Chhattisgarh State Class 6 Hindi Chapter 2 एक टोकरी भर मिट्टी Solution
Chhattisgarh State Board Class 6 Hindi Chapter 2 एक टोकरी भर मिट्टी Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
एक टोकरी भर मिट्टी
1.) जमींदार, विधवा से झोपडी हटाने के लिए क्यों कह रहा था?
जमींदार को अपने पैसों पर अपने आलीशान महल पर बहुत अभिमान था। उस महल के पास उस विधवा महिला की झोपड़ी खड़ी थी। लेकिन उस झोपड़ी की वजह से उस महल की शोभा जा रही है, ऐसा उस जमींदार को लगता था। इसीलिए विधवा को झोपड़ी हटाने के लिए जमींदार ने कहा।
2.) जमीदार ने झोपड़ी पर कब्जा करने के लिए कौन-सी चाल चली?
जमींदार में विधवा की झोपड़ी पर कब्जा करने के लिए जमींदारी चाल चली।
3.) विधवा की झोपड़ी से कौन सी यादें जुड़ी हुई थी जिसके कारण वह झोपड़ी छोड़ना नहीं चाहती थी।
वह विधवा बुढ़िया उस झोपडी पर कई सालों से रहती थी वह झोपड़ी उस जगह पर कई जमाने से थी। उसका पति और इकलौता पुत्र भी उस झोपड़ी में मर गए थे। पतोहू भी एक पांच बरस की कन्या छोड़कर चल बसी थी। अब यही पोती उस विधवा का आधार थी। यह यादें विधवा की उस झोपड़ी से जुड़ी हुई थी।
4.) विधया की पोती ने खाना-पीना क्यों छोड़ दिया था ?
जमींदानी उसे बुढ़िया की झोपड़ी हथिया ली थी। उस दिन से उसे बुढ़िया के पोती ने खाना पीना छोड़ दिया था।
5.) बुढ़िया झोपड़ी में से एक टोकरी मिट्टी क्यों ले जाना चाहती थी?
जबसे उस विधवा की झोपड़ी जमींदार ने हथिया ली थी, तब से उसकी पोती कुछ नहीं खा रही थी। इसीलिए उस बुढ़िया ने सोचा की झोपड़ी से एक टोकरी मिट्टी लेकर अगर उसका बहुत चूल्हा बनाएं और उस पर रोटी पकाए तो उसकी पोती खाना खाएगी।
6.) विधवा द्वारा टोकरी उठाने को कहने पर जमीदार नौकर से न कहकर खुद टोकरी क्यों उठाने लगे?
उस विद्वान ने जमींदार को कई बार विनती की थी उसने उसे जमींदार के हाथ पांव जोड़े थे, लेकिन उसे जमींदार को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा। इसके कारण उन्होंने नौकर को न कह कर वह विधवा की टोकरी खुद उठाने चले गए।
7.) जमीदार को विधवा के सामने क्यों लज्जित होना पड़ा?
जमींदार विधवा की टोकरी उठाने के लिए गया था लेकिन बहुत टोकरी उससे उठाई नहीं गई। इस बात के लिए विधवा के सामने बहुत लज्जित हो गया।
8.) “आपसे एक टोकरी भर मिट्टी नहीं उठाई जाती और इस झोपड़ी में तो हजारों टोकरियाँ मिट्टी पटी है। विधवा के इस कथन के पीछे क्या भाव रहा होगा?
जब उस विधवा ने उस जमींदार से कहा कि इस टोकरी को उठाने में मेरी मदद कीजिए। तब वह जमींदार उस टोकरी को उठाने के लिए गया। लेकिन उसे वह टोकरी उठाई नहीं गई। तब उस विधवा ने उस जमींदार से पूछा आप एक टोकरी मिट्टी उठा नहीं पाए, लेकिन इस झोपड़ी में तो हजारों टोकरी मिट्टी है। आप इसका भार कैसे उठा पाएंगे कृपा करके इस पर विचार कीजिए।
9.)कहानी का शीर्षक एक टोकरी भर मिट्टी की सार्थकता पर अपने विचार दीजिए।
विधवा और पोती ने जब झोपड़ी छोड़ी थी। तब से उसने कुछ खाया पिया नहीं था। इसीलिए वह विधवा झोपड़ी से एक टोकरी मिट्टी लाने के लिए गई थी। वह मिट्टी उठाते उठाते उसने अपने मन की बात उस जमींदार से कह दी। इसीलिए एक टोकरी मिट्टी यह शीर्षक उचित है।
पाठ के आगे
1.) जमींदार के द्वारा विधवा के साथ किया जाने वाला व्यवहार उचित है अथवा अनुचित ? अपने विचार लिखिए।
जमींदार के द्वारा विधवा के साथ किए जाने वाले व्यवहार बिल्कुल अनुचित है, क्योंकि वह उस झोपड़ी में बहुत सालों से रह रही थी। उसकी कई पीढ़ियां उसी झोपड़ी में गुजरी थी। अपनी गर्व के लिए, अभिमान के लिए किसी के भी भावनाओं को ठेस पहुंचाना गलत बात है। जमींदार ने उस विधवा के साथ उचित व्यवहार नहीं किया था।
2.)वकीलों का कार्य न्याय दिलाना होता है, परन्तु इस पाठ में जमींदार वकीलों की मदद से गरीब विधवा की झोपड़ी पर कब्जा कर लेता है। वकीलों द्वारा जमीदार को साथ देना उचित था या अनुचित ? लिखिए।
वकील इसलिए होते हैं कि जहां पर गलत घटना घट रही हो वहां पर जाकर उन्हें सही क्या है गलत क्या है वह बताएं। उनके साथ वह भी अगर गलत व्यवहार में शामिल हो जाए तो यह अच्छी बात नहीं हैm वकील का उस जमींदार को साथ देना बिल्कुल गलत बात थी यह अनुचित था।
3जमीदार ने विधवा की जमीन को गलत तरीके से हथिया लिया था जिसे उसने बादमें वापस भी कर दिया। जमीन वापस करने के पीछे क्या कारण रहे होगे? लिखिए।
शायद उस जमींदार को अपनी गलती का एहसास हो गया होगा। गलत काम करके हम कुछ भी हासिल नहीं कर सकते अगर हम दूसरों के साथ गलत व्यवहार करते हैं तो हमारे साथ भी गलत ही होता है। यह बात उस जमींदार को समझ में आ गई। होगी।
4.) अभावों में जिंदगी गुजारने वाले कई लोग हमारे आस-पास रहते हैं। उन्हें देखकर आपके मन में किस तरह के भाव उत्पन्न होते है? लिखिए।
जो लोग अभाव में जीते हैं वह लोग जीने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। तब उनको पेट भर खाना नसीब होता है। हमें उन्हें अलग नजर से नहीं देखना चाहिए। हमें उनके हमेशा मदद करती रहनी चाहिए लेकिन उन्हें यह जताना भी नहीं चाहिए।
भाषा से
1.) पाठ में आए इस वाक्य को देखिए “विधवा को वहाँ से निकाल दिया” । यहाँ पर किया उस गरीब स्त्री के लिए प्रयुक्त शब्द है, जिसे जमींदार ने उसकी अपनी जमीन से बेदशाल कर दिया था। सामान्य रूप से विधवा जातिवाचक संज्ञा शब्द है, जो ऐसी स्त्रियों के लिए प्रयुक्त होता है जिनका पति मर चुका हो। कभी-कभी भाषा में जातिवाचक संज्ञा का व्यक्ति वाचक संज्ञा के रूप में प्रयोग होता है जैसा कि ऊपर के वाक्य में विधवा शब्द को लेकर किया गया है जातिवाचक संज्ञा का व्यक्तिवाचक के रूप में प्रयोग के कुछ अन्य उदाहरण निम्न हैं –
1.) मैं पूरी जाने वाला हुं।
2.) पुरोहित ने कथा सुनाई।
3.) इस आदमी ने चोरी की है।
अब आप साथियों की सहायता से दस ऐसे वाक्य लिखिए जिसमे जातिवाचक संज्ञा का व्यक्तिवाचक संज्ञा के रूप में प्रयोग हुआ हो।
1.) उस लड़की ने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली।
2.) गांव में मिठाईवाला आया है।
3.) हमारे लिए शिक्षक आदरणीय है।
4.) वह नाई है।
5.) उसके पास बहुत अच्छी गाड़ी है।
6.) वह दुकानदार सच्चा है।
7.) सैनिक हमारे देश की रक्षा करते हैं।
8.) रात में चोरों ने अपना काम कर दिया।
9.) बच्चों ने परीक्षा में अच्छे अंक लाए।
10.) पुजारी जी ने मंदिर की सजावट की।
2.) संज्ञा के जिस रूप में एक से अधिक वस्तुओं का बोध हो उसे बहुवचन कहते हैं।
जैसे-
1.) सड़कों पर लोग चल रहे हैं।
2.) विद्यार्थियों को पुस्तकें दे दो।
3.) हम लोग पाठशाला जाएंगे।
हिन्दी में कई संज्ञा ऐसी हैं जिनका प्रयोग एकवचन में भी होता है और बहुवचन में भी
जैसे – बालक जा रहा है- बालक जा रहे है। ऐसे ही दो अन्य संज्ञा शब्द ढूंढकर उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
1.)मैं नानी के घर जा रहा हूं ।
हम नानी के घर जा रहे हैं।
1.)मुझे बाजार जाना हैl
हमें बाजार जाना है।
3.)नीचे दिए गए वाक्यों को बहुवचन में बदलिए।
एक आम पका हुआ है।
आम पके हुए हैं।
ख.) आदमी सुन रहा है।
आदमी सुन रहे हैं।
ग.) साधु ध्यानमग्न बैठा है।
साधु ध्यानमग्न बैठे है।
4.) पाठ में आए निम्न मुहावरों का वाक्य में प्रयोग कीजिए।
फूट-फूटकर रोना- बहुत जोर से रोना।
छोटे बच्चे फूट फूट कर रोते हैं।
बाल की खाल निकालना- बात की जड़ तक पहुंचना।
पुलिस हर बात की खाल निकालती हैं।
थैली गरम करना- पैसे खिलाना
राजू ने अपना काम अधिकारी की थैली गरम कर के करवा लिया।
आँखे खुलना- होश में आना
परीक्षा में कम अंक आतें ही रामू की आँखे खुल गई।
5.) निम्न शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए और उनका अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
घर- गृह, सदन
मुझे मेरा घर बहुत अच्छा लगता है।
आँख- नैन, चक्षू
राधा रानी के नए बहुत सुहाने हैं।
हाथ- कर, पानि
हमें अपने काम अपने हाथ से करनी चाहिए।
पुत्र- बेटा, सुत
मां बाबा को अपने बेटे पर गर्व है।
6.) निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक-एक शब्द लिखिए-
जैसे जो कभी नहीं मरता – अमर
क.) जिसका पति मर गया हो- विधवा
ख.) जिसका कोई नहीं हो – अनाथ
ग.) जो मरे हुए के समान हो-मृतप्राय
घ.) जिसका कोई सहारा न हो-बेसहारा
ख.) जिसकी तुलना न की जा सके.)- अतुलनीय
7.) आपने स्वर और व्यंजन पड़े है अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ से ग्यारह स्वर है। क, ख, ग.).).).).).).) आदि व्यंजन है।
इन शब्दों को पढ़िए-
8.) अपना, उठा, आप, इस, ओर, एक, ऊपर, ओस
इन शब्दों में आप देखेंगे देखेगी कि कहीं भी दो स्थर एक साथ नहीं आए हैं। आए आओ शब्द में दो स्वर वर्ण एक साथ आए हैं।
आप ऐसे चार शब्द सोचकर लिखिए जिनमें दो स्वर एक साथ आए हो।
1.) आए
2.) आई
3.) आइए
9.) इन शब्दों की रचना समझिए
वहीं – वहा + ही
कहीं- कहाँ+ ही
आप इसी प्रकार इन शब्दों की रचना लिखिए-
तभी- तब+ भी
सभी- सब + भी
तुम्ही- तुम + ही
अभी – अब+ भी
कभी- कब+ भी
10.) निर्धन व्यक्ति के दैनिक जीवन पर दस वाक्य लिखिए।
जो व्यक्ति निर्धन होता है वह अपना जीवन चलने के लिए बहुत मेहनत करता है। उसका घर छोटा होता है लेकिन वह मेहनत करके सुखी होता है। मेहनत करके भी वह दो वक्त की रोटी ही कमा लेता है। लेकिन उससे वह समाधानी हो जाता है। उसे किसी भी बात का अहंकार नहीं होता। वह अपना जीवन सुख चैन से बिता सकता है। अपना जीवन चलने के लिए वह दिन रात मेहनत करता है। लेकिन वह पैसे कमाने के लिए दूसरों के संकट का फायदा नहीं उठाता।