Short Story for Class 1 in Hindi: Story for Class 1 Standard in Hindi Language with Moral line in this page. These Hindi short stories for class 1 will help Students in their studies.
This Hindi Short Story for Class 1 Standard will help students in a new kinds of way. And also The moral for each story will give students Inspiration in their own lives.
Short Story in Hindi for Class 1:
Topic |
Short Story |
Class |
1 |
Language |
Hindi |
Short Story 1:
एक जंगल में एक खरगोश और एक कछुआ रहता था। खरगोश को अपने तेज दौड़ पर घमंड था। उसे यहां लगता के वह सबसे तेज दौड़ता है। एक दिन कछुए को खरगोश ने दौड़ने की चुनौती दी। दौड़ शुरू होने के बाद कछवा धीरे धीरे दौड़ता रहा। तथा खरगोश अपनी तेज दौड़ से आगे निकल गया। फिर उसने देखा कि कछुआ काफी पीछे रह गया। उसने सोचा कि कछुआ आने से पहले में आराम कर लेता हू। एक पेड़ के नीचे सो गया। दूसरी तरफ कछुआ धीरे धीरे चलता रहा। जब खरगोश की आंख खुली तब कछुआ जीत की रेखा तक पहुंच चुका था। इस तरह तोड़ की चुनौती कछुए ने जीत ली तथा खरगोश हार गया।
सीखा- यदि हम सतत प्रयास करते रहे तो हमें कामयाबी निश्चित मिलेंगी।
Short Story 2:
एक गांव में एक किसान रहता था। उस किसान के पाच लड़के थे। वह हमेशा आपस में लड़ते रहते थे। इसी कारण से किसान हमेशा दुखी रहता था। एक दिन उसे अपने पांचो लड़कों को एक एक लकड़ी लाने को कहा। वह पांचों एक एक लकड़ी ले आए। फिर किसान ने एक-एक कर उन्हें वह लकड़ी तोड़ने का कहा । पांचो लड़कों ने वह लकड़ी तोड़ दीl उसके बाद किसान ने उन लकड़ियों का गट्ठl बनाया।और अपने पांचो लड़कों को वह लकड़ियों का गट्ठl तोड़ने के लिए कहाl एक-एक कर अपने लड़कों के पास लकड़ियों का गट्ठl ले गया। पर पांचों में से कोई भी उसे तोड़ना सका। इस पर किसाने बताया कि अगर हम एक साथ रहे तो हमें कोई अलग नहीं कर सकता। किसान के लड़कों को समझ गया कि एकता में ही शक्ति है और वह तब से मिलजुल कर रहने लगे।
सिख – एकता में ही शक्ति होती है।
Short Story 3:
एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। वह भूखी की थी। इसलिए वह भोजन की तलाश में यहां-वहां भटक रही थी। कई समय यहां-वहां भटकने के बाद भी उसे खाने के लिए कुछ नहीं मिला। उसने अपने खाने की तलाश जारी रखें। कुछ आगे जाने के बाद उसे अंगूरों की एक बेल दिखी। बेल पर बहुत सारे अंगूर लटक रहे थे यह देख लोमड़ी के मुंह में पानी आ गया और वह अंगूर तोड़ने की कोशिशें करने लगी। लोमड़ी उछलकर अंगूर तोड़ने की कोशिश करने लगी। कई बार कोशिश करने पर भी उसके हाथ कुछ नहीं आया। तब वह खुद से बोली कि यह अंगूर खट्टे हैं इसलिए मुझे यह नहीं खाना। वह हार मान कर वहां स से चली गई।
सीख – यदि हमें कोई चीज नहीं मिलती है तो हमें उसके बारे में गलत राय नहीं बनानी चाहिए।
Short Story 4:
एक समय की बात है l एक कुत्ता रास्ते से गुजर रहा था। उसे रास्ते पर एक रोटी मिली। कुत्ता रोटी मुंह में पकड़ कर चलने लगा।चलते चलते पुल पर जा पहुंचा। पुल के नीचे पानी था। कुत्ते ने पानी में देखा तो उससे और एक कुत्ता मुंह में रोटी लिए खड़ा दिखा। वह उसी कुत्ते की परछाई थी।उसने सोचा कि क्यों ना मैं इस कुत्ते को डरा कर इसकी भी रोटी ले लूं? तो मेरे पास दो रोटियां हो जाएंगी। यह सोचकर जैसे वह भूखा उसके मुंह से रोटी निकल पानी में गिर गई।
सीख – लालच का फल हमेशा बुरा होता है इसलिए हमें लालच नहीं करना चाहिए।
Short Story 5:
बहुत समय पहले की बात है। एक घना जंगल था। उसने जंगल के बीचो बीच एक तालाब था। 1 दिन उस तालाब में एक मुंगी डूब रही थी। तालाब से बाहर निकलने की कोशिश कर रही थी किनारे पर आने की कोशिश कर रही थी। उसी समय तालाब के पास में एक कबूतर बैठा हुआ थाl उसका ध्यान मुंगी पर जाते ही उसने मुंगी के मदद के लिए एक पत्ता पेड़ के ऊपर से फेंका। उस पत्ते के सहारे वह मुंगी तालाब के किनारे तक आ गई और उसकी जान बच गई। कुछ समय बाद उसी जंगल में एक शिकारी आया। तालाब के पास एक पेड़ पर वह कबूतर बैठा हुआ थाl शिकारी ने कबूतर पर निशाना पकड़ा l शिकारी गोली चलाने ही वाला था कि मुंगी ने देखा कि शिकारी कबूतर को मारने वाला है l मुंगी तुरंत शिकारी के पैरों पर चढ़ गई। और कबूतर की जान बचाने के लिए उससे शिकारी को जोरों से काटाl शिकारी का निशाना चूक गया और गोली हवा में चली। गोली की आवाज सुनते ही कबूतर उड़ गयाl इस तरह मुंगी ने कबूतर की जान बचाई l
सीख – यदि हम दूसरों की मदद करेंगे तो दूसरे हमारी मदद करेंगे। इसलिए हमें हमेशा दूसरे की मदद करनी चाहिए।
Short Story 6:
एक घने जंगल में गुफा के अंदर एक शेर सो रहा था lशेर गहरी नींद में था। उसी समय वहां एक चूहा आया। यहां वहां खेलते खेलते चूहा उछलने लगा। शेर के पूछ पर उछलने लगा। चूहे के कारण शेर की नींद खुल गई। और उसे बहुत गुस्सा आया। शेर ने चूहे को पंजे में पकड़ लियाl और कहा कि तुम्हारी इतनी हिम्मत कि तुम जंगल के राजा की नींद खराब करो। इस पर चूहा डरा सहमा कहने लगा राजा जी मुझे माफ कर दीजिए मैं गलती से आपकी नींद खराब कर दी। आप मुझे छोड़ दीजिए। मैं आपके जरूर काम आऊंगा। इस पर राजा मुस्कुराया और कहा तुम इतने से चूहे जंगल के राजा के क्या काम होंगे? यह के शेर चूहे को छोड़ दिया। और उसे जाने दिया। कुछ समय बाद जंगल में एक शिकारी आया उसने जाल बिछाया। जाल में जंगल का राजा शेर फस गया। शेर जाल से बाहर निकालने की कोशिश करने लगा। शेर की आवाज सुनकर वाह चूहा दौड़ा चला आया। आते ही उसने जाल कुतरना शुरू कर दिया धीरे-धीरे उसने सारा जाल कुतर कर शेर को आजाद कर दिया। शेर को अपनी गलती का एहसास हुआ और शेर ने चूहे को धन्यवाद दिया।
सीख- हमें कभी किसी को छोटा नहीं समझना चाहिए।
Short Story 7:
एक समय की बात है। गर्मियों के दिन चल रहे थे। हर तरफ तालाब और नदियां सूख चुकी थी। पानी की किल्लत थी । एक कौवा बहुत प्यासा था वहां पानी की खोज कर रहा था। उसने हर तरफ पानी ढूंढा पर उसे नl मिला। जब थोड़ा आगे उड़ा तो उसे एक मटका दिखाई दिया। मटके में थोड़ा सा पानी का। कौवा ने पानी पीने की कोशिश की। पर उसकी चोट पानी तक नहीं पहुंच रही थी। तो वह सोचने लगा कि क्या करें जिससे पानी पिया जाए? उसी समय उसने एक तकिफ ढूंढ निकाली।और उसने आजूबाजू के छोटे-छोटे कंकर उठा उठा कर मटके में डाले। इस से पानी ऊपर आ गया। और कौवा पानी पीकर आराम से उड़ गया। सीख- परिस्थिति कितनी भी कठिन क्यों ना हो हमें अपना संयम नहीं खोना चाहिएl
Short Story 8:
एक समय की बात है एक घने जंगल में एक शेर रहता था। शेर बहुत खूंखार था। वह भुक ना होने पर भी जानवरों को मारता जानवरों का शिकार करता। इसी कारण से सारे जंगल में उस शेर की दहशत थी। जंगल मे जानवर के अनावश्यक शिकार के कारण जंगल में जानवरों की संख्या कम होती जा रही थी। एक दिन सारे जंगल वासियों ने एक सभा बुलाई और उसमें निर्णय किया कि हर रोज एक जानवर शेर की गुफा में जाकर उसका शिकार बनेगा। इस प्रकार दिन में केवल एक ही जानवर की मृत्यु होंगी। यह प्रस्ताव शेर ने मान्य किया। इसी तरह शेर के पास हर रोज कोई ना कोई जानवर जाता और शेर उसका शिकार कर खा लेता। इसी तरह दिन बीत गए। एक बार शेर की गुफा में जाने की बारी खरगोश की आई। खरगोश बुद्धिमान था। खरगोश शेर की गुफा में देरी से पहुंचा। इस पर शेर बहुत नाराज हूवा क्योंकि वह बहुत भूखा थाl शेर की नाराजगी पर खरगोश बोला,सरकार मुझे माफ कर दीजिए। मैं देरी से आया इसमें मेरी कोई गलती नहीं है। इस जंगल में और एक शेर आ गया है जिसने मुझे आपके पास आने से रोका था। यह बात सुनकर शेर को ओर गुस्से में आ गया। वह बोला किसी ओर शेर की इतनी हिम्मत जो वह मेरे इस जंगल में आए । शेर ने कहा चलो मुझे वह शेर दिखाओ जो मेरे इलाके में आया है। इस पर खरगोश उस शेर को एक कुए के किनारे ले गया। खरगोश ने कहा महाराज दूसरा शेर इसी कुए में रहता है। शेर ने कुएं में देखा तो उसे एक अन्य शेर कुएं में नजर आया। जो उसी शेर का प्रतिबिंब था। अन्य शेर को मारने के लिए शेर ने कुएं में छलांग लगा दी।इस तरह उस शेर का अंत हो गया। और सारे जंगल को उस खूंखार शेर से छुटकारा मिल गया। सारे जंगल वासियों ने खरगोश की बुद्धि की जमकर तारीफ की।
सिख – यदि हम बुद्धि से कार्य करें तो हम बुद्धि से बल को हरा सकते हैं। हमें कठिन समय में ना घबराते हुए संयम रखकर बुद्धि से कार्य करना चाहिए।
Short Story 9:
एक समय की बात है एक जंगल में एक शेर रहता था। शेर बुड्ढा हो गया था। इतना बूढा हो गया था कि पेट भरने के लिए शिकार भी ना कर सकता था। शिकार ना मिलने के कारण वह कमजोर भी हो गया था। शिकार के लिए नए-नए उपाय सोचने लगा। तब उसके दिमाग में एक ख्याल आया। उसके पास सोने का एक कंगन था। शेर ने वह सोने का कंगन दलदल के पास रख दिया। एक आदमी को आता देख वह कहने लगा कि यह कंगन में एक भले आदमी को देना चाहता हूं। यह कंगन मेरे कोई काम न करना है। यह सुन आदमी लालच में आ गया। उसने शेर से कहा कि यदि मैं यह कंगन उठाने आया तो तुम मुझे खा जाओगे। इस पर शेर ने उसे कहा मे बुड्ढा हो गया हूँ मैं तुम्हें कैसे खाऊंगा? शेर की इस बातों पर उस व्यक्ति ने विश्वास कर लिया लालच में आकर वह कंगन उठाने चला गया। वह कंगन उठाने जाते ही दलदल में फंस गया। मौका देखकर ने उस पर हमला कर उसका शिकार कर लिया।
सीख- दूसरों की बातों में नहीं आना चाहिए हमें हमेशा अपने विवेक का उपयोग कर ही कार्य करना चाहिए।