On this page we have given an article on Debate in Hindi for Students. The name of the topic is वेश्यावृत्ति का वैधीकरण पर चर्चा होनी चाहिए ।
Debate – वेश्यावृत्ति का वैधीकरण पर चर्चा होनी चाहिए ।
वैधीकरण करना इसका अर्थ है कानूनी रूप प्रदान करना। यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी वजह से कोई भी बात को एक अधिकार प्राप्त हो जाता है। सामाजिक व्यवस्था अपना काम अच्छी तरह से करते हैं। वैधीकरण मतलब किसी भी कार्य को वैध बनाना।
भारत में ही नहीं कई देशों में वेश्यावृत्ति प्राचीन काल से चलती आ रही थी। प्राचीन समय में जो बड़े-बड़े राजा महाराजा थे वह अपने प्रतिष्ठा के लिए अपने महल में वेश्याओं को जगह देते थे। भारत में भी वेश्यावृत्ति ए शतक कौन से चली आ रही है। जब मुगल साम्राज्य की स्थापना हुई तब से इस व्यवसाय मैं वृद्धि हो गई। पहले जो व्यवसाय होती थी वह महफिलों में महलों में नृत्य करती थी गाती भी थी। ऐसा कहा जाता है कि 2600 साल पहले से भारत में यह पैसा शुरू है।
वेश्यावृत्ति मतलब यह जिस्म का कारोबार होता है। इस कारोबार में शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं। और इससे अपना जीवन गुजारा जाता है। इन रिश्तों में कोई भावनाएं समाविष्ट नहीं होती। यहां सर शारीरिक संबंध महत्वपूर्ण रखे जाते हैं। यहां पर हर रिश्ता शारीरिक संबंधों पर ही निर्धारित होता है। वैसे तो यहां पर कोई रिश्ता नहीं होता जो होता है वह आर्थिक लेनदेन पर तय हो जाता है। यह बार-बार चलने वाले व्यक्ति को वेश्या कहा जाता है।
भारत में वैवाहिक संबंधों से बाहर जाकर यौन संबंध रखना यह गलत समझा जाता है। वैश्य भी इसके अंदर आती है। लेकिन कानून कहता है कि यह कोई अपराध नहीं है यह दो लोगों के बीच में तय हुआ एक आर्थिक व्यवहार है।
ऐसा कहा जाता है जो लोग को अपने शरीर पर काबू नहीं रख पाते उनकी शारीरिक भावनाएं जब उन पर हावी हो जाती है तब वह लोग वैश्या का आधार लेते हैं। वैश्या भी अपना व्यवसाय इसीलिए चलते हैं कि जो लोग अपनी शारीरिक भूख मिटाना चाहते हैं वह अपने पास आए और अपनी भूख मिटाई इससे उन्हें आर्थिक मदद भी हो जाती है। इसी आर्थिक कमाई से वह अपना जीवन चलती है।
लेकिन यह उनका व्यवसाय है। इस व्यवसाय के जरिए वह अपना जीवन चलाती है। इस व्यवसाय को मान्यता प्राप्त है। लेकिन इस व्यवसाय के लिए कुछ मानदंड निर्माण करना चाहिए। क्यों की इस व्यवसाय में गलत तरीके से बहुत कार्य किए जाते है। अगर इस व्यवसाय को कायदे से मान्यता मिल गई तो वे लोग भी सम्मान से जी पाएंगे। यह व्यवसाय कोई भी अपनी मर्जी से नहीं करता किसी न किसी की कोई ना कोई तो परेशानी होती है। इस वजह से वह ऐसे काम करने लगते हैं। अगर इस व्यवसाय को कायदे से मान्यता मिल गई तो ऐसे लोगों की तरह कोई भी गलत नजर से नहीं देखेगी। यह भी एक कार्य है जिसके बदले इन्हें पैसे दिए जाते हैं। इस वजह से यह इन महिलाओं को भी सम्मान मिलना चाहिए। अगर इसे कायदे से मान्यता मिल गई तो जिन लड़कियों को ऐसे व्यवसाय में जबरदस्ती करके दूसरे गांव से लाया जाता है यह एक गलत तरीका है इसे रोक लगानी चाहिए।
कई लोग कहते हैं कि इस व्यवसाय को मंजूरी नहीं मिलनी चाहिए क्योंकि अगर ऐसा किया तो यहां पर जो लड़कियों की तस्करी की जाती है उसमें वृद्धि हो जाएगी। कई लोग कहते हैं कि जो लड़कियां होती है वह भी मनुष्य होती है और उनकी खरीदी बिक्री नहीं की जा सकती। अगर यह व्यवसाय चालू रहा तो उनकी खरीदी और बिक्री करने जैसा हो जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो समाज में नैतिकता नही रहेगी।
कई लोगों का कहना यहां पर है कि अगर पैसा को व्यवसाय करने के लिए कायदा मान्यता देता है तो बलात्कार बहुत कम हो जायेंगे। लेकिन कई लोग यह भी कहते हैं कि हमेशा व्यवसाय शुरू करने से बलात्कार में कमी नहीं होगी क्योंकि वैसा को पैसे देने पड़ते हैं लेकिन किसी लड़की का जब बलात्कार किया जाता है तो उसे पैसे नहीं देने पड़ते। इस वजह से वैश्य व्यवसाय और बलात्कार इन दो बातों का एक दूसरे से कोई संबंध नहीं है।
वेश्यावृत्ति यह एक गलत बात है। हमारे पास रोजगार करने के लिए अनेक पर्याय उपलब्ध है। बहुत सारे तरीके काम करने के होते हैं। वेश्या व्यवसाय करना यही एक कार्य नहीं है। लेकिन जो लड़कियां इस धंधे में गलती से आती है और किसी को जबरदस्ती लाया जाता है उन्हें इस धंधे से मुक्त कर देना चाहिए। और जो यह व्यवसाय चालू रखना चाहती है उन्हें यह व्यवसाय करने के लिए मान्यता देने चाहिए।
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