PSEB Punjab Board Class 8 Hindi Textbook Solution Chapter 17 नीरज के दोहे Exercise Questions and Answers
PSEB Punjab Board Class 8 Hindi Textbook Solution Chapter 17 नीरज के दोहे Exercise Questions and Answers, Grammar, Writing.
अभ्यास
क) भाषा-बोध
1) शब्दार्थ
विकार = लोभ, मोह, अहंकार आदि विषय वासनाए
शूल = काँटा चुभन
निर्मल = निर + मुल = बिना जड़ का, सर्वथा नष्ट
निष्काम = इच्छा रहित
अनूप = बेजोड़, अति सुंदर
ध्येय = उद्देश्य
हेय = हीन
रत = लीन, लगा हुआ
सर्वभूत = जो सब जगह हो
निष्ठा = आधार, एकाग्रता, श्रद्धा
ख) विषय-बोध
1) इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें
क) इन दोहों के कवि का नाम लिखें।
उत्तर- इन दोहों के कवि का नाम गोपाल दास नीरज है।
ख) कवि नीरज ने प्रभु से प्रथम दोहे में क्या प्रार्थना को है ?
उत्तर- कवि नीरज ने प्रभु से प्रथम दोहे में यह कहा है कि वे उनके हृदय में विद्यमान सभी बुराइयों और विषय विकारों को सदा के लिए दूर कर दे।
ग) हमें अपना मन किसमें और किस भाव से रमाना चाहिये ?
उत्तर- हमें अपना मन राम नाम में रमाना चाहिए और निष्काम भाव से हमारा मन रमाना चाहिए।
घ) कवि ने जग के रंग की तुलना किस रंग से की है?
उत्तर- कवि ने जग के रंग की तुलना इंद्रधनुष्य के रंग से की है
ङ) हम अपने को कब पहचान सकते हैं?
उत्तर- हम अपने आप को तभी ही पहचान सकते हैं जब हमारे मन में लोभ और क्रोध न हो।
च) जीवन में महत्त्व किस बात का है ?
उत्तर- हम अपना जीवन किस प्रकार जीते हैं इस बात में जीवन का महत्व छुपा है ना कि जीवन का महत्व लंबी आयु से।
छ) सभी देशों में भारत की विशेष पहचान क्या है ?
उत्तर- भारत देश स्वार्थी आधार पर कार्य नहीं करता बल्कि सभी देशों के कल्याण की दिशा में कार्य करता है। यह विशेष पहचान है सभी देशों में भारत देश की।
ज) दुष्ट व्यक्ति की तुलना किससे की गई है ?
उत्तर- साप से दृष्टि व्यक्ति की तुलना की गई है।
झ) फूल की क्या विशेषता है ?
उत्तर- फुल ताजा होता है तब भी सुगंध देता है और मसले जाने पर भी।
ञ) घर की सुख-शांति किसमें निहित है?
उत्तर- माता पिता के गुणों और व्यवहार से निहित है घर की सुख शांति।
2) इन दोहों की सप्रसंग व्याख्या करें
क) लोभ न जाने ——————————– पहचान
उत्तर- इस कविता में कवीने ईश्वर से प्रार्थना की है कि उनके हृदय को लालच और जमाखोरी का भाव आ जाए तो वह दूसरों को दान नहीं दे सकते। उन्हें जब गुस्सा आता है तो वह ज्ञान भूल जाते हैं। जब उन्हें लालच और क्रोध से मुक्ति होगी तब ही वह अपने आप को पहचान पाएंगे।
ख) स्नेह, शांति ——————————– विश्वास
उत्तर- कविता में कवि ने कहा है कि उसी घर में स्नेह, शांती , सुख सदा वास और निवास करते हैं जिस घर में निष्ठा मां बनी और विश्वास बने पिता।
ग) ‘साँप’ और ‘फूल’ के उदाहरण द्वारा कवि क्या कहना चाहता है ? स्पष्ट करें।
उत्तर- मानव के स्वभाव को स्पष्ट करने के लिए सांप और फूल के उदाहरण दिए हैं। कवि का कहना है दुष्ट और बुरे लोग सांप जैसे होते हैं और अच्छे स्वभाव वाले लोग फूल की तरह होते हैं।
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घ) जीवन की पहचान क्या है? पठित दोहे के आधार पर उत्तर दें।
उत्तर- बुराइयों से दूर रहकर परिश्रम करते हुए ईमानदारी से जीना है। हमें सदा लोभ और क्रोध से दूर रहना चाहिए और सभी का हित चाहना चाहिए यही जीवन की पहचान है।
ङ) कवि ने धर्म / अध्यात्म से संबंधित दोहों में क्या-क्या कहा है ?
उत्तर- कवि कहते हैं कि इंसान को केवल अपने स्वार्थ के लिए काम ना करते हुए सभी के लिए भी काम करना चाहिए। समाज को मर्यादा और त्याग के साथ जोड़ना चाहिए। ईश्वर सर्वत्र पाए जाते हैं उन्हें कभी नहीं भूलना चाहिए।
ग) व्यावहारिक व्याकरण
1) दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखें
जग = ———
उत्तर-
मुक्ति = ———
उत्तर-
ध्येय = ———
उत्तर-
मनुज = ———
उत्तर-
हित = ———
उत्तर-
हाथ = ———
उत्तर-
दूध = ———
उत्तर-
साप = ———
उत्तर-
खुशबू = ———
उत्तर-
फूल = ———
उत्तर-
स्नेह = ———
उत्तर-
2) ‘जीवित’ में इत’, ‘महत्त्व’ में ‘त्व’ और ‘दुष्टता’ में ‘ता’ प्रत्यय लगे हैं। इन तीनों प्रत्ययों से नये शब्द बनाएं।
उत्तर-
मर्यादा + इत = मर्यादित
मनुज + ता = मनुजता
अमर + त्व = अमरत्व
क्रोध + इत = क्रोधित
महान + ता = महानता
मानव + ता = मानवता
प्रभु + त्व = प्रभुत्व
सुगंध + इत = सुगंधित
कवि + त्व = कवित्व
मनुष्य + त्व = मनुष्यत्व