On this page we have given an article on Debate in Hindi for Students. The name of the topic is क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नौकरियां छीन लेगा ?
Debate – क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नौकरियां छीन लेगा ?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मतलब मानव जैसे दिखने वाला ही एक उपकरण जो मानव के सारे काम करता है। मानव जिस तरह से सोचता है इस तरह से वह भी सोचता है। मानव के पास जितने बुद्धि है उससे कई ज्यादा बौद्धिक क्षमता उसके पास है। हमारे पास कंप्यूटर जिस तरह से कार्य करता है इस तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मतलब AI काम करता है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो है वह मानव की तरह ही काम करता है मनुष्य की तरह ही सोचता है अपने सामने जो मुश्किल आती है उन्हें किस तरह से सुलझाना है यह भी यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सोचता है। मतलब यह पूरी तरह मानव की तरह ही बनाया गया है। कंप्यूटर सिस्टम जिस तरह होती है इस तरह इसका दिमाग भी होता है। इस वजह से मानव से भी जल्दी यह सारे काम करता है। सारी समस्याओं को हल करता है।
हमारे लैपटॉप कंप्यूटर में जो प्रणाली होती है यही प्रणाली AI में विकसित की गई है। इस वजह से वह अपने सारे काम कंप्यूटर की तरह ही करता है। उसमें मानव की तरह विचार करने की शक्ति है, जिस तरह मानव अपने कार्य को सफलता प्रदान करता है इस तरह ऐब अपने दिए गए कार्यों को पूर्ण करता है।
पाश्चिमात्य देशों मैं इसका प्रयोग मानव की जगह पर करते हैं। देश की आबादी कम है इस वजह से अपने चीजों की निर्मित करने के लिए वहां पर कारखाने में ऐसी मशीनों की आवश्यकता होती है। इसीलिए ऐसी मशीन वहां पर हमें काम करते हुए देखेंगे। इन मशीनों की वजह से उनके चीजों के उत्पादकता में वृद्धि होती है। यह वस्तुएं वह आयत और निर्यात कर सकते हैं और इस उत्पादकता की वजह से उनके देश में आर्थिक वृद्धि होने में मदद मिलती है। लेकिन वहां पर इन मशीनों का उपयोग मनुष्य की जगह पर इसलिए किया जाता है क्योंकि वहां पर आबादी बहुत कम है। लेकिन भारत में मनुष्य की आबादी भरपूर है। यहां पर इन मशीनों की जरूरत नहीं है। अगर मनुष्य का सही तरीके से उपयोग कर लिया जाए तो यह आबादी हमारे लिए लाभदायक हो सकती है।
भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन मशीनों का उपयोग किया जाए तो यहां पर मनुष्य की नौकरियां खतरे में आ जाएंगे। इसके वजह से बेरोजगारी बढ़ जाएगी और मनुष्य के पास पैसा कमाने का साधन नहीं बचेगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जब उसे दिया गया हुआ काम करेगा तो वह पूरी निष्ठा से करेगा लेकिन उसकी वजह से बहुत लोगों की नौकरियां उनके हाथ से चली जाएगी। कई लोग बेकार हो जायेंगे। अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कंप्यूटर की तरह कोई बिगाड़ हो गया तो उसके वजह से कई डाटा लीक हो सकता है और उसे गलती को पहचानना भी मुश्किल हो सकता है।
जहां पर दिमाग लगाकर काम करना होता है वहां पर अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कम पर रखा जाता है तो जो लोग उसे जगह पर काम कर रहे थे उनकी नौकरियां चली जाएगी। इसी तरह वह निष्पक्ष होकर अपना बयान दे सकता है या निर्णय सुना सकता है लेकिन उसमें जितना डेटा हम डालेंगे इस तरह से वह काम करेगा उतना ही बहुत निष्पक्ष हो सकता है इसका कभी-कभी उल्टा परिणाम भी हो सकता है क्योंकि वह मानव की तरह सोच विचार नहीं कर सकता उसमें मानव की तरह भावना ही नहीं है कंप्यूटर में जैसे जितना डाटा फीड किया गया होता है उतना ही वह हमें परिणाम देता है। इस तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी हमें उतना ही परिणाम दिखा जितना उसमें डाटा फीड किया गया हो।
अगर इस मशीन में गलत उत्तर डाल दिया गया तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से सबसे ज्यादा धोखा मानव को ही हो सकता है। उसकी वजह से कभी-कभी गलत जानकारी भी फैल सकती है। इसका सबसे ज्यादा बुरा असर समाज पर होगा। जिस तरह कंप्यूटर में हिस्ट्री देखकर हम देख सकते हैं कि उसे पर कौन-कौन से कार्य किए गए हैं उसी प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी हम उसकी हिस्ट्री देख सकते हैं। इससे बड़ी-बड़ी कंपनियों के लिए धोखा निर्माण हो सकता है।
जिस तरह से नई-नई तंत्रज्ञान विकसित हो रहे हैं इस तरह से मानव के जीवन खतरे में आ रहा है। इन तंत्रज्ञानों के जिस तरह फायदे हैं इस तरह इसके बहुत सारे नुकसान भी है। इसी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जितने फायदे हैं उतने नुकसान भी है लेकिन भारत जैसे देश में जहां पर मनुष्य की आबादी बहुत है ऐसे देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लाकर मनुष्य की नौकरियां खतरे में डालना यह सही बात नहीं होगी। इसके बजाय हमें मनुष्य के लिए रोजगार किस तरह से बढ़ना चाहिए यह सोचना होगा। इसी से हमारे देश का फायदा हो सकता है।
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