MP Board Class 9 Hindi Navneet Chapter शौर्य और देशप्रेम Solution
Madhya Pradesh State Board Class 9 Hindi Navneet Chapter शौर्य और देशप्रेम full exercise question answers. Every questions answer is prepared by expert Hindi Navneet teacher.
1.) अति लघु उत्तरीय प्रश्न-
(1) ‘हिन्दुस्तान हमारा है’ से कवि का क्या आशय है?
यह देश हमारा अपना है, इस देश से हमे प्रेम है। हिन्दुस्तान हमारा है’ से कवि का यह आशय है।
(2) हमारा अतिशय मान किसने किया है?
हमारा अतिशय मान अतीत और इतिहास ने किया है।
(3) निशीथ का दिया क्या ला रहा है?
निशीथ का दिया सबेरा ला रहा है।
(4) स्वतंत्रता को ‘निशीथ का दिया’ क्यों कहा गया है?
स्वतंत्रता को ‘निशीथ का दिया’ कहा गया है क्योंकि रात को जब हम दिया जलते है तब वह दीपक रात्रि के अंधकार को दूर कर के अपना प्रकाश सभी जगह फैला देता है। उसी तरह यह स्वतंत्रता हमारे लिए दिये समान है। यह दिया हमे प्रगति का मार्ग दिखायेंगा।
2.) लघु उत्तरीय प्रश्न-
(1) यह स्वतंत्र भावना का स्वतंत्र गान है का संकेत किस ओर है?
कवि कहते है की हमे यह जो दीपक के स्वरूप में स्वतंत्रता मिली है उस की हमे रक्षा करनी होगी। किसी भी कीमत पर यह दीपक हमे बुझने नही देना है। चाहे कितने भी तूफान आए या फिर आंधी आए, हमारी जय हो या फिर पराजय। हमे इस दीपक को कभी बुझने नही देना है। इस ओर यह स्वतंत्र भावना का स्वतंत्र गान है का संकेत है।
(2) कवि स्वतंत्रता का दीपक किन परिस्थितियों में जलाए रखने की प्रेरणा देता है?
कवि कहते है की परिस्थिति चाहे कैसी भी हो हमे यह स्वतंत्रता का दीपक जलाएं रखना है। रात का कितना भी अंधेरा हो , कितनी बड़ी आंधी आए, हमारे सामने कितना भी बलवान शत्रु खड़ा हो। इन परिस्थिति में कवि स्वतंत्रता का दीपक जलाएं रखने की प्रेरणा देता है।
(3) ‘हिन्दुस्तान हमारा है’ एवं ‘स्वतंत्रता का दीपक’ कविताओं में कौन सा रस है? उदाहरण देकर समझाइए ।
हिन्दुस्तान हमारा है’ एवं ‘स्वतंत्रता का दीपक’ कविताओं में वीर रस का प्रयोग किया गया है।
1.) आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकरा है
दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है।
2.) वीर तुम बढे चलों! धीर तुम बढे चलों!
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-
1.) ‘हिन्दुस्तान हमारा है’ कविता में भारतीय इतिहास का चित्रण है, उसे अपने शब्दों में लिखिए।
हिंदुस्तान हमारा है इस कविता से कवि हमें हमारे भारतीय इतिहास का चित्र दिखाते हैं हमारा अतीत हमारा इतिहास कितना प्रभावशाली था, हमारे अतीत में अनेक क्रांतियों को जन्म दिया है। हमारा इतिहास गौरवशाली है। हमारे देश में अनेक क्रांतिकारियों ने जन्म लिया है। इन क्रांतिकारियों ने हर समय में हमारे देश की रक्षा की है और हमारे देश को स्वतंत्रता दिलाई है।
2.) भारत की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण रखने के लिए कवि का क्या संदेश है?
भारत की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण रखने के लिए कवि हमसे यह कहते हैं कि हमें अपने देश के लिए हर वक्त बलिदान देने के लिए तैयार रहना होगा। चाहे परिस्थिति कैसे भी हो हमें स्वतंत्र रहने के लिए प्रयत्न करने होंगे। सभी मनुष्य को भी बुराइयों से वंचित कराना होगा।
3.) ‘स्वतंत्रता शहीदों के पुण्य प्राणदान का प्रतिफल है।’ स्पष्ट कीजिए।
हमारा देश स्वतंत्र हो इसके लिए हमारे देश के अनेक लोग शहीद हुए हैं अनेक लोगों ने अनेक क्रांति की है। इस मार्ग में अनेक मुश्किल आए अनेक संकटों का सामना लोगों को करना पड़ा लेकिन इन सब पर उन्होंने विजय पाई है और हमारे देश को स्वतंत्रता दिलाई है।
4.) निम्नलिखित काव्य पंक्तियों की प्रसंग सहित व्याख्या लिखिए-
अ.) विध्य, सतपुड़ा, नागा, खसिया, ये दो औचट घाट महा
भारत के पूरब पश्चिम के. यह दो भीम कपाट महा!
तुंग शिखर, चिर अटल हिमालय है पर्वत सम्राट यहाँ!
यह गिरिवर बन गया युगों से, विजय निसान हमारा है
भारतवर्ष हमारा है, यह हिन्दुस्तान हमारा है!
कभी नवीन जी कहते हैं कि विंध्य, सतपुड़ा, नागा, खासिया यह जो पर्वत है यह दो दुर्गम घाट है। यह घाट पूरब और पश्चिम में स्थित है। इसलिए इन्हें पूरब और पश्चिम के दरवाजे भी कहा जाता है। हिमालय पर्वत अचल रूप से खड़ा है। यह हिमालय युगों युगों से हमारे विजय का निशान बना हुआ है। यह पूरा भारतवर्ष हमारा है यह हिंदुस्तान हमारा है।
आ. तीन-चार फूल हैं, आस-पास धूल है.
बाँस हैं, बबूल हैं, घास के दुकूल हैं,
वायु भी हिलोर दे, फेंक दें, झकोर दे,
हमारे पास तीन चार फूल है और सभी के आसपास धूल ही धूल है। मतलब हमारी सुविधा मर्यादित है। हमारे चारों ओर बस बाबुल और घास है। यहां के हवा भी हमेशा हेलो रे देकर उत्साहित करे या फिर इस हवा के साथ-साथ आंधी आए हमें कितना भी संघर्ष करना पड़े फिर भी हम हमें मिले हुए आजादी का यह जो दीप है वह पूछने नहीं देंगे।
काव्य सौन्दर्य-
1.) निम्नलिखित पंक्तियों का भाव सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए-
अ. शक्ति का दिया हुआ शक्ति को दिया हुआ।
कभी इस पंक्ति से हमें यह कहना चाहते हैं कि अनेक लोगों ने हमारे देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपने प्राण त्याग दिए। यह जो उन्होंने स्वतंत्रता का दीपक जलाया है उसे हमें शक्ति मिलती है और यही स्वतंत्रता हमारे सामने शक्ति बनकर आई है।
आ.) यह पुनीत कल्पना, यह विनीत प्रार्थना।
हमारे सामने आज जो स्वतंत्रता का दीपक जला हुआ है यह दीपक अतुल की कल्पना उनसे भरा हुआ है। यही दीपक हमारे सामने विनम्र प्रार्थना के रूप में प्रकट होता है।
इ.) यह किसी शहीद का पुण्य प्राणदान है।
कभी इस पंक्ति के द्वारा हमसे यह कहना चाहते हैं कि यह जो स्वतंत्रता का दीपक जलाया गया है यही दीपक जिन लोगों ने इस देश के लिए अपने प्राणों के बलिदान दिए हैं उनके पुण्य का प्रतीक है।
2.) स्वतंत्रता का दीपक कविता में निम्नलिखित शब्द किस और संकेत करते हैं? इन शब्दों को अपने वाक्यों में प्रयोग भी कीजिए-
निशीथ, विहान, बिजलियाँ, आँधियाँ
निशीथ- अंधेरे से घिरी हुई रात
हमारा देश निशीथ से घिरा हुआ था।
विहान- उजला सवेरा
स्वतंत्रता के बाद इस देश में नया विहान आया है।
बिजलियाँ- संकट
हमारे देश पर अनेक बिजलिया गिरी है।
आँधियाँ – संकट
कोई भी आंधी तूफान आए हम डट कर खड़े रहेंगे।
3.) “स्वतंत्रता का दीपक में स्वतंत्रता उपमेय और दीपक उपमान है। इस स्थिति में यहाँ कौन-सा अलंकार है?
उत्तर – रूपक अलंकार
4.) ‘स्वतंत्रता का दीपक’ कविता में दिया शब्द का एक ही पंक्ति में दो बार प्रयोग हुआ है और उसके अलग-अलग अर्थ है उस पंक्ति को छाँटकर लिखिए तथा उसमें प्रयुक्त अलंकार का नाम भी स्पष्ट कीजिए।
शक्ति का दिया हुआ, शक्ति को दिया हुआ।
यमक अलंकार
5.) स्वतंत्रता का दीपक’ एवं ‘हिन्दुस्तान हमारा है’ कविता में कौन सा रस है? उदाहरण देकर समझाइए ।
वीर रस
भारतवर्ष हमारा है यह हिंदुस्तान हमारा है।
जिस क्षण नभ में तारे छिटके जिस दिन सूरज चांद बने
तब से है यह देश हमारा यह अभियान हमारा है
भारतवर्ष हमारा है यह हिंदुस्तान हमारा है