Karnataka 1st PUC Hindi Prose Chapter 4 बिंदा Questions and Answers Solution, Notes by Expert Teacher. Karnataka Class 11 Hindi Solution Chapter 4.
There are 3 Parts in Karnataka Class 11 Textbook. Here You will find Prose Chapter 4 Binda.
Karnataka 1st PUC Hindi Prose Chapter 4 – बिंदा Solution
- State – Karnataka.
- Class – 1st PUC / Class 11
- Subject – Hindi.
- Topic – Solution / Notes.
- Chapter – 4
- Chapter Name – बिंदा.
(१) एक शब्द या वाक्यांश या वाक्य में उत्तर लिखिए:
1) महादेवी वर्मा की बाल्य सखी का नाम लिखिए।
महादेवी वर्मा की बाल्य सखी का नाम बिन्दा हैं।
२) महादेवी वर्मा को किसका अनुभव बहुत संक्षिप्त था ?
महादेवी वर्मा को संसार का अनुभव बहुत संक्षिप्त था ।
३) पंडिताइन चाची के अलंकार उन्हें किसकी समानता दे देते थे?
पंडिताइन चाची के अलंकार उन्हें गुडिया की समानता देते थे।
४)बिन्दा का काम लेखिका को किसके तमाशे जैसा लगता था ?
बाज़ीगर के तमाशे जैसा लेखिका को बिन्दा का काम लगता था।
५) बिन्दा की आँखें लेखिका को किसकी याद दिलाती थीं?
बिन्दा की आँखें लेखिका को पिंजरे में बंद चिड़िया की याद दिलाती थी।
६) बिन्दा ने तारे गिनते-गिनते एक चमकीले तारे की ओर उँगली उठाकर क्या कहा?
बिन्दा ने तारे गिनते-गिनते एक चमकीले तारे की ओर उँगली उठाकर कहा के वह रही मेरी अम्मा।
७) महादेवी वर्मा ने रात को अपनी माँ से बहुत अनुनय पूर्वक क्या कहा?
महादेवी वर्मा ने रात को अपनी माँ से बहुत अनुनय पूर्वक कहा के तुम कभी तारा ना बनना चाहे भगवान कितना ही चमकीला तारा बना दे।
८) महादेवी वर्मा किसके न्यायालय से मिलने वाले दण्ड से परिचित हो चुकी थीं?
महादेवी वर्मा पंडिताइन चाची के न्यायालय से मिलने वाले दंड के परिचित हो चुकी थी।
९) महादेवी वर्मा को किसकी पत्तियाँ चुभ रही थीं?
महादेवी वर्मा को घास की पत्तियां चुभ रही थी।
१०) किसने बिन्दा के पैरों पर तिल का तेल लगाया?
बिन्दा के पैरों पर तिल का तेल महादेवी वर्मा की मां ने लगाया
११) महादेवी वर्मा के लिए कौन त्रिकालदर्शी से कम न थी ?
महादेवी वर्मा के लिए रूकिया त्रिकालदर्शी से कम न थी।
II) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
१) महादेवी वर्मा को बिन्दा की याद क्यों आ गई?
महादेवी वर्मा के सामने एक सज्जन बैठे थे वह अपने बेटी को प्रवेश दिलाने के लिए स्कूल लेकर आए थे। उनको कहा गया कि आपने आयु ठीक नहीं भरी है। इसलिए उनका प्रवेश पत्र लौटाया गया। इस लेखिका को पता चला कि उन सज्जन की दूसरी पत्नी है। इस वक्त महादेवी वर्मा मतलब लेखिका को दो युगों से अधिक समय की धूल के नीचे दबी बिन्दा की याद आ गई
२) महादेवी वर्मा को पंडिताइन चाची का कौन सा रूप आकर्षित करता था?
महादेवी वर्मा को लाल स्याही को मोटी लकीरसा सिंदूर, आंखों में काले डोरे के समान लगने वाला काजल, चमकीले कर्णफूल गले की माला, नगदार रंगी बिरंगी चूड़ियां और घुंघरूदार बिछुए पंडिताइन चाची का यह रूप आकर्षित करता था
३) महादेवी वर्मा के कभी-कभी छत पर जाकर देखने पर बिन्दा क्या-क्या करते दिखाई देती थी?
महादेवी वर्मा जब-जब छत पर जाते थे तब तब वह बिन्दा को कभी झाड़ू लगाते हुए, फिराकनी सी नाचते हुए, कभी आग जलाते हुए, तो कभी आंगन के नल से कलसी में पानी लाते हुए, कभी नई अम्मा को दूध का कटोरा देते जाते हुए ऐसे काम करते हुए दिखाई देती थी।
४) बिन्दा अपनी नयी अम्मा से किस प्रकार डरती थी?
बिन्दा को जब-जब पंडिताइन चाची का स्वर कान में सुनाई देता था तब वह चौंक जाती थी, उसका सारा शरीर थरथरा उठता था। वह कांपने लगती थी।
५) महादेवी वर्मा ने दोपहर के समय सबकी आँख बचाकर बिन्दा के घर पहुँचने पर क्या देखा?
महादेवी वर्मा जब दोपहर को बिन्दा के घर पहुंच गई तब उन्होंने यह देखा कि सुनसान खंड में बिन्दा अकेली खटिया पर पड़ी थी। बिन्दा को ऐसे दिखते ही महादेव वर्मा की आंखें दास गई। उनका मुख न जाने कैसा हो गया था। वह चारों ओर देखने लगी थी। बिन्दा ने उनको देखकर यह संकेत किया कि नई अम्मा मोहन के साथ ऊपर के हिस्से में रहती है।
६) बिन्दा के घर के सामने भीड़ देखकर लेखिका के मन में क्या विचार आने लगे?
बिन्दा के घर के सामने बहुत भीड़ जमा हो गई थी जब महादेवी वर्मा ने यह भीड़ देखी तो उन्होंने यह सोचा कि पंडित जी का विवाह तो पंडिताईन से हो चुका है। मोहन भी अभी बहुत छोटा है। अभी शायद बिंदा का विवाह हो रहा होगा और बिंदा ने मुझे बताया तक नहीं। महादेवी वर्मा खुद को अपमानीत महसूस करने लगी और बिन्दा को अपने घर के किसी भी शुभ कार्य में ना बुलाने की ठान ली।
(III) निम्नलिखित वाक्य किसने किससे कहे ? “
(१) ‘क्या पंडिताइन चाची तुम्हारी तरह नहीं है?
महादेवी वर्मा ने मां से पूछा।
२) ‘वह रही मेरी अम्मा ।’
बिन्दा ने लेखिका महादेवी वर्मा से कहा।
३) ‘तुम कभी तारा न बनना, चाहे भगवान कितना ही चमकीला तारा बनायें।”
महादेवी वर्मा ने मां से कहा।
IV) ससंदर्भ स्पष्टीकरण कीजिए।
१) ‘उठती है या आऊँ’, ‘बैल के से दीदे क्या निकाल रही है’, ‘मोहन का दूध कब गर्म होगा’, ‘अभागी मरती भी नहीं आदि।
प्रसंग. यह गद्यांश साहित्य वैभव इस पाठ्य पुस्तक के बिंदा नामक पाठ से लिया गया है। इस पाठ के लेखिका महादेवी वर्मा है।
संदर्भ. यह बातें पंडिताइन बिंदा को सुनाती है।
स्पष्टीकरण. सर्दी के दिन थे इन दिनों में लेखिका आराम से उठती है, गर्म पानी से हाथ मुंह धो लेती है, गर्म कपड़े पहनती है, गरम-गरम दूध उसे पिलाया जाता है। तब पड़ोस के घर में जो पंडिताइन रहती है वह अपने बेटी से कहती है कि अरे अभागी तू अभी तक नहीं उठी… जल्दी से जा और दूध लेकर आ…. अभागी मर भी नहीं जाती।
२) तुम नयी अम्मा को पुरानी अम्मा क्यों नहीं कहती, फिर वे न नयी रहेंगी और न डॉटंगी।”
प्रसंग. यह गद्यांश साहित्य वैभव इस पाठ्य पुस्तक के बिंदा नामक पाठ से लिया गया है। इस पाठ के लेखिका महादेवी वर्मा है।
संदर्भ. बिन्दा लेखीका मतलब महादेवी वर्मा से कहती है वह देखा तारा, वह मेरी मां है। वह मुझे ऊपर से देखती हैं और वह घर में है, जो सज धज रहती है वह मेरी नई अम्मा है।
स्पष्टीकरण. सौतेली मां बिंदा के ऊपर जो अत्याचार कर रही थी जो रौब झाड़ रही थी उसे देखकर लेखक को बहुत बुरा महसूस होता है। जब बिंदा लेखिका से कहती है कि जो मेरी अम्मा थी वह अब तारा बन गई है और घर में जो सजी-धजी रहती है वह मेरी नई अम्मा है। तब लेखिका बिंदा से कहती है कि तुम नहीं अम्मा को पुरानी अम्मा क्यों नहीं रहती फिर वे नई नही रहेगी और ना तुम्हें डाटेगी।
३). पंडिताइन चाची के न्यायविधान में न क्षमा का स्थान था, न अपील का अधिकार ।
प्रसंग. यह गद्यांश साहित्य वैभव इस पाठ्य पुस्तक के बिंदा नामक पाठ से लिया गया है। इस पाठ के लेखिका महादेवी वर्मा है।
संदर्भ. बिन्दा की जो नई मां थी वह उसके ऊपर सिर्फ रौब झाड़ती थी। बिन्दा के लिए उसके मन में कोई ममता का नहीं थी।
स्पष्टीकरण. एक दिन बिन्दा दूध कर कर रही थी। तब दूध गर्म होकर पतीले से बाहर निकलने लगा। बिन्दा ने उसे पतीले को नीचे उतरने की कोशिश की लेकिन वह गर्म दूध उसके पैरों पर गिर गया और उसके पैर जलने लगे। लेकिन वह अपनी नई मां के पास नहीं गई। वह अपने सहेली लेखिका के पास गई। लेखिका के मा ने उसके पैरों में तिल का तेल लगा दिया। जब बिन्दा अपने घर गई तब पंडिताइन ने उसे डांटना मारना शुरू कर दिया। इससे यही लगता है की पंडिताइन चाची के न्याय विधान में ना क्षमता का स्थान था न अपील का अधिकार।
V) कोष्ठक में दिए गए कारक चिन्हों से रिक्त स्थान भरिए:
(को, की, पर, से)
१) बिन्दा की समस्या का समाधान न हो सका ।
२) बिन्दा को मेरा उपाय कुछ जचा नहीं।
३) उसके घर जाने से मां ने मुझे रोक दिया था।
४) चूल्हे पर चढ़ना दूध उफना जा रहा था।
VI) अन्य लिंग रूप लिखिए:
भिखारिन, पंडिताइन लेखिका, बैल, चाची, नाना, दादी, विद्यार्थिनी, बालिका ।
भिखारिन – भिखारी
पंडिताइन – पंडित
लेखिका – लेखक
बैल -गाय
चाची – चाचा
नानी – नाना
दादी – दादा
विद्यार्थिनी – विद्यार्थी
बालिका – बालक
VII) अन्य वचन रूप लिखिए:
बच्चा, कोठरी, सीढ़ी, मुद्रा, पंखा, दरवाजे, उँगली ।
बच्चा – बच्चे
कोठरी – कोठारिया
सीढ़ी – सीढ़िया
मुद्रा – मुद्राएं
पंखा – पंखे
दरवाजे – दरवाजा
उंगली – उंगलियां
VIII) विलोम शब्द लिखिए:
दुर्बल, स्पष्ट, ज्ञात, मृत्यु, स्वर्ग, पुण्य, सुन्दर, न्याय, पराजय, स्वाभाविक, ऊपर।
दुर्बल – सबल
स्पष्ट – अस्पष्ट
ज्ञात – अज्ञात
मृत्यु – जन्म
स्वर्ग – नरक
पुण्य – पाप
सुंदर – कुरूप
न्याय – अन्याय
पराजय – जय
स्वाभाविक – अस्वाभाविक
ऊपर – नीचे
Also See: Previous Chapter No. 3 Question answer