मित्रों को पत्र लिखकर दिवाली में पटाखे न चलाने की अभियान के बारे में बताएं
वर्षा शिंदे
१६०, शिक्षक कॉलोनी
पुणे
२२ जनवरी २०२२
प्रिय शीतल
ठीक हो?
आशा करती हूं कि तुम खुशहाल हो गई मैं भी यहां पर आनंद में हूं और तुम्हारी बहन के निकाल का क्या हुआ?
सबसे पहले तुम्हें दिवाली की बहुत सारी शुभकामनाएं। तुम्हें याद है हम जब तुम में थे तब हमें अध्यापिका जी ने क्या सिखाया था? उन्होंने दिवाली पर पटाखे से होने वाले प्रदूषण और दुष्परिणाम के विषय पर अपना मनोबल व्यक्त किया था। हमने प्रण भी लिया था कि हम पटाखे नहीं जलाएंगे। उससे आवाजों से सिर दर्द ,धुवे से दम्मे की बीमारी जागृत होती है।
प्रिय सखी, हम जागरूक भविष्य है हम है ऐसा करेंगे तो कैसा चलेगा? हम इस साल से पटाखे नहीं जलाएंगे। और हमारा वातावरण प्रदूषित होने से बचाएंगे। हम दिवाली में दिया और बिजली से सारी तरफ सोचना ही करेंगे और दिवाली मनाएंगे।
तुम्हारी
वर्षा शिंदे