Pratyay-Parivasha Ved aur Udaharan (प्रत्यय-परिभाषा भेद और उदाहरण) hindi worksheet in 40 marks
Pratyay-Parivasha Ved aur Udaharan (प्रत्यय-परिभाषा भेद और उदाहरण) hindi worksheet in 40 marks for Indian students of English Medium and Hindi Medium. If you want to download this worksheet please contact us or drop a comment. We will generate PDF of this worksheet and share You.
प्रत्यय–परिभाषा भेद और उदाहरण
प्र.) 1 रिक्त स्थानों की पूर्ति करें। Marks:7
1.) जो शब्दांश के अंत में जोड़े जाते हैं उन्हें …………………… कहते हैं।
जो शब्दांश के अंत में जोड़े जाते हैं उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
2.) कृत प्रत्यय के मेल से बने शब्दों को ………………… कहते हैं।
कृत प्रत्यय के मेल से बने शब्दों को कृदंत कहते हैं।
3.) गुणवाचक कृदंत शब्दों से किसी विशेष गुण या ……………………….. का बोध होता है।
गुणवाचक कृदंत शब्दों से किसी विशेष गुण या विशिष्टता का बोध होता है।
4.) कर्तृवाचक कृत प्रत्यय उन्हें कहते हैं जिनके …………………… से बने शब्दों से क्रिया करने वाले का ज्ञान होता है।
कर्तृवाचक कृत प्रत्यय उन्हें कहते हैं जिनके संयोग से बने शब्दों से क्रिया करने वाले का ज्ञान होता है।
5.) तद्धित प्रत्यय के मेल से बने शब्दों को ……………………… कहते हैं।
तद्धित प्रत्यय के मेल से बने शब्दों को तद्दितांत कहते हैं।
6.) प्रत्यय का अर्थ होता है साथ में पर ……………………… में।
प्रत्यय का अर्थ होता है साथ में पर बाद में।
7.) हिंदी क्रिया पदों के अंत में कृत्य प्रत्यय के योग से ……………………….. प्रकार के कृदंत शब्द बनाए जाते हैं।
हिंदी क्रिया पदों के अंत में कृत्य प्रत्यय के योग से छह प्रकार के कृदंत शब्द बनाए जाते हैं।
प्र.) 2 फरक स्पष्ट करे। Marks:4
कृदंत और तद्धित में अंतर
कृदंत तद्धित
कृत प्रत्यय क्रिया अथवा धातु के अंत में लगता है इन से बने शब्दों को कृदंत कहा जाता है तद्धित प्रत्यय संज्ञा सर्वनाम तथा विशेषण के अंत में लगता है और इसे बने शब्दों को तद्धितांत कहते हैं
प्र.) 3 दिए गए वाक्य सही है या गलत लिखो। Marks:7
1.) प्रत्यय शब्द के पहले लगता हैं।
गलत
2.) संज्ञा सर्वनाम और विशेषण के अंत में लगने वाले प्रत्यक्ष को कृदंत कहा जाता है।
गलत
3.) जिन कृत प्रत्ययों के योग से बने संज्ञा पदों से कर्म का बोध हो उन्हें कर्मवाचक कृदंत कहते हैं।
सही
4.) करण वाचक कृदंत धातुओं के अंत में ना, ने, अन यह प्रत्यय जोड़े जाते हैं।
सही
5.) हिंदी में कृत प्रत्ययों की संख्या अनगिनत है।
सही
6.) हिंदी में तद्धित प्रत्यय के चार प्रकार है।
गलत
7.) कुछ ऐसे भी शब्द है जिनकी रचना उपसर्ग तथा प्रत्यय दोनों के योग से होती है।
सही
प्र.) 4 व्याख्या लिखे। Marks:8
1.) क्रियाद्योतक –
जिन कृत प्रत्ययों के योग से क्रियामुलक विशेषण संज्ञा अव्यय या विशेषता रखने वाली क्रिया का निर्माण होता है उन्हें क्रियाद्योतक कृत प्रत्यय तथा इसे बने शब्दों को क्रियाद्योतक कृदंत कहते हैं।
2.) करणवाचक –
जिन कृत प्रत्ययों के योग से बने संज्ञा पदों से क्रिया के साधन का बोध होता है उन्हें कारण वाचक कृत प्रत्यय तथा इसे बने शब्दों को करण वाचक कुर्दांता कहते हैं।
3.) भाववाचक –
जिन कृत प्रत्ययों के योग से बने संज्ञा पदों से भव्य क्रिया के व्यापार का बोध हो उन्हें भाववाचक कृत प्रत्यय तथा इसे बने शब्दों को भाववाचक कृदंत कहते हैं।
4.) गुणवाचक –
गुणवाचक कृदंत शब्दों से किसी विशेष गुण या विशिष्टता का बोध होता है।
प्र.) 5.) हिंदी क्रिया पदों के अंत में कृत प्रत्यय के योग से कितने प्रकार के कृदंत शब्द बनाए जाते हैं नाम लिखो। Marks:3
हिंदी क्रिया पदों के अंत में कृत प्रत्यय के योग से छह प्रकार के कृदंत शब्द बनाए जाते हैं –
1.) कार्तुवाचक
2.) गुणवाचक
3.) कर्मवाचक
4.) करणवाचक
5.) भाववाचक
6.) क्रियाद्योतक
प्र.) 6 सही मिलान करे। Marks:7
1.) आक, उक, आना। भाववाचक कृदंत
2.) औना, हुआ, नी। उनवाचक तद्धित प्रत्यय
3.) आव, हट, वट। अपत्यवाचक तद्धित प्रत्यय
4.) वाला, हार, दार। कर्तुवाचक तद्धित प्रत्यय
5.) इया, ओला, ली। कर्तुवाचक कृदंत
6.) आयन, एय। कर्मवाचक कृदंत
7.) गाह, वाल, आड़ी। स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय
उत्तर –
1.) आक, उक, आना। कर्तुवाचक कृदंत
2.) औना, हुआ, नी। कर्मवाचक कृदंत
3.) आव, हट, वट। भाववाचक कृदंत
4.) वाला, हार, दार। कर्तुवाचक तद्धित प्रत्यय
5.) इया, ओला, ली। उनवाचक तद्धित प्रत्यय
6.) आयन, एय। अपत्यवाचक तद्धित प्रत्यय
7.) गाह, वाल, आड़ी। स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय
प्र.) 7 प्रत्यय किसे कहते हैं? प्रत्यय की परिभाषा लिखे। Marks:4
प्रत्यय में शब्द होते हैं जो दूसरे शब्दों के अंत में जोड़कर शब्द के अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। प्रत्यय शब्द दो शब्दों से मिलकर बनता है। प्रत्यय का अर्थ है साथ में पर अंत में चलने वाला।
प्रत्यय की परिभाषा-
प्रति और अय इन दो शब्दों के मेल से प्रत्यय शब्द का निर्माण हुआ है। प्रति इसका अर्थ है साथ में पर अंत में। और अय इस शब्द का अर्थ है चलने वाला। इस प्रकार प्रत्यय का अर्थ हुआ शब्दों के साथ पर अंत में चलने वाला या लगने वाला शब्दांश। अतः शब्दार्थ के अंत में जोड़े जाते हैं उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
Also See: पद