Telangana SCERT Solution Class IX (9) Hindi Chapter 13 खुशबू रचते हैं हाथ
खुशबू रचते हैं हाथ
प्रश्न
1.)कवि ने ‘बाज लोग’ किसे कहा है?
मजदूरों को कभी नहीं बाज लोग कहां है।
2.) मजदूरों का हमारे विकास में क्या योगदान रहा है?
मजदूरों के ही मदद से हम छोटे बड़े काम कर सकते हैं। उनके सहयोग से ही हमारा विकास होता है।
3.) मजदूर हमारे लिए अथक परिश्रम करते हैं फिर भी उनकी स्थिति दयनीय क्यों है?
मजदूर हमारे लिए अथक परिश्रम करते हैं लेकिन उस मजदूरी के उन्हें अच्छे पैसे मतलब मजदूरी नहीं दी जाती।
अर्थग्राह्यता प्रतिक्रिया
विचार-विमर्श
1.) हम जो कुछ भी पहनते, ओढते व खाते पीते हैं, वह हम तक बहुत लोगों के सहयोग से पहुंचता है।,समाज में एक दूसरे के सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालिए।
हम जो कुछ भी पहनते, ओढते हैं व खाते पीते हैं वह हम तक बहुत लोगों के सहयोग से पहुंचता है। हमें एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए। इससे हमारा जीवन आसानी से चलता है। घर में या बाहर हमें सभी लोगों का सहयोग करना चाहिए। सहयोग से ही हम आगे बढ़ सकते हैं। सहयोग यह एक भावना है हमें ऐसे लगना चाहिए कि किसी जरूरतमंद का हम सहयोग कर सकें। अगर हम सबका सहयोग करेंगे तो तभी जाकर हमारे लिए भी ऐसे व्यक्ति खड़े हो जाएंगे तो हमें सहयोग कर सकें।
2.) हम जो खूबसूरत चीजें देखते हैं, जरूरी नहीं कि उन्हें तैयार करने वालों की जिंदगी भी वैसी ही खूबसूरत हो। इसके कारणों पर विमर्श कीजिए।
हम जो खूबसूरत चीजें देखते हैं उन्हें तैयार करने वालों की जिंदगी भी ऐसी होती है यह जरूरी नहीं है। उनकी जिंदगी खूबसूरत नहीं होती। क्योंकि उन्हें जरूरत से भी बहुत कम वेतन दिया जाता है। उनका वेतन वह दिनभर कितना काम करते हैं या इस पर निर्भर होता है। उनसे बहुत सारा काम करके लिया जाता, है लेकिन उनको बदले में बहुत कम पैसे दिए जाते हैं। मजदूरी हमारे देश की एक समस्या है। उन्हें इतने कम वेतन में बहुत अपना खर्च नहीं चला पाते तो बच्चों को शिक्षा कहा दे पाएंगे? इसीलिए उनकी जिंदगी खूबसूरत नहीं होती।
पढ़ना भाव समझना भाव विस्तार
क.पाठ में उत्तर ढूंढिए।
1.) कविता में कितने तरह के हाथों की चर्चा हुई है?
कविता में खुशबू से रचते हाथ, उभरी नसों वाले हाथ, जिसे नाखूनों वाले हाथ, गंदे कटे फटे हाथ, जख्म से कटे हुए हाथ, इन हाथों की चर्चा कविता में हुई है।
2.) जहां अगरबत्ती या बनती है वहां का माहौल कैसा होता है?
मुल्क की मशहूर अगरबत्तीया गंदे मोहल्लों के गंदे लोग बनाते हैं। अगरबत्ती या बनती है वहां का माहौल बदबूदार होता है।
3.) खुशबू रचने वाले हाथ कैसी परिस्थितियों में कहाँ-कहाँ रहते हैं?
खुशबू रचने वाले हाथ, गंदे नालों के पास, ऐसी जगह जहां पर बहुत सारा
कूड़ा कचरा है और वह जगह बदबू से भरी हुई है ऐसी जगह खुशबू रचने वाले हाथ रहते हैं।
ख. पाठ समझकर उत्तर दीजिए।
1.) भाव स्पष्ट कीजिए।
क. पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ
जूही की डाल से खुशबूदार हाथ
जो लोग अगर बतिया बनाते हैं उनके हाथों का यहां पर वर्णन किया है। जो लड़के लड़कियां अगर बत्तियां बनाने आती है उनके हाथ जूही के डाल से खुशबूदार हो जाते हैं।
ख. ‘दुनिया की सारी गंदगी के बीच
दुनिया की सारी खुशबू
रचते रहते हैं हाथ’
जहां पर दुनिया भर की गंदगी पड़ी है, जो जगह बदबूदार है, ऐसी जगह रहकर भी कई हाथ ऐसे होते हैं, जो दुनिया भर में खुशबू फैलाने के लिए मेहनत करते हैं।
2.) ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ लिखने का मुख्य उद्देश्य क्या रहा होगा?
खुशबू रचते हैं हाथ लिखने का मुख्य उद्देश्य यही है कि जो लोग दुनिया भर में खुशबू फैलाते हैं वह खुद गंदगी भरे बदबूदार जगह में रहते हैं लेकिन वह सभी दुनिया को सुगंध से भर देते हैं।
3.) ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ ऐसा कवि ने क्यों कहा होगा?
जो लोग बदबूदार जगह रहते हैं, कूड़ा कचरे के बाजू में रहते हैं, जिनके आसपास बहुत सारी गंदगी होती है वही लोग खुशबूदार अगरबत्ती या बनाते हैं और दुनिया भर में सुगंध फैलाते हैं।
ग. पढ़ने की योग्यता का विस्तार
प्रस्तुत पद्यांश पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
प्रश्न
1.) इस कविता को उचित शीर्षक दीजिए।
नागरिक
2.) वह नौजवान आपे से बाहर क्यों हो गए?
वरिष्ठ नागरिकों के लिए जो सीट रखी गई थी वहां पर दो युवक बैठे थे। उन युवकों को सीट छोड़ने के लिए कह दिया गया। इसलिए वहां आपे से बाहर हो गए।
3.) आजकल वरिष्ठ नागरिकों की क्या समस्याएं है?
वरिष्ठ नागरिकों को शारीरिक समस्याएं बहुत होती है जैसे वह ठीक से चल नहीं पाते, उन्हें आँखों से दिखना कम हो जाता है, उनकी हड्डियां कमजोर हो जाती है। इस वजह से पूरा शरीर दर्द में रहता है।
4.) आपके दृष्टिकोण से वरिष्ठ नागरिकों को क्या-क्या सुविधाएं मिलनी चाहिए?
वरिष्ठ नागरिकों को सफर करते वक्त उनके लिए अलग सीटों का इंतजाम होना चाहिए। ऐसे लोगों की शारीरिक समस्याएं बहुत होती है। इसीलिए उनको अस्पताल का खर्चा मुक्त कर देना चाहिए, या फिर कम कर देना चाहिए। इसके लिए कुछ सुविधाएं होनी चाहिए।
5.) भारतीय संस्कृति में बड़े बुजुर्गों के सम्मान को विशेष महत्व दिया गया है स्पष्ट कीजिए।
हमारे संस्कृति में बड़े बुजुर्गों के सम्मान को विशेष महत्व दिया गया है। वह हमसे उम्र में बड़े होते हैं, इसीलिए हमें उनको मान सम्मान देना चाहिए। उनकी शारीरिक समस्याएं होती है। इसीलिए हमें उनकी हर तरह से मदद करनी चाहिए। यह सब हमें बचपन नहीं सिखाया जाता है।
अभिव्यक्ति सृजनात्मकता
स्वभिव्यक्ति
क.निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर चार- पाँच वाक्यो में लिखिए।
1.) कार्यालय के कर्मचारियों एवं मजदूरों की जीवन शैली में क्या अंतर होता है?
कार्यालय इन कर्मचारियों के लिए सभी सोई सुविधा उपलब्ध किए जाते हैं। उनके स्वच्छता का ध्यान रखा जाता है। लेकिन मजदूरों के लिए कोई सुविधाएं नहीं होती। उनके स्वच्छता का भी ध्यान नहीं रखा जाताl उन्हें गंदगी में ही काम करना पड़ता हैl कार्यालय कर्मचारीयों को वेतन भी ज्यादा होता है, लेकिन मजदूरों को वेतन उनके काम के हिसाब से भी कम मिलता है। कार्यालयीन कर्मचारी और मजदूर इनके रहन-सहन काम करने के ठिकानों में भी बहुत फर्क होता है।
2.) कुछ व्यवसाय में सम्मान अधिक है किंतु आमदनी कम; कुछ में आमदनी अधिक है किंतु सम्मान कम। आपकी किसे श्रेष्ठ मानेंगे? कारण सहित बताइए।
कुछ व्यवसाय में सम्मान अधिक है किंतु आमदनी कम; कुछ में आमदनी अधिक है, किंतु सम्मान कम। हर इंसान यही चाहता है कि भले ही आमदनी कम हो, भले ही एक वक्त का खाना मिले, लेकिन वह सम्मान सहित मिले। अगर सम्मान नहीं मिलता तो हमारे काम का कुछ भी महत्व नहीं रहता। इसीलिए काम भी करना चाहिए इससे भले ही हमें आमदनी कम मिलती हो। लेकिन सम्मान मिलना चाहिए।
3.) मानव के विकास में मजदूरों का क्या योगदान है?
मानव का विकास हो या देश का विकास मजदूर हर तरह के काम में अपना योगदान देता है। काम कोई भी हो छोटा हो या बड़ा लेकिन उस काम में मजदूर अपना योगदान देते हैं। खेती करने हैं या फिर उँची उँची इमारती खड़ी करने हो, हर काम में हमें मजदूर की जरूरत लगती है। हमारे जीवन आवश्यक चीजें फल, अनाज किसान के हाथ से लेकर इन्हें बाजार तक पहुंचाने के लिए मजदूर बहुत मेहनत करते हैं। हमारे देश में बड़े-बड़े कारखाने हैं इन कारखानों को चलाने के लिए भी मजदूरों की आवश्यकता लगती है।
ख. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर आठ दस वाक्यो में लिखिए।
1.) कवि अरुण कमल ने ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ के माध्यम से किस व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाने की चेष्टा की है?
कवि अरुण कमल ने ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ के माध्यम से मजदूरों की व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई है। इस कविता के माध्यम से वह हमें मजदूरों की व्यवस्था दिखाना चाहते हैं। मजदूरों की हालत जो है उसे सबके सामने लाना चाहते हैं। आज मजदूरों के सिवा हम कुछ भी काम नहीं कर सकते लेकिन हम जो काम मजदूरों से करवा कर लेते हैं उसका सही-सही मूल्य उन्हें नहीं देते। मानव के विकास में हो या देश के विकास में मजदूरों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। लेकिन आज हमारे देश में सबसे ज्यादा परिस्थिति उन्हीं की खराब है। आज भी वे जहाँ रहते हैं वहां गंदगी होती है, कूड़ा कचरा फैला होता है, वह ऐसी जगह पर रहते हैं। इसलिए वह अपना विकास नहीं कर सकते।
2.) मजदूरों की स्थिति में सुधार लाने के लिए क्या क्या प्रयास किए जाने चाहिए?
मजदूरों की स्थिति में सुधार लाने के लिए पहले हमें उनके काम का वेतन उन्हें अच्छी तरह से देना चाहिए। जितना काम हो उतना ही वेतन उन्हें मिलना चाहिए। जिनसे वह अपने जीवन में सुधार ला सके अपने बच्चों को पाठशाला में जाने की व्यवस्था कर सके। आज हम मशीनों से बहुत सारा काम करवा लेते हैं। इसलिए मजदूरों को रोजगार मिलना बहुत कठिन हो गया है। उनका रोजगार भी मिलना चाहिए और अच्छी शिक्षा भी वह प्राप्त कर सके। ऐसा वेतन भी मिलना चाहिए देश के अन्य नागरिकों को जो सम्मान मिलता है जो प्रतिष्ठा मिलती है उतना ही सम्मान हमारे देश के जो मजदूर है, उन्हें भी मिलना चाहिए। वह भी इसके हकदार है।
सृजनात्मक कार्य
भारत में बढ़ती हुई बेरोजगारी को दूर करने के लिए हस्तकलाकारों को किस प्रकार की सुविधाएं मिलनी चाहिए ताकि कला भी जीवित रहे और उनके जीवन स्तर में भी सुधार आए। इस विषय पर प्रकाश डालते हुए हस्तकला का संरक्षण विषय पर निबंध लिखिए।
हस्तकाला मतलब हाथ से बनाई गई वस्तु। भारत में हर राज्य के अपनी हस्तकाला है। कहीं जगहों के गालीचे प्रसिद्ध है, तो कहीं के लकड़ी के बने हुए फर्नीचर, कहीं जगहों के बारीक कढ़ाई वाली शॉल, तो कहीं के हिरे जवारत। यह सब हाथों से बनाया जाता था। लेकिन आज मशीनों के युग में बहुत सारे वस्तुएं मशीनों पर बनती है। इसीलिए हाथ से बनाए हुए वस्तु अब समाप्त होने के मार्ग पर है। इसी वजह से का कारागीरों को भी काम नहीं मिलता। मजदूर रोजगार ढूंढते हुए फिरते रहते हैं। आज हमें कुछ छोटे-छोटे उद्योग व्यवसाय की निर्मिती करनी होगी, जिससे यह हस्तकाला अबाधित रहे और मजदूरों को भी काम मिले वह अपना पेट पाल सकें।
प्रशंसा
इस कविता में निचले स्तर के मजदूरों की स्थिति का चित्रण है। इस प्रकार की मजदूर हमारे जीवन को सुखमय व सौंदर्य पूर्ण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गलियों, पार्को व सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता एवं सुंदरता इन्हीं मजदूरों से कायम है। इन अमूल्य कार्यों का महत्व बताइए।
निचले स्तर के मजदूरों को कभी कम नहीं आंकना चाहिए हमारे जीवन में हो या फिर भारत देश के विकास में इनकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है हमारे छोटे छोटे काम यही मजदूर करते हैं गली पाक व सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता एवं सुंदरता इन्हीं की वजह से बाधित रहती है अगर यह नहीं होंगे तो वहां की साफ सफाई नहीं होगी कचरा वही का वही पड़ा रहेगा और फिर वह भी गंदगी फैल जाएगी यह मजदूर खुद गंदगी में रहते हैं लेकिन हमारे जीवन को साफ सुधरा बनाते हैं।
भाषा की बात
1.) पर यह की दृष्टि से बेमेल शब्द बताइए।
– दुनिया, विश्व, संसार, प्रकृति, जग
उत्तर – प्रकृति
– हाथ, कर, काया, हस्त, भुजा
उत्तर – काया
– कमल, जलज, राजीव, नयन, पंकज
उत्तर – नयन
2.) पाठ में बदबू एवं खुशबू शब्द का अत्यंत सुंदर प्रयोग हुआ है। बदबू और खुशबू एक दूसरे के विपरीतार्थी है। यह शब्द क्रमशः बद और खुश उपसर्ग से बने हैं। इन उपसर्ग उनसे दो- दो अन्य शब्द बनाइए। उनका अपने वाक्य में प्रयोग कीजिए।
बद – 1.)नसीब – बदनसीब
2.) सूरत -बदसूरत
खुश – 1.) नुमा- खुशनुमा
2.) मिजाज – खुशमिजाज
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