On this page we have given an article on Debate in Hindi for Students. The name of the topic is सभी लोगों को बंदूकें रखने का अधिकार होना चाहिए।
Debate – सभी लोगों को बंदूकें रखने का अधिकार होना चाहिए।
हमें हमेशा ही सत्य और अहिंसा यह दोनों तत्व सिखाए गए हैं। हमें कभी भी हिल्स नहीं करनी चाहिए मूसा का मार्ग कभी नहीं अपनाना चाहिए यही हमें बड़े बुजुर्ग सीखते हैं। इसके साथ-साथ भारत देश भी शांति के राह पर चलने वाला देश है। हिंसा यह बहुत बड़ी चीज होती है और यह बुरी चीज की होती है क्योंकि इससे मनुष्य आत्मिक समाधान को बैठता है मनुष्य को कभी भी इससे लाभ नहीं होता। की वजह से मनुष्य हमेशा ही पूरे कम कर देता है। भारत में जो संत महात्मा हुए हैं वह भी यही कहते हैं कि हिंसा नहीं करनी चाहिए। हमेशा ही अहिंसा इस तत्व का पालन करना चाहिए। हिंसा की वजह से हम हमारी शांति को बैठते हैं। अगर हमें अपने जीवन की शांति चाहिए तो अहिंसा के राह पर चलना है। भारत देश भी इसी राह पर चलने का प्रयत्न कर रहा है मनुष्य को भी यह तत्व अपनाना चाहिए। कभी भी हिंसा नहीं करनी चाहिए। इसकी वजह से आप ही नहीं आपके आसपास के लोग भी अपने मन की शांति को खो बैठे हैं। हमारे भारत में अलग-अलग धर्म अलग-अलग पथ जाति के लोग रहते हैं लेकिन वह उनके सारे धर्म यही सिखाते हैं कि एक साथ मिलजुल कर रहो। कभी भी किसी के साथ भी हिंसा न करो। मतलब हमारे धर्म भी हमें यही सिखाते है की हिंसा एक बुरी बात है अहिंसा के तत्व पर हर किसी को चलना चाहिए।
हम सबके पास शस्त्र रखने का अधिकार होता है। बड़े-बड़े लोग अपने पास शास्त्र रखते हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा हमेशा ही बना रहता है। अपनी जान वह जोखिम में नहीं डाल सकते इसी लिए उनको शस्त्र रखने का अधिकार मिल जाता है। सभी लोगों को बंदूक रखने का यह हथियार रखने का अधिकार नहीं मिलता। हमें इसके लिए सरकार से लाइसेंस लेना पड़ता है। उसमें भी अगर सरकार हमारी कह दी गई बात से सहमत हो गई तो हमे बंदूक रखने का अधिकार मिल जाता है। अगर हमारा वह लाइसेंस मिल भी जाता है तो भी यह सिर्फ हमारी सामाजिक सुरक्षितता और अपने सुरक्षा के लिए मिल जाता है। कहीं पर भी हम इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते। जब बंदूक रखने का अधिकार किसी को मिल जाता है तो उसके साथ कई नियम व अटी आते हैं अगर हम इन शर्तों को नहीं मानते तो हमारा लाइसेंस रद्द हो सकता है। हमें सिर्फ आत्मरक्षा के लिए बंदूक रखने का अधिकार मिल जाता है। कई दशकों पहले इसका उपयोग शिकार करने के लिए भी किया जाता था। आज शिकार करने के लिए निर्बंध लगाए गए हैं। इस वजह से सभी लोगों को हथियार रखने का या बंदूक पर रखने का अधिकार नहीं मिलता।
सभी लोगों को अगर हथियार रखने का अधिकार प्राप्त हो गया तो कोई भी कानून का सम्मान नहीं करेगा। कोई भी कहानी पर भी किसी को भी मार सकता है। सभी जगह पर आतंक फैल जाएगा। हर कोई अपने हाथ में बंदूक लेकर घूमते फिर ने लगे। इस वजह से दहशत का वातावरण सभी जगह पर निर्माण हो जाएगा। हमेशा जान का खतरा बना रहेगा। बच्चों को और वृद्धो को हमेशा ही घर में रहना पड़ेगा। क्योंकि उनके हाथ में अगर बंदूक के दी भी दी तो भी वह इसका सामना नहीं कर सकते। इस के साथ स्त्रियों को भी घर में ही रहना पड़ेगा। दहशतवाद सभी जगह पर फैल जाएगा। हर वक्त हमे डर के सहारे जीना पड़ेगा फुल। जैसी परिस्थितियों कहीं शतक को पहले भारत में थी वैसे ही परिस्थितियों निर्माण हो जाएगी। कानून का किसी पर भी अधिकार नहीं रहेगा क्योंकि हर कोई कानून से बचने का तरीका ढूंढ ही लेगा। इस तरह सभी जगह पर आतंक फैल जाएगा। संविधान में जो मानव को अधिकार दिए हैं उनका उपयोग कोई नहीं कर सकेगा। कोई भी किसी के घर में भी घुस जाएगा। सारे लोग एक दूसरे का कत्ल करने लगेंगे। इस वजह से सभी जगह पर हिंसा फैल जाएगी।
इस वजह से किसी को भी बंदूके रखने का अधिकार नहीं देना चाहिए। क्योंकि इसमें सभी का नुकसान है। हमारा भारत देश शांति की राह पर चलता है अगर सब कुछ हथियार रखने का अधिकार मिल जाएगा तो हम यह शांति खो बैठेंगे। सभी लोग डर-डर कर जीने लगे इस वजह से सभी लोगों को बंदूके रखने का अधिकार या फिर हथियार रखने का अधिकार नहीं देना चाहिए।
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