशा पुरुषों की सत्ता चलती है। स्रियों को पुरुषों का गुलाम माना जाता है। कभी-कभी उनको मारा पीटा भी जाता है, गालियां भी दी जाती है। लेकिन इस कहानी लेखक ने स्त्रियों को आदरणीय माना है। प्रेमचंद स्त्रियों का आदर करते हैं।
ख. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर आठ दस वाक्यो में लिखिए।
1.) प्रस्तुत कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति विषय उभर कर आए हैं?
प्रस्तुत कहानी में जो हीरा और मोती यह बैलों की जोड़ी दिखाई गई है। उनका संबंध अत्यंत मैत्रीपूर्ण है। वह संकट काल में भी एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ते। मुसीबतें सहते हैं कठिनाइयां पार करते हैं। लेकिन वह किसी पर आक्रमण नहीं करते। वह अपने मालिक झुरी से बहुत प्रेम करते हैं। बहुत सारी मुसीबतों का सामना करते दोनो करते हैं। लेकिन उनको अपने मालिक झुरी के पास भी जाना होता है। इससे उनकी स्वामी भक्ति दिखाई देती है। प्रस्तुत कहानी में बैलों के माध्यम से यह नीति विषय भर कर आए हैं।
2.) “इतना तो हो ही गया कि नौ दस प्राणियों की जान बच गई। वे सब तो आशीर्वाद देंगे।” मोती के इस कथन के आलोक में उसकी विशेषताएं बताएं।
हीरा और मोती सभी जानवरों को भागने में मदद करते हैं। वह कच्ची दीवार तोड़ते हैं। वहां से सभी जानवर भाग जाते हैं। लेकिन हीरा के पैर में होने वाली रस्सी के कारण हीरा भाग नहीं सकता। तब मोती कहता है मैं अपने दोस्त को छोड़कर नहीं जाऊंगा। इससे मोती का स्वभाव दिखाई देता है। वह सभी की मदद करता है। वह बहादुर भी है क्योंकि वह जब जानवरों को भगा रहा होता है तब उसे कच्ची दीवार तोड़ने होती है। वह अपने सिंग से वह दीवार तोड़ देता है और वह अपनी मित्रता भी अच्छे से निभाता है। यह मोती की विशेषताएं है।
3.) हीरा मोती का शोषण के खिलाफ आवाज उठाना और प्रताड़ना सहना। हमें क्या प्रेरणा देता है? विस्तार से लिखिए।
हीरा मोती को अपने मालिक झुरी के पास जाना था। वह अनेक मुसीबतें और संघर्षों का सामना करके अपने मालिक झुरी के पास आ गए। लेकिन वहां तक जाने के लिए उनको बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वह कैदी बन गए उनको मार पड़ी इससे हमें प्रेरणा मिलती है कि किसी भी शोषण के खिलाफ आवाज उठाना चाहिए। अगर हमें कोई चीज पसंद नहीं आती तो उसे ना बोल देना चाहिए।
सृजनात्मक कार्य
किसी ऐसे जानवर की आत्मकथा लिखिए जो चिड़ियाघर में बंदी हो गया हो।
नमस्ते दोस्तों, मैं एक पंछी हूं। पहले मैं एक बड़े से वृक्ष के ऊपर घोसले में रहता था। लेकिन एक बार जब मैं घूमने के लिए बाहर निकला तो एक पतंग का मांजा मेरे शरीर में लगा और मुझे चोट आ गई मैं। मैं नीचे गिर गया। एक आदमी ने मुझे उठाया और मुझे बहुत सारे पंछियों के साथ रखा दिया। वहापें मेरा इलाज करवाया गया। इलाज पूरा होने के बाद मुझे वहा से दूसरी जगह ले कर गए और किसी बड़े से पिंजरे में बंद करवा दिया। वहां पर मुझे अच्छा-अच्छा खाना तो मिलता था, पीने के लिए पानी भी था। लेकिन मैं मेरा बड़ा सा पेड़ और उसमें जो मैंने घोंसला बनाया था उसे बहुत याद करता हूं। न जाने यहाँ से कब मुझे बाहर जाने मिलेगा और मैं मेरे घोंसले में फिर से वापस जाऊंगा। मेरे साथियों के साथ मेरे दोस्तों के साथ खेलूंगा। खुद के लिए खाना ढूंढ कर लाऊंगा। मुझे उस जगह की याद आती है। यहा पे सब कुछ अच्छा है। लेकिन मन में एक डर सा बैठ गया है। बहुत सारे लोग यहा घुमने आते हैं। छोटे-छोटे बच्चे आते हैं, कौन क्या करेगा कुछ पता नहीं होता। कुछ लोग खाने के लिए देते हैं तो कुछ लोग चिढ़ा कर आगे चले जाते हैं। तब बहुत दुख होता है। ना जाने मैं यहां से कब बाहर निकलूंगा और कब मैं मेरी दुनिया में वापस चला जाऊंगा।
प्रशंसा
अक्सर देखा जाता है कि बच्चे अकारण ही अपने गली के कुत्तों बिल्लियों आदी पत्थर मारते हैं या सताते हैं। ऐसे बच्चों को आप किस प्रकार पशु पक्षियों के प्रति प्रेम रखने के बारे में समझाएंगे?
हम सब उनको समझाएंगे, उनसे कहेंगे कि पशु पक्षियों में भी जीव होता है। जब हमें कोई मारता है तो हमें चोट पहुंचती है। वैसे ही उन्हें भी कोई मारता है तो उन्हें चोट पहुंचती है। हम अपना इलाज खुद कर सकते हैं। लेकिन पशु पक्षि अपना इलाज कैसे करेंगे? हमें अगर चोट लगती है तो हमारे माता-पिता सगे संबंधी हमें डॉक्टर के पास ले जाते हैं। लेकिन उनको डॉक्टर के पास कौन ले जाएगा? इस तरह से हम उन्हें समझाएंगे।
भाषा की बात
1.)पाठ में आए मुहावरे ढूंढिए और उनमें से किन्हीं पांच मुहावरों का अपने वाक्य में प्रयोग कीजिए।
1.)दांतों में पसीना आना- कमाते वक्त दातों में पसीना आ जाता है।
2.) द्वार की ओर ताकना- हीरा मोती भूख लगने के बाद द्वार की ओर ताकने लगे।
3.) आंखें तक ना उठाना- वह अपने मालिक के सामने आंखें तकना उठाता है।
4.)गुस्सा काबू से बाहर हो जाना- दोनों बैल गुस्से में बेकाबू हो गए।
5.)अकड़ निकल जाना- परीक्षा में कम मार्क्स आने के बाद रामू की अकड़ निकल गई।
2.) बस इतना ‘ही’काफी है ।
फिर मैं ‘भी’ जोर लगाता हूं।
‘ही’, मैं ‘भी’ वाक्य में किसी बात पर जोर देने का काम कर रहे हैं। ऐसे शब्दों को निपात कहते हैं। कहानी में से पांच ऐसे वाक्य छाँटिए जिनमें निपात का प्रयोग हुआ है।
1) कभी-कभी अडीअल बैल भी देखने में आता है।
2.) ज्यादा से ज्यादा बोझ मेरी ही गर्दन पर है।
3.) मालकिन मुझे मार ही डालेगी।
4.) तुम भी बेतहाशा भागे
5.) तब उसे भी क्रोध आ गया
3.) रचना के आधार पर वाक्य भेद बनाइए तथा उपवाक्य छाँठकर उनके भी भेद लिखिए।
क. दीवार का गिरना था कि अधमरे से पड़े हुए सभी जानवर के चेत उठे।
मिश्रा वाक्य
उपवाक्य – अधमरे से पडे हुए जानवर सभी चेत उठे।
उपवाक्य भेद – संज्ञा उपवाक्य
ख. सहसा एक दढ़ीयल आदमी जिसकी आँखें लाल थी और मुद्रा अत्यंत कठोर, आया।
संयुक्त वाक्य
उपवाक्य – जिसकी आंखें लाल थी और मुद्रा अत्यंत कठोर। उपवाक्य भेद – विशेषण उपवाक्य
ग.हिरा ने कहा- गया के घर से नाहक भागे
मिश्रा वाक्य
उपवाक्य- गया के घर से नाहक भागे।
उपवाक्य भेद – संज्ञा उपवाक्य
घ. मैं बेचुँगा तो बिकेंगे।
मिश्रा वाक्य
उपवाक्य- तो बिकेंगे।
उपवाक्य भेद- क्रिया विशेषण उपवाक्य
ड. अगर वह मुझे पकड़ता तो मैं बे – मारे न छोड़ता।
मिश्रा वाक्य
उपवाक्य-तो मैं बे मारे न छोड़ता।
उपवाक्य भेद- क्रिया विशेषण उपवाक्य
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