On this page we have given a article on Debate in Hindi for Students. The name of the topic is विश्व स्तर पर धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए
Debate – विश्व स्तर पर धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए
हमारे आसपास हमें कई लोग धूम्रपान करते हुए दिखाई देते हैं। उन्हें धूम्रपान की लत लगी हुई होती है। वह धूम्रपान के बिना रह नहीं सकते। यह एक प्रकार का नशा है। अगर उनको धूम्रपान न करने दिया जाए तो वह चिड़चिडे हो जाते हैं। भारत में धूम्रपान के कारण हर साल 10 लाख लोगों की मौत हो जाती है। ऐसा कहा जाता है कि दुनिया भर में 114 करोड लोग धूम्रपान करते हैं।
धूम्रपान करने से फेफड़ों की बीमारी होती है। कैंसर जैसे जानलेवा बीमारी भी हमे जकड़ लेती है। इसके साथ-साथ हृदय रोग, मसूड़े की बीमारी, आंखों की समस्याएं, पेट में छाले पड़ते है, अस्थमा, सांस लेने में दिक्कत निर्माण हो सकती है। आजकल हमें पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी धूम्रपान करती हुई नजर आती है। महिलाओं को स्वर यंत्र, गुर्दा, गर्भाशय, मूत्राशय, मुंह का कैंसर हो सकता है। इसके साथ सतु है रक्तस्राव का सामना भी करना पड़ता है। महिलाओं का वजन पुरुषों की तुलना में बहुत ज्यादा बढ़ने लगता है। उनके मासिक चक्र में भी अनेक समस्याएं निर्माण हो सकती है। महिलाएं जब गर्भवती होती है उसे अवस्था के दौरान अगर वह धूम्रपान करती है तो इस धूम्रपान का असर उनके होने वाले बच्चे पर भी पड़ता है। एक तो वह शिशु वक्त से पहले जन्म लेता है और इसके साथ-साथ उसका वजन भी काम हो सकता है। उस बालक को अस्थमा श्वसन संबंधित बीमारियां हो सकती है।
सिगरेट हुक्का सिगार बीड़ी यह धूम्रपान के रूप होते हैं। इसका उपयोग धूम्रपान करने के लिए अलग-अलग तरह से किया जाता है। जो लोग धूम्रपान करते हैं उनको बहुत बीमारियो का सामना करना पड़ता है लेकिन ऐसे व्यक्तियों की वजह से धूम्रपान नहीं करने वाले लोगों को भी बीमारियों का सामना करना पड़ता है। उन्हें भी बहुत परेशानी होती है। क्योंकि जब लोग सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करते हैं उसे धूम्रपान का असर जो लोग धूम्रपान नहीं करके उसे पर भी होता है क्योंकि धूम्रपान करते वक्त जो दुआ निकलता है वह हवा के माध्यम से सभी लोगों के श्वसन मार्ग में चला जाता है। इसे अप्रत्यक्ष धूम्रपान कहा जाता है।
जब तंबाकू जलाया जाता है तो उससे अलग-अलग प्रकार की गैसेस धातु निर्माण होते हैं जैसे की कोबाल्ट, लेड, आर्सेनिक, कार्बन मोनोऑक्साइड इन्हीं जहरीले वायु की वजह से कैंसर जैसे बीमारियों का सामना सभी को करना पड़ता है। इन्हीं की वजह से हमारे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है।
इन सभी विषयों को मध्य नजर रखते हुए सरकार को धूम्रपान के विरोध में कायदे कानून पारित कर लेने चाहिए। सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान का निषेध कर लेना चाहिए। इसका परिणाम सभी के स्वास्थ्य पर दिखाई देता है। जो महिलाएं धूम्रपान करती है उसके वजह से 1000 से अधिक नवजात शिशुओं की मृत्यु हो जाती है। इसी सभी कर्म को देखते हुए सरकार को धूम्रपान करने पर सजा और धूम्रपान के विरोध में कायदे कानून की निर्मित कर लेनी चाहिए। मनुष्य को अपना जीवन आनंदी और आरोग्य पूर्ण जीना चाहिए। इसके लिए मनुष्य को अच्छा भोजन और हमेशा व्यायाम करना चाहिए। इस वजह से उसका स्वास्थ्य अच्छा रह सकता है। वह अपने स्वास्थ्य को अनेक बीमारियों से बचा सकता है। जब वह धूम्रपान करता है तो वह अपने साथ-साथ अपने परिवार अपने दोस्तों के और अपने आसपास के लोगों का भी जीवन खतरे में डालता है। उसके वजह से इन लोगों को भी अनेक बीमारियां हो सकती है, स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्याएं निर्माण हो सकती है। इसलिए हमें हमेशा ही धूम्रपान से दूर रहना चाहिए। अगर हम धूम्रपान करते हैं तो डॉक्टर की सलाह से उसे किस तरह से छोड़ा जा सकता है चर्चा करनी चाहिए। सरकार ने 2003 में कायदा लागू किया था उसके अनुसार सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने के लिए बंदी है।
लेकिन इसके साथ-साथ में सरकार को तंबाकू उत्पादन नंबर निबंध लगाने चाहिए। जिन वस्तुओं से मनुष्य के शरीर को बीमारियां जकड़ लेती है ऐसे धूम्रपान करने वाले पदार्थ बेचना और खरीदना इस पर कड़े से कड़े कायदों का निर्माण करना चाहिए। तंबाकू जन्य पदार्थ का उत्पादन बंद कर देना चाहिए।
धूम्रपान का सेवन बंद करने के लिए हमें अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। ऐसी बहुत सारी दवाइयां है छोड़ने के लिए मदद करती है। जब हम सिगरेट खरीदने हैं तो उसके पैकेट पर भी खतरा यह शब्द लिखा हुआ होता है लेकिन हम इस खतरे को अनदेखा करते हैं और अपने साथ-साथ सभी लोगों की जिंदगी खतरे में डालते हैं। जब हम धूम्रपान बंद कर देते हैं तब हम शारीरिक बीमारियों से दूर रहते हैं।
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