Telangana SCERT Solution Class X (10) Hindi Chapter बड़े भाई साहब
बड़े भाई साहब
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर आठ दस पंक्तियों में लिखिए।
1.) दोनो भाईयों मे आपको किसकी भूमिका अच्छी लगी? क्यो?
दोनों भाइयों में से हमें बड़े भाई की भूमिका अच्छी लगी क्योंकि वह अपने छोटे भाई के सामने एक अच्छी मिसाल कायम करना चाहते थे। इसीलिए वह खुद भी विनम्रता से व्यवहार करते थे। छोटे भाई किसी भी गलत संगत में ना पड़े इसीलिए वह खुद भी कोशिश करते थे। ऐसा कोई काम नहीं करते थे जिससे उसको गलत सीख मिले। वह अपने छोटे भाई को छोटे भाई जैसा नहीं लेकिन अपने एक दोस्त की तरह उस से पेश आते थे। उन का छोटा भाई बहुत शरारती था उसे सिर्फ खेलकूद में दिलचस्पी थी उसका ध्यान बटाने के लिए या फिर उसका ध्यान पढ़ाई में लगे इसके लिए बड़े भाई साहब ने अपने छोटे भाई को एक टाइम टेबल बना कर दिया था। लेकिन खेलकूद से उसे टाइम नहीं मिलता था और वह पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया करता था।
2.) बडे भाई साहब ने जिंदगी के अनुभव और किताबी ज्ञान में से किसी और क्यो महत्वपूर्ण कहा है?
बड़े भाई साहब को लगता था कि किताबी ज्ञान तो जरूरी है लेकिन उससे जरूरी है जिंदगी के अनुभव। जिंदगी से हमें जो अनुभव प्राप्त होते हैं वह बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं। किताबी ज्ञान से भी अधिक ज्यादा जिंदगी के अनुभव महत्वपूर्ण होते हैं किताबी ज्ञान हमें कोई भी दे सकता है या हम किसी भी तरह से वह प्राप्त कर सकते हैं। समाज में रहने के लिए सामाजिक मूल्यों की समझ हमें आने के लिए जीवन का उद्देश्य समझने के लिए हमें समाज के प्रति जागरूक रहने के लिए जिंदगी के अनुभव महत्वपूर्ण होते हैं। हमारे अनुभव जितने बड़े होंगे उतना हमारा जीवन भी सरलता से बीतेगा। हमारे जीवन में सुख आएगा इसीलिए बड़े भाई साहब जिंदगी के अनुभव को किताबी ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण मानते हैं।
3.)इस पाठ मे लेखक ने समृद्धी शिक्षा के किन तौर- तरिकों पर व्यंग्य किया है? आप उनके विचार से कहा तक सहमत है?
बड़े भाई साहब ने शिक्षा के तौर-तरीकों पर व्यंग्य किया है हमारी शिक्षा के तौर-तरीके सिर्फ किताबी ज्ञान से मिलता हैं। या वह किताबी ज्ञान तक सीमित रह गए हैं। जिंदगी जीने का अनुभव किताबों से नहीं मिलता वास्तविक अनुभव से मिलता है। यह हमें कोई नहीं सिखाता। हमारे जीवन में जो काम आता है वह है जिंदगी में हमें जो अनुभव मिला है वह हमें परीक्षा पास करने के लिए किताबी ज्ञान जरूरी है। हमारी शिक्षा प्रणाली हम ऐसी बातें सीखते हैं जिससे जिंदगी का कोई मतलब नहीं होता। यह बातें हमारे जिंदगी में कोई बदलाव नहीं ला सकते। हमें आत्मनिर्भर नहीं बना सकते इसीलिए लेखक शिक्षा के तरीकों पर व्यंग्य करते है।
4.) बडे भाई की डाँट फटकार अगर न मिलती, तो क्या छोटा भाई कक्षा मे अव्वल आता? अपने विचार प्रकट किजिये?
छोटे भाई को खेलकूद में ज्यादा दिलचस्पी थी। उसे किताबी ज्ञान में कोई दिलचस्पी नहीं थी। वह किताबों को अपनी शिक्षा को महत्व नहीं देते थे। इसीलिए बड़े भाई हमेशा छोटे भाई को डांट फटकार लगाते थे। अगर यही डांट फटकार छोटे भाई को नहीं मिलती तो वह अपना सारा समय खेलकूद में ही लगा देते और किताबें और शिक्षा पर ध्यान नहीं देते। बड़े भाई की डांट फटकार की वजह से किताब उनकी यह शिक्षा की अहमियत छोटे भाई को समझ में आई और वह कक्षा में अव्वल आए।
5.) प्रेमचंद की भाषा मे सजीव चित्रण मिलता है ? उदहरण साहित सिद्ध किजिये।
प्रेमचंद जी की भाषा समझने के लिए सरल होती है। वह जैसे भाषा का इस्तेमाल करते हैं उस भाषा में व्याकरण मुहावरे इसका प्रभावशाली उपयोग किया जाता है ।इसीलिए भाषा आकर्षक बन जाती है। पढ़ने वाला और और समझने वाला भी इससे अच्छी तरह से समझता है। व्याकरण का उपयोग करने से यह भाषा में सजीवता आती है। साहित्य क्षेत्र में प्रेमचंद जी ने अपना बहुत योगदान दिया है। प्रेमचंद जी की अपनी कहानी में या अपने साहित्य में घटनाओं का अच्छी तरह से चित्रण करते हैं।
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