खानवा का युद्ध | Battle of Khanwa in Hindi | Hindi Essay | Battle of Khanwa Essay in Hindi.
खानवा का युद्ध 1527 में हुआ था। यह युद्ध बाबर और राणा सांगा के बीच हुआ था। यह युद्ध भारत के महत्वपूर्ण युद्ध में से एक युद्ध था। यह युद्ध बाबर द्वारा भारत में लडे गए युद्ध में से सबसे महत्वपूर्ण युद्ध था।
यह युद्ध खानवा के मैदान में हुआ था इस वजह से इसे खानवा का युद्ध कहा जाता है। यह खानवा नामक जगह आज के समय में भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है। यह युद्ध को लड़ने का मुख्य उद्देश्य था कि राणा सांगा को अफ़गानों की सत्ता को समाप्त करना था, और अपना खुद का राज्य स्थापित करना था। युद्ध के लिए राणा सांगा ने अपनी स्थिति काफी सुदृढ़ कर ली थी। इस युद्ध में राणा सांगा को सहायता करने के लिए काफी राजपूत सरदार अपनी सेना के साथ आए थे।
खानवा के युद्ध में राणा सांगा की सेना काफी विशाल थी। राणा सांगा का मुकाबला करने के लिए बाबर फतेहपुर सीकरी के निकट खानवा जा पहुंचा था। इस युद्ध को जीतने के लिए बाबर ने कई तरीके अपनाएं । उसने जिस चक्रव्यूह की रचना का प्रयोग पानीपत के युद्ध में किया था उसी रचना को खानवा के युद्ध में भी इस्तेमाल किया था। इस युद्ध के दौरान राणा सांगा के सैनिक काफी वीरता से लड़े और बाबर ने इस युद्ध में गोला बारूद का इस्तेमाल किया जिस वजह से राणा सांगा के काफी सारे सैनिक मारे गए। राणा सांगा की सेना को पराजित कर दिया था। युद्ध में राणा सांगा की पराजय होने के कारण राणा सांगा क्षेत्र से भाग निकला था ताकि वह पुनः बाबत से युद्ध कर पाए। इस युद्ध में राणा सांगा को पराजित करना बाबर के लिए एक बहुत बड़ी जीत थी। युद्ध को जीतने की वजह से बाबर को भारत में पांव फैलाने का मौका मिला था। राणा सांगा की पराजय की वजह से भारत में हिंदू राज्य स्थापित करने का हिंदू राजाओं का सपना भंग हो गया था।
For more updates follow our net explanations homepage