Debate Topic on सरकार को नौकरी सृजन से ज्यादा स्टार्टअप के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए in Hindi
On this page we have given a article on Debate in Hindi for Students. The name of the topic is सरकार को नौकरी सृजन से ज्यादा स्टार्टअप के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए Debate – क्या शहरी जीवन ग्रामीण जीवन से बेहतर है?
भारत देश जिसे सोने की चिड़िया कहा जाता है लेकिन आज यहां पर बेरोजगारी यह एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है। आज बहुत सारे युवा बेरोजगार घर पर बैठे हुए हैं। अच्छे शिक्षा लेकर भी उन्हें आज नौकरियां नहीं मिल रही। उनके पास पैसे कमाने का कोई साधन नहीं है। भारत देश पर डेढ़ सौ साल अंग्रेजों ने राज्य किया था उन्होंने भारत की पूरी अर्थव्यवस्था उथल-पुथल कर दी और इसके बाद आज तक वह संभाल नहीं पाई है। 150 वर्ष भारत पारतंत्र में रहने की वजह से भारत देश आज भी कई समस्याओं से जूझ रहा है। इनमें से एक यह समस्या है कि बेरोजगारी और बेरोजगारी का दर दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।
बेरोजगारी के लिए तेजी से बढ़ती हुई आबादी, शिक्षा से वंचित रहना, गलत शिक्षक प्रणाली, रोजगार की कमी, कौशल ना होना यह सब कारण है।
आज के जो युवा है वह नौकरियां पूछते हैं लेकिन उन्हें उनके अनुरूप नौकरी नहीं मिलती। कई युवा सरकारी नौकरियों के लिए बहुत मेहनत करते हैं लेकिन उन्हें उसमें यश नहीं मिलता फिर यह लोग निजी कंपनियों की तरह चलते हैं लेकिन वहां पर कभी-कभी काम के अनुरूप वेतन नहीं मिलता।
जो लोग बेरोजगार है उन लोगों के लिए सरकार नौकरियां प्रदान करता है, इसे रोजगार शुरू चांदी कहा जाता है। यहां नौकरियां युवाओं को स्थिरता प्रदान करती है। हर महीने इस नौकरियों से युवाओं को एक विशिष्ट आय प्राप्त होती है। इस ए का उपयोग वह अपने परिवार का खर्च चलाने के लिए पैसे बचत करने के लिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए करते हैं। नौकरी सूजन इसका उद्देश्य बेरोजगार लोगों को नौकरियां प्रदान करना यह है।
नौकरियां मिलने से बेरोजगारी काम हो जाती है। इससे हमारे देश का आर्थिक विकास भी होता है। और यही विकास हमारे देश को आगे ले जाता है। नौकरी सृजन की वजह से बेरोजगारी गरीबी कम होती है। कई बार जिनके पास नौकरी या नहीं होती है वे लोग अपराधी बन जाते हैं। अगर नौकरी मिल जाती है तो विशिष्ट उत्पन्न मिल जाता है और इससे अपराधों में भी कमी में आ जाती है। अर्थव्यवस्था स्थिर होने लगती है, युवाओं का विकास होता है, लोग अपने आप को बेहतर से बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं, जितनी नौकरियां निकलती है उतनी ही बेरोजगारी भी कम होती जाती है।
अगर यही बेरोजगार लोग अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करते हैं तो उसके भी अपने फायदे हैं। स्टार्टअप शुरू करने के लिए वह खुद की आईडिया लेकर इस बाजार में आते हैं। जो युवा स्टार्टअप करने पर विश्वास रखते हैं वह देश के विकास में महत्वपूर्ण होते हैं। यह रोजगार का स्रोत निर्माण करते हैं। खुद के लिए और दूसरों के लिए भी। इनकी वजह से नई-नई नौकरियां आती है। स्टार्टअप की वजह से बेरोजगारी भी काम हो सकती है।
कई हुआ स्टार्टअप करने का विचार करते हैं लेकिन उनके पास उद्योगों में निवेश करने के लिए रकम उपलब्ध नहीं होती। कभी-कभी कभी-कभी जो आईडिया तुम्हारे दिमाग में होते हैं उसके लिए हमें आसपास के मार्केट रिसर्च करना पड़ेगा। हम जहा पर उद्योग शुरू कर रहे हैं वहा पर उद्योग के लिए जनशक्ति कितनी है वह भी देखना होगा। बजट तैयार करना पड़ता है।
सरकार को नौकरी सृजन से ज्यादा स्टार्टअप के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए । क्योंकि जब लोग अपना स्टार्टअप शुरू करेंगे तो कई ज्यादा रोजगार की निर्मिती होगी। यह नौकरियां सरकार के अंतर्गत नहीं आती इसीलिए सरकार पर इन नौकरियों की जिम्मेदारी नहीं रहेंगी। लेकिन नौकरियां सीमित ही निकलती हैं और उन सबकी जिम्मेदारी हमें सरकार पर ही होती है। सरकार पर ही इनके वेतन, भत्तों की जिम्मेदारी आती है और सरकारी तिजोरी पर इसका भार आता है। सरकार अगर स्टार्टअप के विकास पर अपना ध्यान केंद्रित करती है तो इससे बेरोजगारी की समस्या भी हल हो सकती हैं। अपने देश का विकास भी होता है। लोगों में जो कौशल होता है वह दिखाई देता है। इससे अर्थव्यवस्था बढ़ने में भी मदद होती है। इस वजह से सरकार को हमेशा स्टार्टअप के विकास पर ही अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए क्योंकि इसी पर सरकार और अन्य लोगों का भी फायदा होता है। सरकार भी स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं को बहुत प्रोत्साहित कर रही है। उनको आगे बढ़ाने में प्रयत्नशील है अगर ऐसा ही होता रहा तो अपना देश विकास की ओर बढ़ जाएगा। बेरोजगारी की समस्या तो दूर हो जाएगी।
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