On this page we have given a article on Debate in Hindi for Students. The name of the topic is बेहतर भविष्य के लिए सिर्फ व्यवहारिक विषयों (गणित, विज्ञान, अर्थशास्त्र) की पढ़ाई होनी चाहिए
Debate – बेहतर भविष्य के लिए सिर्फ व्यवहारिक विषयों (गणित, विज्ञान, अर्थशास्त्र) की पढ़ाई होनी चाहिए
हमारी सबसे पहली और सबसे बड़ी गुरु अपनी मां होती है बोलना सिखाती है चलना सीखा टी। लेकिन जब हम स्कूल जाने लगते हैं तो हमें हर एक विषय के लिए अलग-अलग शिक्षक दिए जाते हैं। स्कूल में हमें अपने मातृभाषा के साथ हिंदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, राज्यशास्त्र, व्यक्तित्व विकास, कार्यानुभव, शारीरिक शिक्षण यह विषय भी सिखाए जाते हैं । हमारे लिए सारे विषय की महत्वपूर्ण होने चाहिए। क्योंकि सभी विषयों से हमें कुछ ना कुछ सीखने के लिए मिलता है। किसी विषय का महत्व कम नहीं होता या कोई विषय ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं होता। अगर हमें किसी एक विषय में रुचि है तो हम इस विषय को लेकर अपना भविष्य बना सकते हैं अपने में भविष्य में आगे बढ़ सकते हैं। यह सभी विषय हमें अपना व्यक्ति महत्व बनाने के लिए मदद करते हैं। अगर हम ध्यान से सीखे तो सभी विषय योग अच्छा अध्ययन करने से हमारी क्षमता बढ़ती है हमें नई-नई बातों का पता चलता है।
मातृभाषा जब हम सीखते हैं तो हमें हमारी मातृभाषा की अधिक जानकारी मिलती है नए-नए कवि लेखक इनके बारे में पता चलता है। हमारी मातृभाषा के नए-नए शब्दों की जानकारी हमें मिलती है। इसी तरह गणित से अंकों के बारे में जानकारी मिलती है। हिंदी यह हमारी राज्य भाषा है। पूरे भारत में यह एक ही भाषा ऐसी है जो बोली जाती है। व्यक्तित्व विकास इस विषय से हमें नीति मूल्य का पता चलता है। व्यक्तिमत्वक विकास इसका अर्थ है अपने आप का विकास करना किस तरह से बोलना चाहिए किस तरह से चलना चाहिए अपने अंदर कौन-कौन से गुण होने चाहिए इन बातों की जानकारी हमें यह विषय देता है। इतिहास से हमें पता चलता है कि भारत का इतिहास कितना प्राचीन है और कितना महान है। देश के लिए कितने लोगों ने अपनी जान दी है । कितने लोग अपने महान बुद्धिमता की वजह से आज भी हमने बसते हैं। भूगोल की वजह से हमारे देश मैं जो भी विविधता है उसके बारे में हमें पता चलता है। इसके साथ-साथ यह पृथ्वी कितनी विशाल है और इस पर कितनी रोचक बातें हैं यह भी हमें इसी विषय के माध्यम से पता चलता है। विज्ञान से हमें नहीं और पुराने संशोधन के बारे में पता चलता है इसके साथ-साथ किस किसने कौन कौन से खोज किए हैं और उनका हमें फायदा क्या है यह भी हमें विज्ञान इस विषय से ही पता चलता है। अंग्रेजी यह ऐसी भाषा है जो एक देश में ही नहीं कई देश में बोली जाती है इसलिए यह भाषा हमारे लिए महत्वपूर्ण रहती है।
लेकिन आज हमें सिर्फ गणित विज्ञान और अर्थशास्त्र यही विषय ज्यादा पढ़ाई जाते हैं। इन विषयों पर सभी लोग ज्यादा ध्यान देते हैं। इन विषयों में बहुत ज्यादा समस्याएं होती है यह विषय समझने के लिए बहुत कठिन होते हैं यह बात मालूम है लेकिन विषयों पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है। हमारे आसपास के क्लास में भी हमें गणित अर्थशास्त्र और विज्ञान यही तीन विषय सिखाए जाते हैं। इन विषयों में चुनौतियां बहुत होती है और बहुत ज्यादा कठिन होती है। इसीलिए इन विषयों पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो गया है पोस्ट ऑफ लेकिन इन विषयों पर ध्यान देते वक्त हमें बाकी के विषयों की पढ़ाई भी करनी चाहिए। क्योंकि बाकी के विषयों से भी हमें बहुत सारी महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है और यह जानकारी भी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण होती है। सिर्फ इन्हीं तीन विषयों पर हम ज्यादा ध्यान देंगे तो बाकी के विषय में हम पीछे रह जायेंगे। बाकी के विषय में हमें अंक तो कम मिलेंगे ही लेकिन हमारे बुद्धिमता का विकास नहीं होगा। हम जनरल नॉलेज में पीछे रह जाएंगे।
हर एक विषय बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए जरूरी होता है। जब सभी विषय अच्छी तरह से सिखाए जाएंगे तभी बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा। सभी विषय हमारे लिए भविष्य में उपयोगी होते हैं। कोई भी विषय कम महत्वपूर्ण नहीं होता। इसमें हमें हमारी रुचि का भी ध्यान रखना होता है। हमारी जिन विषयों में रुचि है अगर इस विषय को लेकर हमें आगे बढ़ाना है अपना भविष्य बनाना है तो हमें इसका अभ्यास अच्छी तरह से करना होता है। गणित अर्थशास्त्र और विज्ञान यही विषय भविष्य बनाने के लिए मदद करते हैं यह धारणा गलत है। इसीलिए पाठशाला में सभी विषयों की अच्छी शिक्षा बच्चों को देना जरूरी होता है।
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