जन्माष्टमी | Janmashtami in Hindi | Hindi Essay | Janmashtami Essay in Hindi.
कृष्ण जन्माष्टमी जिसे जन्माष्टमी या गोकुलाष्टमी के नाम से जाना जाता है। जन्माष्टमी जो एक हिंदू त्यौहार है जो हर साल मनाया जाता है। कृष्ण अवतार यह एक विष्णु जी के 10 अवतारों में से आठवें और 24 अवतारों में से 22 वे अवतार है। जन्माष्टमी का त्योहार श्री कृष्ण के जन्म के आनंद उत्सव के लिए मनाया जाता है। जन्माष्टमी त्योहार हिंदू कैलेंडर अनुसार कृष्ण पक्ष के आठवें दिन को भाद्रपद में मनाया जाता है, और अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अगस्त और दिसंबर माह में यह त्यौहार आता है।
जन्माष्टमी का पर्व भारत के साथ-साथ कई देशों में मनाया जाता है। यह जन्माष्टमी का त्योहार मनाने का उद्देश्य यह है कि हम सभी को भगवान कृष्ण के आदर्शों को स्मरण करना और ध्यान में लाना चाहिए। जन्माष्टमी के त्योहार पर कृष्ण के जीवन के नृत्य , नाटक की परंपरा है, कृष्ण के जन्म के समय मध्य रात्रि में भक्ति गायन, उपवास , रात्री जागरण किया जाता है। श्री कृष्ण जन्म के उपरांत त्योहार नंदोत्सव होता है । भगवान श्री कृष्ण माता देवकी और वासुदेव आनकदूंदुभी के पुत्र है। जन्माष्टमी का त्योहार भारत के कई अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। महाराष्ट्र में जन्माष्टमी पर दहीहंडी को तोड़ने की बहुत मान्यता है, और यह परंपरा अभी भी वास्तव में चल रही है। दहीहंडी जो भगवान श्री कृष्णा जी का सबसे पसंदीदा है।
जन्माष्टमी का त्योहार मथुरा में बहुत बड़ी मात्रा में मनाया जाता है। इस त्यौहार को मनाने के लिए मथुरा में कई दिनों पहले से ही तैयारी शुरू की जाती है। इस त्यौहार को देखने के लिए मथुरा में विदेश से लोग आते हैं, और जन्माष्टमी का आनंद लेते हैं। इस त्योहार पर मथुरा और वृंदावन में रासलीला नृत्य का मनमोहक और भव्य आयोजन किया जाता है। इस दिन सभी लोग भगवान श्री कृष्ण को दूध से बने दही, माखन आदि चीजों का प्रसाद चढ़ाते हैं। सभी लोग एक दूसरे को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हैं।
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