Karnataka 1st PUC Hindi Apathi Bhag Chapter 3 खून का रिश्ता Questions and Answers Solution, Notes by Expert Teacher. Karnataka Class 11 Hindi Solution Chapter 3.
There are 3 Parts in Karnataka Class 11 Textbook. Here You will find Apathi Bhag Chapter 3 Khoon Ka Rishta.
Karnataka 1st PUC Hindi Apathi Bhag Chapter 3 – खून का रिश्ता Solution
- State – Karnataka.
- Class – 1st PUC / Class 11
- Subject – Hindi.
- Topic – Solution / Notes.
- Chapter – 3
- Chapter Name – खून का रिश्ता.
1) एक शब्द या वाक्यांश या वाक्य में उत्तर लिखिए:
1) चाचा मंगलसेन चिलम थामे क्या देख रहा था?
चाचा मंगलसेन चिलम थामे सपने देख रहा था।
२) घर का पुराना नौकर कौन था?
घर का पुराना नौकर सन्तु था।
3) सन्त की पीठ पर क्या पड़ी?
सन्तु के पीठ पर चाबुक पास गई।
४) किसका स्वप्न सचमुच साकार हो उठा ?
मंगलसेन का स्वप्न सचमुच साकार हो उठा।
५) लड़की की पढ़ाई कहाँ तक हुई थी ?
लड़की की पढ़ाई बी . ए तक हुई थी।
६) बाबूजी के सामने कितनी चाँदी की कटोरियाँ रखी हुई थीं?
बाबूजी के सामने तीन चाँदी की कटोरियाँ रखी हुई थीं।
७) वीरजी की बहन का नाम क्या है?
वीरजी की बहन का नाम मनोरमा है।
८) प्रभा की सगाई किनके साथ हुई?
विरजी के साथ प्रभा की सगाई हुई।
९) एक चम्मच की कीमत कितनी मानी गई?
पांच रुपए एक चम्मच की किम्मत मानी गई।
१०) प्रभा का भाई वीरजी के घर क्या देने आया था?
प्रभा का भाई वीरजी के घर चांदी का चम्मच देने आया था।
- II) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
१) वीरजी के परिवार का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
वीर जी पढ़े लिखे थे। मिर्च और मिर्च का परिवार शहर में रहता था। परिवार में वीर जी वीर जी के माता-पिता एक छोटी बहन थी जिसका नाम मनोरमा था। घर पर मंगल से नाम के चाचा रहते थे जो खुदको इस परिवार का ही मानते थे। इसके साथ-साथ घर में एक पुराना नौकर था जिसका नाम सन्तू था। वीर जी की शादी नहीं हुई थी लेकिन उनकी सगाई एक प्रभा नाम की लड़की से तय हो गई थी।
२) मंगलसेन को अपनी हैसियत पर क्यों नाज़ था?
मंगल सिंह को अपनी हैसियत पर नाच था क्योंकि वह फौज में था। अभी भी वह सर पर खाकी पगड़ी पहनता था। खाकी रंग सरकारी रंग है पटवारी से लेकर बड़े-बड़े इंस्पेक्टर तक सभी खाकर पगड़ी पहनते हैं। इस पर ऊंचा खानदान और शहर के धनी मनी भाई के घर में रहना बैठता नहीं तो क्या करता?
३) सन्तू का परिचय दीजिए।
सन्तू वीरजी के घर में एक पुराना नौकर है। वह बहुत सालों से उसे घर में काम करता था। वह चिलम लेता है और अन्योन से भी चिलम लेने का आग्रह करता है। वह मंगल सेन से कहता है कि वीर जी तुम्हें अपनी सगाई में नहीं ले जाएंगे और इसी के शर्त भी लगता है। मंगल सिंह जब वीर जी के साथ उनकी सगाई में जाता है तब वह कहता है कि तुम जीत गए मैं तुम्हें शर्त के दो रुपए दे दूंगा लेकिन बस मेरी पगार हो जाए।
४) समधियों के घर मंगलसेन की आवभगत कैसे हुई ?
समधियों के घर मगलसेन और उनके वीरजी का स्वागत बहुत अच्छे से किया गया। सभीने उनका अतिथि सत्कार किया। एक आरामकुर्सी पर मंगलसन बैठा था। सभी उनके खाने पीने का ध्यान रख रहे थे।
५) बाबूजी सगाई में केवल सवा रुपए ही क्यों लेना चाहते थे?
बाबूजी अपने समाधियों को पैसों के मामले में तकलीफ नहीं देना चाहते थे। वह पुरानी दकियानूसी परंपराओं को बदलना चाहते थे। समाधियों ने दिए गए सवा रुपया भी उनके लिए सवा लाख के बराबर था। बाबूजी शादी ब्याह में जरूरत से ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते थे। इसीलिए बाबूजी सगाई में केवल सवा रुपए ही लेना चाहते थे।
६) समधी अंदर से थाल में क्या-क्या ले कर आए ?
समधी अंदर से जो थाल लेकर आए थे उसमे तीन चांदी की कटोरी और उसमे तीन चांदी के चम्मच थे। उसपर लाल रंग का रूमाल डाला गया था। पहली कटोरी में केसर था। दूसरी कटोरी में एक धागा और तीसरी कटोरी में चांदी का रुपया और चवन्नी थी।
७) चम्मच खो जाने पर वीरजी की क्या प्रतिक्रिया हुई ?
मंगलसेन बाबूजी के साथ वीर जी की सगाई तय करने जाते हैं। समधी उन्हें सगाई का थाल दिया गया। उसमें तीन चांदी के कटोरे और चम्मच थे। जब वे दोनों घर आते है तब उसमें एक चांदी का चम्मच नहीं रहता। सबको लगता है की मंगलसेन ने उसमे से चम्मच चुराया या फिर गवा दिया। इस वजह से वीरजी गुस्सा करने लगते है। वह बहुत आवेश में आते है और मंगलसेन से कहते है कि आपको वहा पर इसीलिए भेजा था कि आप चीजों को खोकर वापस आए।
८) ‘खून का रिश्ता’ कहानी के उद्देश्य पर प्रकाश डालिए ।
खून का रिश्ता इस कहानी में हमें अपने रिश्तों को कितनी अहमियत देनी चाहिए परंपराएं कैसे निभानी चाहिए आदित्य किस तरह से करना चाहिए यह सब चीज बताई गई है। आजकल के माहौल में सीधे-साधे तरीके से कोई भी कार्य संपन्न करना चाहिए। किसी भी कार्य पर बहुत पैसे खर्च करने से ज्यादा महत्त्वपूर्ण अपने रिश्तों को निभाना है।