Letter to mother while in hostel that you miss her a lot
प्रीति शाह,
९, सावित्रीबाई फुले छात्रावास,
शांतिनिकेतन विद्यालय,
जालना।
२२,जानेवारी २०२२
आदरणीय माता जी
सादर चरण स्पर्श!
आशा करती हो तुम खुशहाल होगी मैं भी यहां पर खुशहाल हूं। यहां पर छात्रावास में सारी सुविधा उपलब्ध है। मां मुझे आपकी बहुत याद आ रही है। अगर आप यहां पर होती तो कितना अच्छा होता लेकिन ऐसा हो नहीं सकता। मां खाना खाते समय आपके हाथों से खाना खाने की यादें सताती है। आप मुझे भरपेट से ज्यादा खिलाती थी। मुझे कभी-कभी ऐसा लगता है कि जल्द से आपके पास आ जाओ लेकिन ऐसा हो नहीं सकता।
प्रिय मां, आप मुझे मिलने जल्द ही आना। आपने मुझे बहुत आलसी बना दिया है क्योंकि मेरा सारा काम आप ही करती थी लेकिन यहां पर मुझे ही करना पड़ता है? मां वहां प्रेम के साथ आप बोलती थी लेकिन यहां पर अनुशासन चलता है। आप मुझे रोज फोन किया कीजिए मुझे अच्छा लगता है। अपना ध्यान रखना मेरी चिंता ना करना। जल्द मिलूंगी।
आपकी प्रिया,
प्रीति