PSEB Class 9 Hindi Solution Chapter 12 नींव की ईट
Class 9 PSEB Hindi Chapter 12 नींव की ईट Exercise Question Answer Solution by teachers. Students of Punjab Government Board will benefit by this Hindi Guide for Class 9 PSEB नींव की ईट Textbook Questions and Answers.
क) विषय बोध।
१) निम्नलिखित प्रश्नों के एक दो पंक्तियों में उत्तर दीजिए।
१)’ नींव की ईट’ पाठ के आधार पर बताइऐ’ कि दुनिया क्या देखती है?
उत्तर:- नींव की ईट पाठ के आधार पर दुनिया चमक-दमक देखती है। ऊपर का आवरण देखती है।
२) इमारत का होना ना होना किस बात पर निर्भर करता है?
उत्तर:-इमारत का होना ना होना इमारत की, पहली ईट पर उसकी, मजबूती और पुख्तेपन पर सारी इमारत का अस्तित्व निर्भर करता है।
४) नींव की ईट ने अपना अस्तित्व क्यों विलीन कर दिया?
उत्तर:- नींव की ईट में अपना अस्तित्व इसलिए, विलीन कर दिया, कि संसार एक सुंदर सृष्टि देखकर सुंदर सृष्टि हमेशा ही बलिदान होती है।
५) ईशा की शहादत ने किस धर्म को अमर बना दिया?
उत्तर:-ईशा की शहादत ने ईसाई धर्म को अमर बना दिया है।
६) किसकी हड्डियों के दान से वृत्रासुर का नाश हुआ?
उत्तर:-उन्होंने इतिहास में स्नान किया है उनकी हड्डियों के दान से वृत्रासुर का नाश हुआ।
७) लेखक के अनुसार सत्य की प्राप्ति कब होती है? उत्तर:- लेखक के अनुसार सत्य की प्राप्ति जब जिसे देख नहीं सके वह सत्य नहीं है। मूल धारणा ढूंढने से ही सत्य मिलता है। जो धर्म से लेखक ने उचित बताया है।
८) पाठ में लेखक ने ‘दाधीजी ‘तथा,’वृतासुर’ शब्द किसके लिए प्रयुक्त किए हैं?
उत्तर :-पाठ में लेखक ने ‘दाधीजी ‘तथा ‘वृत्रासुर’शब्द नौजवानों के लिए प्रयुक्त किए हैं।
२) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन-चार पंक्तियों में लिखिए।
१) नींव की ईट और कंगूरे की ईट ट दोनों क्यों वंदनीय है?
उत्तर : नींव की ईट दोनों वंदनीय है ,क्योंकि नींव की ईट कट – छांट कर कंगूरे पर चढ़ती है ,और बरबस लोग नौजवान को अपनी ओर आकृष्ट करती है। जो जमीन के सात हाथ नीचे जाकर गड गई और हर इमारत की पहली ईट बनी और जो ईट जमीन में इसलिए गिर गई कि दुनिया को इमारत मिले। जो ईट सब ईट से ज्यादा पक्की थी। जो ऊपर लगी होती,तो कंगूरे की शोभा सौगुना कर देती।
२) नींव की ईट पाठ के आधार पर सत्य का स्वरूप स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:-ठोस ‘ सत्य ‘सदा ,शिवम होता है। वह हमेशा ‘सुंदरम ‘भी हो, यह आवश्यक नहीं। सत्य कठोर होता है कठोरता और भद्देपन साथ -साथ जन्मा करते हैं,जिया करते हैं।हम कठोरता से भागते हैं, भद्देपन से मुख मोड़ते हैं इसलिए सत्य से भी भागते हैं।
३) देश को आजाद करवाने में किन लोगों का योगदान रहा? पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए।
उत्तर:-शहादत और मोन- मुक !जिस शहादत को शुहरत मिली। जिस बलिदान की प्रसिद्धि प्राप्त हुई लेखक के लिए ईसाई धर्म को अमर बनाया उन लोगों ने, जिन्होंने उस धर्म के प्रचार में अपने को अनाम उत्सव कर दिया ।उनके नाम शायद ही कहीं लिखे गए हो।
४) आजकल के नौजवानों में कंगूरा बनने की होंड़ क्यों मची हुई है?
उत्तर:-आजकल के नौजवानों में कंंगूरा बनने की होड़ मची हुई है । नींव की ईट बनने की एक कामना लुप्त हो रही है ।सात लाख गांव का नवनिर्माण और हजारों शहरों और कारखानो का नवनिर्माण कोई संभव नहीं कर सकता ।जो एक नई प्रेरणा से अनुप्राणित है। एक नई चेतना से अभिभूत है।
५) नए समाज के निर्माण के लिए हमें किस चीज की आवश्यकता है ?
उत्तर :-सदियों के बाद नए समाज की सृष्टि की और हमने पहला कदम बढ़ाया है। इस नए समाज के निर्माण के लिए हमें ‘नींव की ईट’ चाहिए। उदय के लिए आतुर हमारा समाज चिल्ला रहा है। हमारी नींव की ईट कहां है ?देश के नौजवानों ने चुनौती स्वीकार की है।
३) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर छह या सात पंक्तियों में दीजिए।
१) नींव की ईट पाठ के आधार पर बताए कि समाज की आधारशिला क्या होती है ?
उत्तर :-समाज की आधारशिला है की शहादत और मौन- मुक! जो समाज के लिए जरूरी है ईशा का की शहादत ने ईसाई धर्म को अमर बना दिया, पर लेखक के मते ईसाई धर्म को अमर बनाया उन लोगों ने जो धर्म के प्रचार में अपने को अनाम उत्सर्ग कर दिया ।उसमें से कितने जिंदा जलाए।शुली पर चढ़ाए गए ।कितने वन – वन की खाक छानते जानवरों के शिकार हुए, कितने उससे भी भयानक भूख – प्यास के शिकार हुए पर इसाई धर्म के पुण्य – प्रताप से फल-फूल रहा है। शिरजा धर के कलश उन्हीं की शहादत से चमक रहे हैं। हमारा देश आज उनके बलिदान के कारण जिन्होंने इतिहास मैं स्थान लिया है।
३) आज देश को कैसे दो जवानों की जरूरत है? पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए।
उत्तर :- जरूरत है ऐसे नौजवानों की जो इस काम में अपने को चुपचाप खफा दे। जो एक नई प्रेरणा से अनुप्राणित हो,एक नई चेतना से अभिभूत हैं, जो शाबाशियो से दूर हो, दलबंधुयो से अलग हों। जिन में कंगूरा बनने की कामना न हों। कलश कहलाने की जिन में वासना न हो। सभी कामनाएं एवं सभी वासना से दूर हो। ऐसे नौजवानों की आज हमारे देश को जरूरत है।
३) निम्नलिखित पंक्तियों के आशय स्पष्ट कीजिए।
* सुंदर समाज बने इसीलिए कुछ तपे – तपाए लोगों के मौन- मुक।शहादत का लाल सेहरा पहना है।
आशय:- हमारे समाज को सुंदर बनाने के लिए ,वतन को बचाने के लिए ,नौजवान या सीमा पर रहने वाले शीपाई अपने आप को शहीद करते हैं।नौंजवान देश के लिए बलिदान देते हैं।
* हम जिसे देख नहीं सके, वह सत्य नहीं है ।यह हैं मूढ धारणा ।ढुंढने से ही सत्य मिलता है। ऐसे नीवं की ईंटों की ओर ध्यान देना ही हमारा काम है, हमारा धर्म है।
आशय :- इस पंक्तियों का आशय लेखक ने बताया है, कि हम जिसे देख नहीं सकते वह सत्य नहीं होता। जो हमें दिखाई देता है वह एक धोरन हैं।हम सत्य देखे तो सत्य मिलता है। हमें सत्य के लिए सच ,जो है उस पर ध्यान देना चाहिए। वही हमारा धर्म है।
* उदय के लिए आतुर समाज चिल्ला ला रहा है ।हमारे नांव की ईट किधर है ?देश के नौजवानों को यह चुनौती है।
आशय:- समाज का भला होने के लिए या समाज को सुंदर बनाने के लिए। समाज आंदोलन कर रहा है ।अपने भाव बता रहा हैं,कि नौजवानों को चुनौती दे रहा हैं।
(ख) भाषा बोध।
१) निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग तथा मूल शब्द अलग अलग करके लिखिए।
शब्द उपसर्ग मूल शब्द
आवरण आ + वरण
प्रताप प्र + ताप
प्रचार प्र + चार
बेतहाशा बेत + हाशा
प्रसिद्धि प्र + सिद्धि
अभिभूत अभी + भूत
अनुप्राणित अनु + प्राणित
आकृष्ट आ + कृष्ट
२) निम्नलिखित शब्द के प्रत्यय तथा मूल शब्द अलग कीजिए।
शब्द मूल शब्द प्रत्यय
मजबूती मजबूत + ई
भद्दापन। भदृ। + आपन
पायदारी पायदान + ई
विदेशी विदेश + ई
चमकीली चमकील + ई
पुख्तापन पुख्त + आपन
कारखाना
सुनहली सुनहल + ई
३) निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ समझकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
मुहावरे अर्थ
१) नींव की ईट बनना – काम का आधार बनना।
वाक्य:- बेटियां बड़ी होकर मां की नींव की ईट बनती है।
२) शहादत का लाल – बलिदान देने वाला व्यक्ति।
वाक्य:- वतन के लिए जवान सीमा पर शहादत के लाल बनते हैं।
३) सेहरा पहनना – सर्वस्व बलिदान देना।
वाक्य:-वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने देश के लिए सेहरा पहना था।
४) खाक छानना – बहुत ढूंढ़ना, मार मारा फिरना।
वाक्य:- कविता का सोने का हार खाक छानने पर नहीं मिला।
५) फल ना – फूलना। सुखी व संपन्न होना।
वाक्य:- पूजा अपने गांव जाकर अपने पति और बच्चों के साथ फल फूल गई हैं।
६) खफा देना – किसी काम में लग जाना ,उपयोग में आना।
वाक्य:-बिना काम के वस्तु को मीरा ने झुंबर बनाने में खपा दिया।
४) निम्नलिखित वाक्यों में विराम चिन्ह लगाएं?
१) कंगूरे के गीत गाने वाले हम आइए अब नींव के गीत गाए
उत्तर:- कंगूरे के गीत गाने वाले हम,आइए,अब नींव के गीत गाएं।
२)हां शहादत और मौन – मुक समाज की आधारशिला यही होती हैं
उत्तर:-हां, शहादत और मौन मुक!समाज की आधारशिला यही होती है।
३) अफसोस कंगूरा बनने के लिए चारों और होड़ा -होडीं मची है नींव की ईट बनने की कामना लुप्त हो रही है।
उत्तर:- अफसोस, कंगूरा बनने के लिए चारों ओर होड़ा – होडीं मची है, नींव की ईट बनने की कामना लुप्त हो रही है।
४) हमारी नींव की ईट किधर है
उत्तर:- हमारी नींव की ईट किधर हैं?