MP Board Class 9 Hindi Navneet Chapter नदी बहती रहे Solution
Madhya Pradesh State Board Class 9 Hindi Navneet Chapter नदी बहती रहे full exercise question answers. Every questions answer is prepared by expert Hindi Navneet teacher.
बोध प्रश्न
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1.) गंगा नदी की पहली तथा बड़ी पश्चिमी सहायक नदी कौन सी है?
गंगा नदी की पहली तथा बड़ी पश्चिमी सहायक नदी यमुना है।
2.) नदियाँ हमारे जीवन के किस-किस पक्ष को समृद्ध करती हैं ?
आर्थिक सामाजिक और आध्यात्मिक पक्ष को हमारे जीवन में नदिया समृद्ध करती हैं।
3.) ‘स्वयंजात वन’ किसे कहते हैं ?
प्रकृति में जो स्वयं बने हैं उन्हें स्वयं जाट वन कहते हैं। जैसे अंजनवन कुरु जंगल इत्यादि
लघु उत्तरीय प्रश्न
1.) भारतीय भू-भौगोलिक स्थिति को ठीक-ठीक किस प्रकार समझा जा सकता है?
जब हम पर्वत और नदी इन समूहों का अभ्यास करेंगे तभी भारतीय भू भौगोलिक स्थिति को ठीक-ठाक समझ पाएंगे।
2.) भारत के स्वयंजात वन कौन-कौन से हैं?
कुरु प्रदेश का कुरूवन, कपिलवस्तु में महावन, रोहिणी नदी पर लुंबिनी, साकेत का अंजनवन, श्रावस्ती के तट पर पारिलेण्य यह भारत के स्वयंजात वन है।
3.) जनसंख्या वृद्धि के प्रकृति पर क्या प्रभाव हो रहे हैं ?
जनसंख्या की वृद्धि की वजह से प्रकृति का बहुत नुकसान हो रहा है प्रकृति समाप्त होती जा रही है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1.) वन, पर्वत और नदियों के नजदीको रिश्ते को स्पष्ट कीजिए।
वन पर्वत और नदियों इनका रिश्ता बहुत नजदीकी रिश्ता है। यह तीनों एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। पर्वतों पर नदिया उतरती है और फिर वनों में और मैदाने में जाती है। पर्वतों पर भी बहुत से वन होते हैं वहीं से यह नदियां बहती है। मनुष्य के विकास के लिए भी यह तीनों बहुत आवश्यक है। आज मनुष्य का आर्थिक सामाजिक विकास हो रहा है लेकिन प्रकृति नष्ट हो रही है।
2.) भारत की नदियाँ अब मोक्षदायिनी क्यों नहीं रह गई हैं? पाठ के आधार पर बताइए।
भारत की नदियां अब मोक्षदायिनी नहीं रही। आज से लगभग 50 साल पहले इन नदियों को माता माना जाता था। गंगा जमुना नर्मदा गोदावरी कावेरी यह नदिया पवित्र मानी जाती थी। इन नदियों का पानी पीने से और इन नदियों में स्नान करने से मनुष्य के क्लेश दूर हो जाते थे ऐसा माना जाता था। लेकिन आजकल का जीवन भागा दौड़ी में बीत रहा है। जितनी जनसंख्या बढ़ रही है उतने ही औद्योगिकरण बढ़ रहा है। इस औद्योगीकरण की वजह से सभी नदियां दूषित होती जा रही है। आईने में बहुत कचरा फैल गया है। अब इनका जल पिया नहीं जा सकता। क्योंकि यह जल पीने के बाद सभी रोग हो जाते हैं।
3.) नदियाँ, पर्वतों और वनों से भरपूर देश की स्थिति में आज क्या परिवर्तन आया है? स्पष्ट कीजिए।
भारत में बने संपत्ति भरपूर है। नदी पर्वत और वन यह एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। इनमें से एक भी अगर नष्ट हो जाएंगे तो दूसरे का कोई अस्तित्व नहीं रहेगा। नदियों का अस्तित्व है क्योंकि भारत में वन संपत्ति है अगर वन संपत्ति नष्ट हो जाएगी तो नदियों का कोई अस्तित्व नहीं रहेगा। नदिया नष्ट हो जायेंगे। आज भारत में जनसंख्या बढ़ती ही जा रही है। इसके कारण औद्योगिक विकास भी भरपूर हो रहा है। औद्योगिक विकास के लिए मानव वनों की कटाई कर रहा है। इस वजह से प्रकृति नष्ट होती जा रही है। हमें इस सभी समस्याओं का समाधान ढूंढना होगा। अगर वन नष्ट हो जाएंगे तो नदिया भी नहीं रहेगी।
4.) वर्तमान समय में अपने परिवेश को प्रदूषण के प्रभाव से कैसे बचाया जा सकता है? टिप्पणी लिखिए।
वर्तमान समय में अपने आसपास के प्रदूषण प्रभाव से अगर हमें बचाना है तो हमें नदियों को बचाना होगा। उन में कचरा नहीं डालना चाहिए। वनों का संरक्षण करना चाहिए। हमारे आसपास वृक्ष लगाने चाहिए।
5.) आशय स्पष्ट कीजिए-
फ.) जब गंगा गंगा न रही, तब काशी की क्या स्थिति रहेगी ?
हमारे औद्योगीकरण की वजह से सभी नदियां दूषित होने लगी है। वनों की कटाई करने से बारिश भी काम हो रही है। कारखाने में जो पानी तैयार होता है वह पानी हम नदियों में बहा देते हैं इस वजह से पानी प्रदूषित होता है। गंगा नदी की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है। अगर गंगा की यह स्थिति है तो काशी पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा।
ख.) वनों की उपयोगिता मानव की समग्र समृद्धि के लिए है। समृद्धि को इस समग्रता में उसकी आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक समृद्धियाँ शामिल हैं।
वन हमारे समग्र सृष्टि के लिए एक जरूरी भाग है। मनुष्य को हर काम में लकड़ी की जरूरत पड़ती है और लकड़ी हमें बैलून से ही उपलब्ध होती है। उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए भी लकड़ी की जरूरत पड़ती है। औद्योगिकरण करने के लिए वनों की कटाई होती जा रही है। इस तरह से वनों संपदा नष्ट होती जा रही है। हमें वनों का संरक्षण करना होगा। तभी मानव का विकास होगा। अगर वन संपदा नष्ट हो जाएगी तो प्रकृति का बहुत बड़ा नुकसान हो जाएगा। वनों के जतन करने से ही मानव की आर्थिक सामाजिक और आध्यात्मिक समृद्धि समाविष्ट होती है।
भाषा अध्ययन
1.) निम्नलिखित शब्दों की शुद्ध वर्तनी लिखिए
पौरणिक, पश्चीमी, नरमदा, मंदौर, आर्थीक स्थिती, शिघ्रता ।
पौराणिक
पश्चिमी
नर्मदा
मंदिर
आर्थिक
स्थिति
शीघ्रता
2.) निम्नलिखित शब्दों को वाक्यों में प्रयोग कीजिए:
दर्दनाक, प्रदूषण, कृषि, समृद्धि प्राकृतिक स्थापना
दर्दनाक –
रिया की कहानी दर्दनाक कहानी है।
प्रदूषण –
मानव ने निसर्ग को हमेशा ही तकलीफ दी है इसी वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है।
कृषि –
हमें हमारा कृषि व्यवसाय बढ़ाना होगा
समृद्धि –
निसर्ग संपत्ति में जब बढ़ावा होगा तभी मानव की समृद्धि हो जाएगा।
प्राकृतिक –
हमें प्राकृतिक संपदाओं का सम्मान करना होगा।
स्थापना –
छत्रपति शिवाजी महाराज इन्होंने स्वराज्य की स्थापना की।
3.) दिए गए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए ।
सम्मान, उन्नति, व्यापक, प्राचीन, आवश्यक, ज्ञान
सम्मान – अपमान
उन्नति – अवनति
व्यापक – संकुचित
प्राचीन – अर्वाचीन
आवश्यक – अनावश्यक
ज्ञान – अज्ञान
4.) नीचे दिये गये शब्दों के हिन्दी रूप लिखिए:
नजदीकी, खासकर, रिश्ता, जमीन, किस्म, दर्दनाक, अमलदारी।
नजदीक – समीप
खासकर – विशेषकर
रिश्ता – नाता
जमीन – भूमि
किस्म – विविधता, प्रकार
दर्दनाक – पीड़ा
अमलदारी – प्रभावी
5.) दिए गए वाक्यांशों के लिए एक-एक शब्द लिखिए-
1.) जिसे स्वीकार न किया जाए
अस्वीकार्य
2.) जो धरती बंजर हो –
ऊसर
3.) शिक्षा ग्रहण करने का स्थान
विद्यालय, शिक्षालय
4.) दूर तक की समझ रखने वाला
दूरदर्शी
5.) सब प्रकार की शक्तियों से सम्पन्न
सर्वशक्तिमान
जिसका कोई पार न हो
अपार