MP Board Class 9 Hindi Navneet Chapter हिम्मत और जिंदगी Solution
Madhya Pradesh State Board Class 9 Hindi Navneet Chapter हिम्मत और जिंदगी full exercise question answers. Every questions answer is prepared by expert Hindi Navneet teacher.
अभ्यास
बोध प्रश्न
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1.) साहसी मनुष्य किस प्रकार सपने देखता है?
साहस मनुष्य अपने ही बारे में सोचता रहता है। वह अपने ही रंग में रहता है। किसी से भी वहां सपना उधर नहीं लेता।
2.) लहरों में तैरने वालों को क्या मिलता है?
लहरों में जो लोग तैरते हैं उन्हें मोती मिल जाते हैं।
3.) जिंदगी में लगाने वाली पूँजी कौन सी है?
हमें हमारे सामने जो संकट आते हैं उनके सामना हिम्मत से करना चाहिए। अगर स्थिति आए तो हमें अगर रूम पर चलने की हिम्मत भी रखनी चाहिए। यही जिंदगी में लगाने वाली पूंजी है।
4.) पानी में जो अमृत वाला तत्व है, उसे कौन जानता है?
जो धूप से परेशान हुआ है जो धूप से सूखा हुआ है वही पानी में अमृत वाला तत्व जान जाएगा। जिसने परेशानियों का, मुश्किलों का, संकटों का सामना नहीं किया वह इस तत्व को नहीं जानता।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1.) चाँदनी की ताजगी और शीतलता का आनन्द किसे है?
जो धूप में परेशान होकर आया है जो धूप में सुख कर आया है उसे ही चांदनी की ताजी और उसके शीतलता का आनंद मिल सकता है।
2.)”तेन त्यक्तेन भुंजीथा” का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
“तेन त्यक्तेन भुंजीथा” इसका अर्थ यह है कि जब हम जिंदगी में किसी चीज का त्याग करेंगे उसके बाद के हमें हमारी जिंदगी को भोगना चाहिए।
3.) विंस्टन चर्चिल ने जिन्दगी के बारे में क्या कहा ?
विंस्टन चर्चिल अपनी जिंदगी के बारे में यह कहते हैं कि मनुष्य में हिम्मत होना जरूरी है। मनुष्य की जिंदगी हिम्मत से ही चलती है। अगर उसने हिम्मत हो तो सारे गुण से प्राप्त हो जाते हैं।
4.) लेखक ने साहसी मनुष्य से सिंह की तुलना किस प्रकार की है?
लेखक कहते हैं जब अकेला होता है तब भी वह अपने आप में ही मगन रहता है। इसी प्रकार साहसी मनुष्य भी किसी की परवाह नहीं करता अपने हिम्मत के जोर पर अपने सारे काम कर लेता है।
5.) अर्नाल्ड बेनेट ने हिम्मत और साहस के संबंध में क्या कहा ?
हिम्मत और साहब यह दो गुण व्यक्तियों में होते हैं वह अपनी जिंदगी इन्हीं गुणों के सहारे जीते हैं। उनके जिंदगी में जो भी मुश्किलें आती है उनका सामना वह हिम्मत और साहस से करते हैं।
6.) साहसी मनुष्य की क्या पहचान है?
जो मनुष्य साहसी होता है वह दुनिया की चिंता नहीं करता लोग क्या कहेंगे इस बात को नहीं सोचता वह अपनी राह खुद चलता है और चलता है। यही लोग दुनिया की असली ताकत होते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1.) बड़ी हस्तियाँ बड़ी मुसीबतों में पलकर दुनिया पर कब्जा करती हैं। उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए।
बड़ी हस्तियां बड़ी मुसीबत में पालकर दुनिया पर कब्जा करती है। इसका अर्थ यह है कि बड़े लोग जो होते हैं उनकी मुसीबतें भी बहुत बड़ी होती है। इन मुसीबत का सामना बहुत करते हैं और अपना अस्तित्व निर्माण करते हैं। जिस तरह से छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने सोलह वर्ष की उम्र में स्वराज की स्थापना करनी शुरू की। उनके आसपास की परिस्थितिया विपरीत थी इन विपरित परिस्थितियों का सामना करके उन्होंने स्वराज की नीव बंधी।
2.) जिंदगी की कौन-कौन सी दो सूरते हैं ? समझाइए।
जिंदगी की दो सूरत है। उनमें से एक यह है कि मनुष्य को अपना लक्ष्य बड़ा रखना चाहिए उसे लक्ष्य को पाने के लिए कोशिश करनी चाहिए। जिंदगी में कितनी भी मुसीबतें आए उन मुसीबत का सामना करके उसे लक्ष्य तक पहुंचाने का रास्ता बनाना चाहिए। दूसरी सूरत यहां होती है कि हम उन गरीब लोगों की मदद करें जो ना तो सुखी होते हैं और ना ही दुखी।
3.) “फूलों की छाँह के नीचे खेलने वालों के लिए जिंदगी के असली मजे नहीं है।” उदाहरण द्वारा इस कथन की पुष्टि कीजिए।
“फूलों की छाँह के नीचे खेलने वालों के लिए जिंदगी के असली मजे नहीं है।” रेगिस्तान से जो लोग आते हैं उन्हें ही फूलों की छाँह के असली मजे है।
4) .जिंदगी को सही ढंग से जीने के लिए लेखक द्वारा दिए गए सुझावों पर अपना मत व्यक्त कीजिए।
जो व्यक्ति मुश्किलों का सामना करके अपना लक्ष्य पा लेता है उसी के लिए जिंदगी आसान बन जाती है। जब हमें बिना कष्ट पे जिंदगी गुजारनी होती है तब हम जीवन का आनंद नहीं ले सकते।
5.) सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए-
अ. )”पानी में जो अमृत तत्व है उसे वह जानता है जो धूप में खूब सूख चुका है, वह नहीं जो रेगिस्तान में कभी पड़ा ही नहीं।”
जो धूप में खड़ा परेशान हुआ है, जिसने धूप में मेहनत की है वही पानी में बसे हुए अमृत तत्व को जान सकता हैं। जो रेगिस्तान में खड़ा है, जो पिसीने से लथपथ हुआ है वही इस अमृत तत्व को पहचान सकता हैं। जो फूलों की छाव में रहता है उसे पानी में छुपे हुए अमृत तत्व का पता नहीं चलेगा।
ब.) झुण्ड में चलना और झुण्ड में चरना यह भेड़ और भैंस का काम है सिंह तो बिल्कुल अकेला होने पर भी वह मगन रहता है।
कवि कहता है की झुंड में चरना और झुंड में चलना यह बात साहसीपन को नही दिखलाती। साहसी लोग किसी की राह नहीं देखे वह झुंड में नहीं चलते। वह अपने साहस के बल पर अपना काम पूरा करते हैं। जैसे शेर वह अकेला ही चलता है और अकेलेपन में ही खुश रहता है।
भाषा अध्ययन –
1.) निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग अलग कीजिए-
सुनयन, अन्याय, पराधीन, अहिंसा, विदेश, प्रगति, विराग
सुनयन सु
अन्याय- अ
पराधीन – पर
अहिंसा – अ
विदेश – वि
प्रगति – प्र
विराग – वि
3.) अनु, परि, सु. कु. उपसर्ग जोड़कर दो-दो नए शब्द बनाइए ।
अनु – अनुराग, अनुकूल
परि- परिमार्जन, परिमाण
सु – सुमन, सुमति
कु – कुशल, कुख्यात
निम्नलिखित शब्दों से तत्सम तद्भव, देशज और विदेशी शब्द छाँटकर लिखिए-
फूल, छाँह, जिंदगी, खौफ, निर्भय, उपदेश, रेल, टेबिल, रोशनी, पाँव, पंख, कब्जा, मकसद
तत्सम शब्द – निर्भय, उपदेश
तत्भव शब्द – फूल, पंख
देशज शब्द – छाँह, पाँव
विदेशी शब्द – जिंदगी, खौफ, उपदेश, रेल, टेबिल, रोशनी, कब्जा, मकसद
निम्नलिखित शब्दों के तत्सम रूप लिखिए-
आँसू, पूरब, मोर, सपना, धीरज
आंसू – अश्रु
पूरब – पूर्व
मोर – मयूर
सपना – स्वप्न
धीरज – धैर्य
5.) निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए-
आदान, उर्वर, प्रवृत्ति, कृतज्ञ, कृत्रिम, संक्षेप, रक्षक
आदान – प्रदान
उर्वर – बंजर
प्रवृत्ति – निवृत्ति
कृतज्ञ – कृतघ्न
कृत्रिम – प्राकृतिक
संक्षेप – विस्तृत
रक्षक – भक्षक
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