Chhattisgarh State Class 5 Hindi Chapter 3 सोन के फर Solution
Chhattisgarh State Board Class 5 Hindi Chapter 3 सोन के फर Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
सोन के फर
प्रश्न 1. खाल्हे म लिखे प्रश्न मन के जवाब लिखव ।
(क) सुखराम छेरी-पठरू चराए पर कहाँ गय रिहिस ?
सुखाराम बकरियों को चराने के लिए जंगल झाड़ियों में लेकर जाता था।
(ख) सुखराम काबर तालाबेली देत रहिस ?
सुखराम प्यास के मारे छटपटा रहा था।
(ग) सुखराम ल कोन पानी दिस ?
सुखराम को एक साधु ने अपनी दिया।
(घ) साधु के दे फर का होगे ?
साधु ने दिए हुए फल सोने के हुए हैं।
(ङ) सुखराम सोन के फर ल का करिस ?
साधु के दिए कुछ सुखाराम में खा लिए तो कुछ फल उसने रसोई घर के अलमारी में छुपा दिए।
(च) सुखराम के गोसइन के का नाव रहिस ?
सखाराम के पत्नी का नाम सुखिया था।
प्रश्न 2. सुखराम के बारे में चार वाक्य लिखव ?
सुखराम एक गरीब लड़का था। वह बकरियों को जंगल में जाकर चराता था। एक गांव में रहता था। उसका रहन-सहन बिल्कुल सादा था। उसके बीवी का नाम सुखिया था। वह अपना काम ईमानदारी से करता था।
प्रश्न 3. तुमन कहानी ल घियान लगा के पढ़े हव अब लिखव के ए बात ल कोन ह कोन ल कहिस-
(क) कस जी सुखराम तहा काबर तालाबेली देत हस ?”
साधु ने सुखाराम से
(ख) हाँ भइया एला झटकन तउल अउ मोला पइसा दे।”
सुखाराम ने सोनार से
(ग) चल तो देखा, कहाँ हे सोन के फर ?
चोरों ने सुखराम से
(घ) कस जी सुखराम कहत हे तेन बात ह सिरतोन ए?
पंचों ने चोरों से
प्रश्न 4. साधु के ए बात ल चियान लगा के पढ़व अउ खाल्डे में लिखाय प्रश्न के जवाब लिखव-
“खाए के पुरती ल खा ले बाँचही तेन ल घर के पठेरा म मढ़ा देवे। ”
(क) साधु सुखराम ल का दिस ?
साधुनाम सुखराम को चार फल देता है।
(ख) बाँचे फर ल पठेरा म राखे बर काबर कहिस ?
बचे हुए फल सोने के होने के खातिर रसोई घर के अलमारी में रख दिए।
प्रश्न 5. खाल्हे म लिखे वाक्य ल घियान देके पढ़व अउ गुन के लिखव के का होतिस-
(क) शंकर जी नइ आतिस त ?
अगर वहां पर शंकर जी नहीं आते तो सुखराम प्यास के मारे मर ही जाता।
(ख) सोन के फर ल नइ बेचतिस त ?
सुखराम अगर सोने के फल नहीं बेचता तो वे फल चारों को मिल जाते।
(ग) बइठका म चोर मन ल नइ बलातिस त ?
सुखराम को सोने के फल नहीं मिलते।
प्रश्न 6. ए लोककथा में काकर काम सबले बने लगिस ? कारन समेत पाँच वाक्य म अपन विचार लिखव ।
हमें सुखराम का काम अच्छा लगा क्योंकि वह मेहनत से पैसे कमा रहा था। अपनी बीवी बच्चों को पालने के लिए वह बहुत मेहनत कर रहा था। उसका खुद का खेत नहीं था तो वह बकरियों को चलाने के लिए जंगल में ले जाता था।
भाषा अध्ययन अउ व्याकरण
प्रश्न 1. ए शब्द मन ल बाराखड़ी अनुसार सरलग लिखव (जइसे अपन आदमी )
घाम रेंगना गड्डी दुरीहा
कुधरा सिरतोन उमचगे बिसालीन
जीव अकचका छइहा संझा
थोरिक पठेरा गरुवा काबर
अकचका, उमचगे, काबर, कुधरा, गड्डी, गरुवा, घाम, छइहा,
जीव, थोरिक, दुरीहा, पठेरा, बिसालीन, रेंगना, सिरतोन, संझा
प्रश्न 2 खाल्हे म लिखे मुखरहा अउ हाना के अर्थ लिखव अउ अपन वाक्य में उपयोग करव ।
(क) लार टपकना- स्वार्थी होना।
चॉकलेट देखते ही छोटे बच्चों के मुंह से लार टपकने लगती है।
(ख) महल बनइ- घर तैयार करना
बच्चों ने मां बाबा के लिए घर बनवा दिया।
(ग) पछीना के कमइ- मेहनत से पैसे लाना
सुखराम पसीने की कमाई से घर चलाता था।
(ड.) चोरी-ठगी- चोरी करना, धोका देना
घर के लोगों ने घर में ही चोरी करके सबको धोका दे दिया।
(घ) सकपकाना- डर में रहना
भैया को बाबा से डर लगता है।
(च) जीव छूटना – प्राण निकल जाना।
दीदी को घायल देखते ही पापा के जीव छूटने लगा।
समझव
“छेरी-पठरू” शब्द म छेरी अउ पठरू के बीच म लगे चिह्न ल योजक (जोड़ने वाला) चिह्न कहिथें। योजक चिह्न दू शब्द मन ल जोडथे। दूनो ल मिलाके एक पद बनथे फेर दूनो के अलगे महत्तम बने रहिथे छेरी-पठरू शब्द के बीच म योजक चिह्न लगाए गेहे।
इहाँ के मायने “अउ” है।
प्रश्न 3. उल्टा अर्थ वाले चार शब्द गुन के लिखव जेखर बीच में योजक चिह्न लगे होवय ।
लोककथा में कोनो – कोनो मेर एके शब्द दू बेर आए हे जइसे ‘नवा – नवा अइसना शब्द पुनरुक्त शब्द कहाथे ।
दूध – दही
गुजर – बसर
खेती -किसानी
खेत – खार
हरियर – हरियर
प्रश्न 4. चार उन पुनरुक्त शब्द लिखव अउ अपन वाक्य में प्रयोग करव जइसे नवा – नवा । सुखराम ह नवा-नवा भेंड़वा बरतन बिसाइस –
गटर -गटर
सुखराम गटर गटर पानी पीता रहा
थके – मांदे
बाबा थके – मांदे घर आते हैं।
हाथ – मुंह
बाहर से घर आते ही हाथ – मुंह धोने चहिए।
चोर – ठगी
किसीको भी चोर ठगी नही करनी चाहिए।
प्रश्न 5. खाल्हे में लिखे शब्द म स्त्रीलिंग अउ पुल्लिंग है, ओला अलग छाँट के लिखव
(छेरी, गाय, भगवान, गोसइन, कुकरा)
स्त्रीलिंग- छेरी, गाय, गोसइन
पुलिंग -भगवान, कुकरा
बरसा होइस तहाँ ले ” गाय गरुवा मन जंगल डहर एती ओती होगे।
शब्द ल समझव “गाय-गरुवा’ में दूनों शब्द के एके अर्थ है एती ओती में दूनो शब्द उल्टा अर्थ वाले हे।
प्रश्न 6. अइसने एके सरिख अर्थ वाले अउ उल्टा अर्थ वाले शब्द ले दू-दी वाक्य बनाके लिखव।
गाय – गरूवा
सभी किसानों के पास गाय – गरूवा होते है।
चोरी – ठगी
चोरी- ठगी ऐसे काम नहीं करने चहिए।