Manipur Board Class7 Hindi Chapter 6 Sagol Kangjei (शगोल- काङ्जै) Question Answer Solution. We have uploaded this page so that students of Manipur State Board can learn online by their smartphone / laptop or other devices.
Manipur Board Class7 Hindi Chapter 6: Sagol Kangjei (शगोल- काङ्जै)
- Board – Board of Secondary Education, Manipur.
- Class – 7
- Subject – Hindi
- Topic – Exercise Solution / Notes / Question Answer.’
१) नीचे लिखे शब्दों के अर्थ समझीए ।
प्रदर्शन =दिखलाने की क्रिया, दिखाना नजारा।
जन्मदाता= जन्म देने वाला, पिता।
लोकप्रियता= बहुत से लोगों को प्रिय लगने का भाव।
घुड़सवार= अश्वारोही , घोड़े पर बैठने वाला।
जीन =घोड़े आदि की पीठ पर रखने की गद्दी ,काठी।
२) उत्तर दीजिए।
क)शगोल-काड्जै जी का क्या अर्थ है?
उत्तर:- घोड़े पर बैठ कर काड्जै का खेल खेलना मतलब शगोल-काड्जै का अर्थ है।
ख) शगोल-काड्जै को अंग्रेजी में क्या कहा जाता है?
उत्तर:- शगोल-काड्जै को अंग्रेजी में ‘पोलो’ कहा जाता है।
ग ) शगोल-काड्जै का जन्मदाता किसको माना जाता है?
उत्तर:- शगोल-काड्जै का जन्मदाता ‘मार्जिड़’ नामक देवता को माना जाता है।
घ) शगोल-काड्जै के बारे में कैसा लोक विश्वास प्रचलित है?
उत्तर:- शगोल-काड्जै के बारे में लोक विश्वास प्रचलित है, कि यह खेल देवताओं के बीच खेला जाता था, और मनुष्य ने देवताओं से इसे सीखा।
ड़) शगोल-काड्जै की लोकप्रियता कब हुई?
उत्तर:- अत्यधिक विकास और लोकप्रियता राजा कियाम्बा (1467-1508 ) तथा राजा खागेम्बा (1597- 1652 )ई के समय ही शगोल-काड्जै की लोकप्रियता हुई।
च) शगोल-काड्जै कैसे विश्व प्रसिद्ध खेल बन गया?
उत्तर :-शगोल- काड्जै कोलकाता में मणिपुर के राजा की ओर से इस खेल का एक प्रदर्शन हुआ इस प्रदर्शन से अंग्रेज दर्शन इतनी प्रभावित हुए की इस खेल को सिखाने लगे और उनकी ओर से हर जगह इस प्रदर्शन किया जाने लगा बाद में यह एक विश्व प्रसिद्ध खेल बन गया।
छ ) शगोल-काड्जै में कितने खिलाड़ी होते हैं?
उत्तर:- शगोल-काड्जै के दोनों दलों में साथ-साथ खिलाड़ी होते हैं।
ज ) शगोल-काड्जै के लिए प्रत्येक खिलाड़ी का क्या होना आवश्यक है?
उत्तर :- शगोल-काड्जै के प्रत्येक खिलाड़ी को एक अच्छा घोड़सवार होना आवश्यक है।
झ) शगोल-काड्जै का खेल कैसे खेला जाता है?
उत्तर:- कुशल खिलाड़ी तो काड्जै के सहारे गेंद को हवा में उड़कर उसे नीचे गिरे बिना काड्जै जैसे ही मार- मार कर गोल रेखा की ओर ले जाता है इस प्रकार शगोल-काड्जै का खेल खेला जाता है।
ट) शगोल और काड्जै दो अलग-अलग शब्दों से जोड़कर एक विशेष खेल का नाम होता है। जैसे कि मणिपुर में प्रचलित काड्जै लगा हुआ दो पुराने खेलों के बारे में लिखिए?
ठ)) शगोल- काड्जै जी के अलावा मणिपुरी नृत्य भी विश्व प्रसिद्ध होता है। अब बताइए कि इस नृत्य का नाम क्या है?
उत्तर:- रासलीला, थौगल जोगोई कोम जनजाति के नृत्य हैं ।
ड़) मणिपुर के प्रमुख पारंपरिक खेलों के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए ।उनके नाम लिखिए।
उत्तर:- सिओल कन्म्लोई,( मणिपुरी पोलो)मुंबई लक्पी , हियांगतन्नबा।
३) वाक्य में प्रयोग कीजिए।
जन्मदाता= हमारे माता-पिता हमारे जन्मदाता है।
प्रदर्शन =कॉलेज में आज प्रदर्शन होने वाला है।
नजदीक =राधा के घर के नजदीक ही रानी का घर है।
घुड़सवार= घुड़सवार करने वाला घोड़े पर बैठने से नहीं डरता।
आवश्यक= हमारे जीवन में पैसों से ज्यादा प्यार की आवश्यकता होती है ।
४) खाली जगह भरीए।
क) शगोल-काड्जै ………………. माना जाता है।
उत्तर:- जन्मदाता ‘मार्जिड’ नामक देवता
ख) शगोल-काड्जै दो …………खेला जाता है।
उत्तर :-दलों के बीच
ग)काड्जै …………….हुआ होता है।
उत्तर:- बेंत का बना।
घ)प्रत्येक खिलाड़ी के…………….. होता है।
उत्तर :-हाथ में एक-एक काड्जै
ड़) काड़़द्रुम बाॅस की…..…………. बनी होती है। उत्तर :-सुखी जडसे
५) सही कथन के आगे सही का निशान लगाइए।
क) शगोल-काड्जै मणिपुर का एक प्राचीनतम खेल है। [✓]
ख)अब शगोल-काड्जै अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है। [✓]
ग) शगोल-काड्जै देवताओं और मनुष्य के बीच खेला जाता है। [×]
घ) शगोल-काड्जै के दोनों दलों के साथ-साथ खिलाड़ी होते हैं। [✓]
ड) काड़़द्रुम बहुत भारी होती है। [×]
६)नीचे लिखकर विशेषण के दो दो उदाहरण लिखिए उत्तर:-
गुणवाचक विशेषण :-
क)दुर्गेश को एक अच्छी नौकरी लगी थी।
ख) श्रद्धा की एक बुरी आदत से परेशान है।
परिणाम वाचक विशेषण:-
क) राज आजकल कम बोलता है ।
ख)यात्रा में बहुत गर्दी दिखाई देती है।
संख्यावाचक विशेषण :-
क)शादी में कुछ शो- दोशो लोग होंगे।
ख) बचपन में मेरे दो अच्छे मित्र थे।
सार्वनामिक विशेषण:-
क) यह मेरा देश है।
ख) वह मुझे पसंद करता है।