गृहप्रवेश पर मित्रों को शुभकामना भरा पत्र
पंकज परदेसी
१४, भवानी नगर
वडी
दिनांक २ मार्च, २०२२
प्रिय प्रथमेश,
स्नेह!
तुम खुशहाल होंगे मैं यहां आनंद में हूं। लेकिन मैं तुमसे बहुत गुस्सा हो तुम सोच रहे होंगे क्यों क्यों का क्या मतलब तुमने नया घर बनवाया और उसका ग्रह प्रवेश भी हो गया और तुमने मुझे बुलाया भी नहीं? तुम सोच रहे होंगे मुझे कैसे पता चला मुझे उस राजेश ने बताया। तुमने उस राजेश को बुलाया और मुझे नहीं। जब हम मिलेंगे तो तुम मेरे हाथों से बहुत पीटने वाले हो?
जाने दो, मुझे यह बताओ कि तुमने घर बहुत अच्छा बनवाया है। मुझे राजेश ने बताया कि घर काफी अच्छा और बड़ा है। और उसका अंदर का भाग अच्छा डेकोरेट किया है। मुझे घर देखना है। तुमने नहीं बुलाया लेकिन मैं जरूर आऊंगा। तुम्हें नऐ घर की और गृह प्रवेश की ढेर सारी शुभकामनाएं।
आपका
पंकज