पक्षी | Bird in Hindi | Hindi Essay | Bird Essay in Hindi.
पंछियों वह होते जो खुले आसमान में अपने पंख फैला कर उड़ सकते हैं। पंछी हमारे प्रकृतीका ही एक हिस्सा है जिनके बिना हमारी प्रकृती की सुंदरता अधूरी है। पक्षियों के दो पैर दो आंख और दो पंख होते हैं। पक्षी पंखों के सहारे उड़ सकते हैं और पैरों के सहारे धरती पर विचरण कर सकते हैं, पक्षियों जन्म लेते ही उन्हें उडना नहीं आता कुछ दिनों के बाद प्रयास करने से उन्हें उड़ना आता है , वह उड़ना सीख लेते हैं। अलग-अलग किस्म के पक्षी होते हैं और उनका उड़कर ऊंचाई पर जाने का फैसला भी अलग अलग होता है। कुछ पक्षी आकाश में अत्यंत ऊंचाई पर उड़ते हैं तो कुछ पक्षी सिर्फ 2 से 4 फुट तक ही उड़ सकते हैं।
सभी पक्षियों में अलग गुण होते हैं। हर एक पक्षियों की अपनी खुद की एक पहचान होती है। हर एक पक्षी अलग-अलग रंग का होता है जैसे कि कौवा काला, पोपट हरा, मोर नीला , मैना हरे रंग की आदि। पक्षियों का शरीर काफी हल्का होता है, जिस वजह से उन्हें उड़ने में आसानी होती है। सभी पक्षी हमारे प्रकृतीसे गहराई से जुड़े होते हैं। कुछ पक्षी ऐसे होते हैं जो जंगल में रहते हैं। पक्षी अपना घोंसला कहीं पर भी बनाते हैं जैसे झाड़ियोंमें, वृक्षों के ऊपर, घर के ऊपर, खिड़की में आदि। पक्षियों को कहीं भी हरियाली दिखे वहां पर अपना बसेरा बना लेते हैं। कुछ पक्षी अपना घोंसला बना लेते हैं और कुछ पक्षी दूसरे पक्षियों के घोंसले में जाकर रहते हैं। कुछ पक्षी घोंसला बनाने में इतनी पारंगत होते हैं कि उनका घोंसला देखने लायक होता है। सभी पक्षियों में एक बात समान है कि सभी पक्षी अंडे देते हैं। कुछ पक्षियों के अंडे छोटे होते हैं तो कुछ पक्षियों के काफी बड़े होते हैं।
पक्षियों के अंडे मनुष्य खाते हैं। आजकल बहुत से इंसान पक्षियों के अंडों का व्यापार करते हैं। यह उनकी कमाई का एक स्त्रोत भी होता है। कई लोगोंको पक्षी इतने प्रिय होते हैं कि उनकी सुबह की शुरुआत पक्षियों की मधुर आवाज से होती है। कई पक्षी ऐसे भी होते हैं जो मिलो का रास्ता तय कर लेते हैं। कई पक्षी झुंड में उड़ना पसंद करते हैं तो कुछ पक्षी अकेले उड़ना पसंद करते हैं। पक्षियों में से सिर्फ कुछ ही पक्षियों को हम बोलना सिखा सकते हैं, और वह पक्षी है तोता। पक्षी हमारे प्रकृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और उनका अपना एक वजूद है।
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