Bihar Board Class 7 Social Science History Chapter 2 नए राज्य एवं राजाओं का उदय all Question and Answers complete Solution by Neha Mam. Here you will get Bihar Board Class 7 Social Science History Solution all chapters.
Bihar Board Class 7 Social Science History Chapter 2 नए राज्य एवं राजाओं का उदय
Board |
Bihar State Board (BSEB) |
Class |
7 |
Subject |
Social Science History |
Book Name |
Atit Se Vartman |
नए राज्य एवं राजाओं का उदय
अ.) दिए गए प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखें।
1.) प्रशासन का केंद्र बिंदु कौन होता था?
प्रशासन का केंद्र बिंदु मतलब सर्वशक्तिमान राजा होता था।
2.) उत्पादकों के वर्ग में किस किसका समावेश होता था?
उत्पादकों के वर्ग में किसान पशुपालक और कर के इनका समावेश होता था।
3.) कनौज पर अधिकार स्थापित करने की इच्छा रखने वाले तीनों शक्तियों का पतन क्यों हो गया?
कन्नौज पर अधिकार स्थापित करने की इच्छा रखने वाले तीनों राज्य आपस के युद्ध में ही इतने व्यस्त हो गए कि उन्हें यह पता भी ना चला कि वे कमजोर हो गए हैं इस वजह से इन तीनों राज्यों का पतन हो गया।
4.) मुहम्मद गौरी ने अपने भारत विजय का केंद्र किस राज्य को बनाया?
मुहम्मद गौरी ने अपने भारत विजय का केंद्र पंजाब को बनाया।
5.) पालवंश का उदय किस शताब्दी में हुआ?
पालवंश का उदय आठवीं शताब्दी के मध्य पूर्वी में हुआ।
6.) पालवंश में कल के केंद्र कौन-कौन से थे?
पार्लर वंश के समय नालंदा, बोधगया, कुर्किहार यह कला केंद्र बन गए थे।
आ.) रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।
1.) राष्ट्रकूट कर्नाटक के …………….. राजाओं के अधीन थे।
राष्ट्रकूट कर्नाटक के चालुक्य राजाओं के अधीन थे।
2.) महिला शासक का सबसे जाना माना उदाहरण ……………………. की रानी का है जो दिद्दा (बड़ी बहन) के नाम से लोकप्रिय थी।
महिला शासक का सबसे जाना माना उदाहरण कश्मीर की रानी का है जो दिद्दा (बड़ी बहन) के नाम से लोकप्रिय थी।
3.)……………………………. के आक्रमणों का प्रभाव भारत पर स्थाई नहीं प्रतीत होता है।
मुहम्मद के आक्रमणों का प्रभाव भारत पर स्थाई नहीं प्रतीत होता है।
4.) चोल वंश के राजाओं में सबसे उल्लेखनीय राजा ………………….. प्रथम और उसका पुत्र राजेंद्र …………….. है।
चोल वंश के राजाओं में सबसे उल्लेखनीय राजा राजराज प्रथम और उसका पुत्र राजेंद्र चोल है।
5.) चोल राज्यों का मंदिर …………………… कार्यों का केंद्र भी था।
चोल राज्यों का मंदिर सामाजिक कार्यों का केंद्र भी था।
6.)……………………. ने जंगलों को साफ कराकर कृषि योग्य भूमि का पर्याप्त विस्तार किया।
चोल सम्राटों ने जंगलों को साफ कराकर कृषि योग्य भूमि का पर्याप्त विस्तार किया।
7.) बड़ी सिंचाई योजनाओं के लिए बांध और ………………………………… भी होते हैं जो राज्य के नियंत्रण में थे।
बड़ी सिंचाई योजनाओं के लिए बांध और अणीकट भी होते हैं जो राज्य के नियंत्रण में थे।
इ.) जानकारी लिखे।
1.) सामंत –
इस वर्ग के लोगों के कई नाम भी प्रचलित थे जैसे सामंत राय, ठाकुर, राणा और रावत। जब राजा युद्ध में किसी दूसरे राजा को हारता था तो उसके राज्यों को अपने राज्य में मिलाते थे। लेकिन ई सन 400 से लेकर ई सन 1000 के बीच के समय में जो राजा युद्ध में हार जाता था उसे अपना राज्य वापस मिल जाता था। लेकिन उसे जीतने वाले राजा की कुछ शर्ते मानने पढ़ते
थी। जो राजा हार गया है उसको यह स्वीकार करना पड़ता था कि विजई राजा उसका स्वामी है और वह उसका सेवक। विजयी राजा अधिपति कहलाता था। जो राजा पराजित हो जाता था वह सामंत कहलाता था।
2.) ग्राम स्वशासन ( चोल वंश)
गांव का स्थानीय स्वशासन चोल शासन प्रणाली की विशेषता थी। गांव की शासन प्रणालि स्वयं गांव वालों के द्वारा ही चलाई जाती थी। यह पर तीन ग्राम सभाओं का उल्लेख मिलता है।
1.) उर
2.) सभा या महासभा
3.) नगरम
ग्राम सभा गांव की अनेक समितियां चलती थी। समिति को वरियम कहा जाता था। इसके माध्यम से ग्राम सभा अपने कार्य करती थी। गांव के कार्य सार्वजनिक निर्माण सचाई सफाई यह कार्य गांव की समिति देखती थी। समिति के सदस्यों के लिए कुछ योग्यताएं निश्चित की गई थी सभा के सदस्यों का चुनाव लॉटरी द्वारा किया जाता था।
3.) पालवंश –
शताब्दी के मध्य पूर्वी भारत में पाल वंश का उदय हुआ संस्थापक गोपाल था जिसका चयन स्वयं वहन की जनता ने किया था। गोपाल के बाद धर्मपाल, देवपाल एवं महिपाल जैसे राजा हुए जिन्होंने उत्तरी भारत में एक मजबूत राज्य के रूप में उभरने का प्रयास किया।
4.) दक्षिण के राज्य –
उत्तर भारत में जैसे राज्य थे वैसे ही दक्षिण भारत में भी राज्य थे। कृष्णा नदी के उत्तर के राज्य दक्षिण पद के राज्य तथा कृष्णा नदी से दक्षिण के राज्य सुदूर दक्षिण के राज्य थे। दक्षिण के राज्यों में राष्ट्रकूट तथा चालुक्य प्रमुख थे सुदूर दक्षिण के राज्य में कर चेयर पांडे आदि प्रमुख थे। आधुनिक मदुरै क्षेत्र में चोल साम्राज्य के दक्षिण में पांड्य राज्य था। आधुनिक केरल प्रांत में चेर वश का राज्य था।
ई.) दिए गए प्रश्नों के उत्तर तीन से चार वाक्य में लिखें।
1.) जब तुर्की लोगों का आक्रमण भारत पर हुआ तो भारत के राजनीतिक स्थिति कैसी थी?
जब तुर्की राजाओं का आक्रमण भारत पर हुआ उसे समय हमारा भारत छोटे-छोटे राज्यों में बटा हुआ था। उनके आपसी संबंध अच्छे नहीं थे। उस समय कन्नौज, गुजरात, मालवा, बंगाल, कश्मीर इत्यादि कुछ प्रमुख राज्य थे। इनमें से कोई भी राज्य शक्तिशाली नहीं था। राजनीतिक एकता न होने के कारण सामंती करण प्रक्रिया जारी थी। यह सामंत अपने क्षेत्रीय चेतन तथा सैनिक शक्ति द्वारा केंद्रीय सत्ता को कमजोर करने का अवसर तलाशते रहते थे।
2.) सिंचाई के लिए कौन कौन सी पद्धतियां अपनाई जाती थीं?
सिंचाई की साधनों की रक्षा और विस्तार को पुण्य का काम माना जाता था। सिंचाई के लिए अनेक पद्धतियां अपनाई जाने लगीं थीं। उस समय सिंचाई के लिए तालाब जलाशय और कुएं का इस्तमाल होता था। वर्ष के जल को बड़े-बड़े तालाबों में एकत्रित किया जाता था। तालाब के जल को खेतों तक पहुंचाने के लिए लहरों का इस्तेमाल किया जाता था।
3.) संपूर्ण चोल राज्य को प्रशासन के सुविधा के लिए किस तरह से विभाजित किया गया था?
चोल राज्य को राष्ट्र कहा जाता था। प्रशासन की सुविधा के लिए यह राष्ट्र कई इकाइयों में विभक्त किया था जिन्हें मंडलम कहा जाता था। प्रत्येक मंडलम कोट्टम मतलब कमिश्नरी और प्रत्येक कोट्टम जिला में बटा था। हर जिला तहसील और ग्राम समूह में विभाजित किया था। मंडलम का प्रधान राजवशीय होता था। सभी अपने अपने विभाग की सूचना अपने से उपर वाले विभाग को देते हैं।
उ.) दिए गए वाक्य सही है या गलत लिखो।
1.) संपूर्ण चोल राज्य को राष्ट्र कहा जाता था।
सही
2.) दक्षिण पाठ के राज्य में राष्ट्रकूट तथा चालुक्य प्रमुख थे।
सही
3.) 1992 में तराइन कैडब्वितीय युद्ध में चोल राजा पराजित हुए।
गलत
4.) गजनी कृष्णा नदी के पास में स्थित एक छोटा सा राज्य था।
गलत
5.) तुर्क आगमन के समय भारत की सामाजिक दशा भी बहुत अच्छी नहीं थी।
सही