जल प्रदूषण | Water Pollution in Hindi | Hindi Essay | Water Pollution Essay in Hindi.
जल प्रदूषण की समस्या पूरे विश्व की समस्या है। पृथ्वी पर 71% पानी है पर पीने लायक पानी सिर्फ 3% है, जो प्रदूषित हो रहा है। मनुष्य कई दिनों तक भोजन के बिना रह सकता है पर पाणी के बिना नहीं रह सकता। मनुष्य की दिन की शुरुआत बिना पाणी की हो ही नहीं सकती। जल का इस्तेमाल मनुष्य को कई जगह पर करना पड़ता है जैसे पीने, धोने, नहाने , घर के सभी कामों के लिए, औद्योगिक इस्तेमाल, खेती के लिए, स्विमिंग पूल आदि के लिए। मनुष्य जल का इस्तेमाल तो करता है पर उसे प्रदूषित भी बहुत ज्यादा करता है।
मनुष्य जल प्रदूषण के लिए प्रमुख जिम्मेदार है। क्योंकि मनुष्य अपने घर का खराब कूड़ा कचरा नदी में बहा देता है जिस वजह से जल प्रदूषण होता है. कई सारी कंपनियों का खराब जहरीला पाणी नदी में छोड़ा जाता है जिस वजह से पाणी दूषित होता है। कंपनियों के खराब पाणी की वजह से नदी में रहने वाले जलचर जिओ का जीवन भी खतरे में आ गया है। नदी का प्रदूषित पानी अगर जानवरों ने पिया तो उनका भी जीवन धोखे में आ जाता है। मनुष्य ने अगर नदी का प्रदूषित पाणी पिया तो मनुष्य के शरीर में खतरनाक रसायन और दूसरे प्रदूषित प्रवेश करेंगे जिस वजह से मनुष्य के तबीयत में बिगड़ आ जाता है। इस कारण मनुष्य का जीवन खतरे में आ सकता है। किसान खेती करते समय नदी के पानी का इस्तेमाल धान उगाने में बहुत ज्यादा मात्रा में करता है कई सारा पाणी खेतों में बाहर चला जाता है और फिर से नदी में ही मिलता है और इस पाणी में किसान ने इस्तेमाल किया हुआ खतरनाक कीटकनाशक और रसायन पानी में बहता हुआ नदी में मिल जाते हैं जिस वजह से जल प्रदूषण होता है।
बढ़ते जल प्रदूषण को जल्द से जल्द रोका नहीं गया तो हमारी अगली पीढ़ियों को पीने के लिए पाणी नहीं रहेगा। हम सभी को जितना हो सके उतना पाणी को बचाना चाहिए बिना कारण के पाणी को बहाना नहीं चाहिए। नदियों का पाणी प्रदूषित ना हो इसलिए सरकार ने काफी कदम उठाए है जैसे गंगा बचाओ , जल बचाओ जीवन बचाओ इन जैसे प्रकल्प चलाए हैं। जल प्रदूषण को सभी को मिलकर रोकना चाहिए। हम सभी का दायित्व है कि जल प्रदूषण से पृथ्वी को बचाए।
For more Essay follow this page – Hindi Essay